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कम सोना बना रहा है दिल का मरीज

कम सोना, अधिक सोना या कभी भी सोना ऐसी सोने की खराब आदतों की वजह से दिल की बीमारीयां होने का खतरा बढ़ जाता है. हालिया एक शोध में इस बात पर जोर दिया गया है कि अनियमितताओं से परे ऐसे लोग जो नियमित रूप से अच्छी नींद लेते हैं वह स्वस्थ जीवन बिताते हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2015 1:17 AM

कम सोना, अधिक सोना या कभी भी सोना ऐसी सोने की खराब आदतों की वजह से दिल की बीमारीयां होने का खतरा बढ़ जाता है. हालिया एक शोध में इस बात पर जोर दिया गया है कि अनियमितताओं से परे ऐसे लोग जो नियमित रूप से अच्छी नींद लेते हैं वह स्वस्थ जीवन बिताते हैं.

सियोल के स्कूल ऑफ मेडिसिन के विशेषज्ञों का कहना है कि आधी-अधूरी नींद एक आम समस्या है और खराब सेहत की एक वजह भी. जो दिल का दौरा पड़ने जैसी कई बीमारियों का कारण हो सकती हैं.

इस अध्ययन में 47000 युवा और अधेड़ लोगों को नींद से जुड़ी प्रश्नावली दी गई थी. इसके बाद इन प्रश्नों पर उनकी शारीरिक प्रतिक्रिया का परिक्षण किया गया.

अध्ययन में पाया गया कि सात घंटे की नींद लेने वालों के मुकाबले पांच घंटे की नींद लेने वालों की कोरोनरी धमनियों में 20% अधिक कैल्शियम था. साथ ही यह भी पता लगाया गया की सात घंटे की नींद लेने वालों या अच्छी नींद लेने वालों की तुलना में खराब नींद लेने वालों की धमनियां अधिक सख्त होती हैं.

कुल मिलाकर शोध ने पाया कि अच्छी नींद लेने वाले या सात घंटे सोने वालों में नाड़ी संबंधी रोगों के होने की संभावना सबसे कम होती है.

यह अध्ययन अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन के जरनल आर्टिरिओसेलेरोसिस, थ्राम्बोसिस एंड वस्कुलर बॉयोलॉजी में प्रकाशित हुआ है.

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