कुछ चीजें जो घर में बढ़ाती हैं नकारत्मकता
कभी-कभी हम ध्यान नहीं देते और खुद ही अपने नकारत्मक बदलाव के कारण बन जाते हैं. अचानक ही जब अच्छे दिन बुरे में बदल जाते हैं तो हम पिछले बीते दिनों को टटोलते हैं कि ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से या जिसके परिणामों की वजह से बुरे दिन देखने पड़े. यदि ऐसा होने घर […]
कभी-कभी हम ध्यान नहीं देते और खुद ही अपने नकारत्मक बदलाव के कारण बन जाते हैं. अचानक ही जब अच्छे दिन बुरे में बदल जाते हैं तो हम पिछले बीते दिनों को टटोलते हैं कि ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से या जिसके परिणामों की वजह से बुरे दिन देखने पड़े.
यदि ऐसा होने घर में रखी चीजों पर ध्यान दें. अक्सर घर में रखी कुछ चीजें एक समय के बाद बुरा असर देने लगती है.
वास्तुशास्त्र कहता है कि एक छोटी सी वस्तु भी व्यक्ति का गुड लक रोक सकती है.उसको किसी प्रकार की विपत्ति का सामना करना पड़ता है. कहा जाता है कि निर्जीव वस्तुओं में भी उनकी एक ऊर्जा होती है.
जाने क्या हैं ऐसी वस्तुएं…
–टूटे-फूटे बर्तन, दर्पण, इलेक्ट्रॉनिक सामान, तस्वीर, फर्नीचर, पलंग, घड़ी, दीपक, झाड़ू, मग, कप आदि कोई सा भी सामान घर में नहीं रखना चाहिए. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है और व्यक्ति मानसिक परेशानियां झेलता है.
– घरों में महाभारत युद्ध का चित्र, नटराज की मूर्ति, ताजमहल का चित्र, डूबती हुई नाव या जहाज, फव्वारे, जंगली जानवरों के चित्र और कांटेदार पौधों के चित्र या पेंटिग नहीं लगाने चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इन चित्रों को देखते रहने से नकारात्मक भावों का ही विकास होता है जिसके चलते हमारे जीवन में नकारात्मक घटनाएं घटने लगती हैं.
– घरों में फव्वारे की पेंटिग नहीं रखनी चाहिए क्योंकि इससे घर में समृद्धि या पैसा जिस तरह आता है उसी तरह वह व्यर्थ बह जाएगा ऐसा माना जाता है.
-घरों में जंगली या हिंसक जानवरों के चित्र, मूर्ति या शो पीस नहीं रखने चाहिए. यह नकारत्मकता के बड़े स्रोत माने जाते हैं.
– तस्वीर लगाते समय वास्तु पर ध्यान दें. कुछ पेंटिग्स या चित्र या मूर्तियाँ ऐसी हैं जिनमें सूखे ठूंठ हो, मानवरहित उजाड़ शहर हो, बिखरा हुआ घर हो, सूखा पहाड़ हो या वे सभी मृतप्राय: सजावटी वस्तुएं हों, तो इन्हें घर से दूर ही रखें. यह सभी वस्तुएं कलात्मक हो सकती हैं परन्तु वास्तु शास्त्र अनुसार ये सभी नकारात्मक ऊर्जा पैदा करती हैं.
– फटे-पुराने कपड़ों की पोटलियां बना कर बैड में रखतें हैं. या उन्हें सहेज कर अलमारी में सजा कर रखते हैं. हो सकता है यह भावनात्मक रूप से सही हो लेकिन फटे-पुराने कपड़ों या चादरों से घर में नकारात्मक मानसिकता और ऊर्जा का निर्माण होता है. इससे बेहतर होगा कि ऐसे कपड़ों को दान कर दिया जाए.
– घर की छत पर पड़ी गंदगी आपके घर में पैसों की तंगी को बढ़ा सकती है. ख्याल रहे कि घर की छत पर कबाड़ा अथवा फालतू सामान हरगिज न रखें. कबाड़ा व फालतू सामान रखने से परिवार के सदस्यों के मन-मस्तिष्क पर दबाव पड़ता है. माना जाता है कि इससे पितृ दोष भी उत्पन्न हो जाता है.
– देवी-देवताओं की फटी हुईं और पुरानी तस्वीरें अथवा खंडित हुईं मूर्तियों से भी आर्थिक हानि होती है अत: उन्हें किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए।
– मकड़ी के जालों को तुरंत हटा दें इनसे आपके अच्छे दिन बुरे दिनों में बदल सकते हैं.
सबसे जरुरी ये है कि टूटी हुई चीजों को चिपका कर या मरम्मत कर रखने से अच्छा है उन्हें घर से अलग कर दें. यह सकारात्मकता बने रहने के लिए जरुरी है.