Loading election data...

मस्तिष्क को पुष्ट बनाते हैं ये आहार

अर्चना नेमानी डायटीशियन व डायबिटीज एजुकेटर ‘आहार क्लिनिक’ बैंक रोड, मुजफ्फरपुर कई ऐसे आहार हैं, जिन्हें रोजमर्रा के भोजन में शामिल करने से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को न सिर्फ बेहतर बनाया जा सकता है, बल्कि फ्री रेडिकल्स से सुरक्षित भी रखा जा सकता है.कई लोगों को बढ़ती उम्र में याददाश्त कम होने की आशंका होती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2015 7:21 AM
अर्चना नेमानी
डायटीशियन व
डायबिटीज एजुकेटर
‘आहार क्लिनिक’
बैंक रोड, मुजफ्फरपुर
कई ऐसे आहार हैं, जिन्हें रोजमर्रा के भोजन में शामिल करने से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को न सिर्फ बेहतर बनाया जा सकता है, बल्कि फ्री रेडिकल्स से सुरक्षित भी रखा जा सकता है.कई लोगों को बढ़ती उम्र में याददाश्त कम होने की आशंका होती है. आंकड़े यह बताते हैं कि 85 या उससे ऊपर के 50% लोगों में अल्जाइमर होने की आशंका भी होती है. अत: ऐसे खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करना जरूरी है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के क्षय को रोकें और उन्हें पुष्ट बनाएं.
ऑलिव ऑयल : इसमें पॉलीफेनॉल पाया जाता है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के लिए जरूरी एंटीऑक्सीडेंट है.नारियल तेल : यह न सिर्फ मस्तिष्क में मौजूद न्यूरॉन्स की कार्य क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि फ्री रैडिकल्स को भी बनने से रोकता है. इसमें पाया जानेवाला ‘सेचुरेटेड फैट’ ब्रेन की कोशिकाओं के लिए पोषक तत्व भी है.
सैमन फिश : इसमें डीएचए और ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है. यह याददाश्त बरकरार रखने के लिए जरूरी पोषक तत्व है.
ब्लू बेरी : यह एक छोटा-सा प्राकृतिक रूप से पाया जानेवाला ऐसा पावर पैक है, जो एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. यह मस्तिष्क की कोशिकाओं की क्षति को रोकता है.
हल्दी : इसका प्रयोग हमारे यहांं वैदिक काल से होता आ रहा है. इसके सेवन से मस्तिष्क पुष्ट होता है और सुचारू रूप से काम करता है. इसके अलावा इसमें एंटी सेप्टिक गुण भी होता है.
अंडा : इसमें कोलिन नामक तत्व पाया जाता है, जो न्यूरोट्रांसमीटर ‘एसिटाइलकोलिन’ बनाने के लिए जिम्मेदार होता है. अंडा कोलेस्ट्रॉल का भी अच्छा स्रोत होता है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के लिए एक पोषक तत्व है.
ब्रोकली : इसमें पाये जानेवाले सल्फ्यूरोफेन एक ऐ रासायनिक तत्व है, जिसकी जरूरत डीटॉक्सीफिकेशन में पड़ती है. यह दिमाग को फ्री रैडिकल्स से होनेवाले क्षय से भी बचाता है.
एवोकाडो : इसमें पाये जानेवाले ‘मोनो अनसेचुरेटेड’ फैटी एसिड ब्रेन सेल्स की सुरक्षा करते हैं.
रेड वाइन : इसमें पाया जानेवाला पॉलीफिनॉल ब्रेन में खून के प्रवाह को गतिशील बनाता है.
पालक : यह एंटी ऑक्सीडेंट, आयरन, विटामिन के, फॉलेट व ल्यूटेन का भरपूर स्रोत है, जो ब्रेन की कोशिकाओं को बचाने में भी मददगार हैं.
बादाम : सैमन फिश की तरह बादाम में भी प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन इ की मात्रा होती है. यह भी ब्रेन को पुष्ट करने व याददाश्त को बनाये रखने में मददगार साबित होता है.
कुम्हड़ा के बीज : इसमें जिंक की प्रचुरता होती है, जो ब्रेन की एक्टिविटी और याददाश्त को बढ़ाने में मददगार है.
डेनडेलियन ग्रीन : इसमें प्री बायोटिक फाइबर की प्रचुरता के कारण यह ब्रेन के लिए लाभदायक बैक्टीरिया की वृद्धि में सहायक होता है.

Next Article

Exit mobile version