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रंगों से भरा आहार यानी भरपूर पोषण और स्वास्थ्य

प्रकृति ने हमें कई अनमोल उपहार दिए हैं जिनमें से सबसे जरुरी और उपयोगी हैं वनस्पतियां. हमारे पोषण और आहार के लिए ये वनस्पतियां हमारे स्वाद, इच्छा और उपयोगिता के अनुसार हमें उपलब्ध होती रहती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं इन्हें अपना आहार बनाने में हमारा मन और हमारी इच्छा कैसे कार्य करती हैं? […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2015 1:36 AM

प्रकृति ने हमें कई अनमोल उपहार दिए हैं जिनमें से सबसे जरुरी और उपयोगी हैं वनस्पतियां.

हमारे पोषण और आहार के लिए ये वनस्पतियां हमारे स्वाद, इच्छा और उपयोगिता के अनुसार हमें उपलब्ध होती रहती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं इन्हें अपना आहार बनाने में हमारा मन और हमारी इच्छा कैसे कार्य करती हैं?

दरअसल, हम सभी रंगों के प्रति आकर्षित होतें हैं और उसी के अनुसार हमारी पसंद बनती जाती है. प्रकृति से मिले फल और सब्जियां हमें पसंद हैं क्योंकि उनका रंगबिरंगा होना हमें पसंद हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं ये रंग-बिरंगी सब्जियां और फल हमें क्यों खानी चाहिए और किस रंग के फल और सब्जियां हमें क्या फायदा पहुंचाती हैं? आइए जाने…

नारंगी रंग

यह रंग हमारे शरीर को आशा और परिवर्तन से भरता है साथ ही यह रंग उदास मन को ऊर्जावान बनाता है. यह रंग स्ट्रेस को कम और अवसाद को मिटाता है . नारंगी रंग प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक है. इस रंग की प्राप्ति आडू, संतरा, तेंदू फल, पका पपीता और खुबानी जैसे फलों से होती है. सब्जियों में गाजर, कद्दू , मीठा आलू आदि.

नारंगी रंग जोड़ों में जकड़न और कब्ज़ जैसी परेशानियों को दूर करता है साथ ही यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने में सहयोग देते हैं.

लाल रंग

लाल रंग की सब्जियों और फलों से शरीर की ऊर्जा का स्तर सामान्य बना रहता है. लाल मिर्च, चुकंदर, लाल शिमला मिर्च, टमाटर, सेब, गाजर, चेरी, सेब, तरबूज, अनार, स्ट्रॉबेरी में अन्य विटामिन्स के साथ लगभग 63% विटामिन-सी होता है. यह रंग थकान को दूर करता है और आलसपन को कम करता है, लाल रंग की सब्जियों में प्रोटीन और खनिज की मात्रा अधिक होती है.

लाल रंग की कमी से शरीर में खून की कमी, सहनशक्ति में कमी सिरदर्द आदि के रूप में सामने आती है. लाल रंग के फल और सब्जियां आपको शारीरिक और भावनात्मक समस्याओं से भी लड़ने में मदद करती हैं.

हरा रंग

हरे रंग की सब्जियों के सेवन से हीमोग्लोबिन का स्तर ठीक रहता है और आंखों की रौशनी भी ठीक रहती है. इससे दांतों की बीमारियां और आंतों के कैंसर से बचाव होता है. हरी सब्जियों को भाप में पकाकर खाएं, तो और भी अच्छा रहेगा, क्योंकि इन सब्जियों को बहुत ज्यादा पकाने-भूनने से इनमें मौजूद तत्व नष्ट हो जाते हैं.

यह रंग शरीर में शक्ति को बढ़ाने वाला होता है, हरे रंग में खनिज और विटामिन भरपूर मात्रा में होता है. यह रंग नकारात्मक भावनाओं और किसी मुश्किल में फसने के डर से आपको बचाता है. इसके लिए नाशपति, नींबू, अंगूर, कीवी, हरा बादाम, ब्रोकली, हरी मटर, सेम, पालक, गोभी, मेथी, साग आदि का सेवन करना चाहिए.

पीला रंग

पीला रंग आपकी खुशी और हंसी को बढ़ाने के साथ-साथ यह अवसाद को भी कम करता है. पीले रंग की कमी से इंसान को तनाव, थकावट, बैचेनी, अवसाद और कमजोरी आदि हो सकती है.

इसके लिए केला, मौसमी, अनानास, नींबू, पीली शिमला मिर्च, पीला स्कवैश और मीठी मकई आदि खाना चाहिए. यह पीले की सब्जियां और फल विटामिन-सी जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने में सहयोग देते हैं और पाचन क्रिया बेहतर बनाते हैं.

बैंगनी रंग

बैंगनी रंग के फल-सब्जियों, जैसे फालसे, बैंगन, चौलाई, अंगूर, आलूबुखारा, सिंघाड़े आदि में मौजूद फाइटोकेमिकल्स आपकी याददाश्त को बढ़ाते हैं. यह कई तरह के कैंसर से भी बचाते हैं. आयरन युक्त होने के कारण ये खून की कमी को भी दूर करते हैं. इस रंग की सब्जियों को लोहे की कड़ाही में नहीं पकाना चाहिए. यह रंग आपको नेतृत्व की क्षमता को बढ़ाता है. यह हमारे मन को प्रभावकारी तरीके से नियंत्रित भी करता है.

रंगों से भरी यह वनस्पतियां हमें अनगिनत फायदे देती हैं. इन रंगीन सब्जियों और फलों में मौजूद बीटा-कैरोटीन गर्भाशय कैंसर, हृदय संबंधी बीमारियों, तनाव, अर्थराइटिस जैसी बीमारियों से बचाव करता है इसलिए अच्छी सेहत के लिए साग-सब्जियां खाना जरूरी है.

प्रकृति ने हमें रंगों के रूप में पोषक तत्वों का खजाना दिया है जिसको ग्रहण कर हम स्वास्थ्य का लाभ ले सकतें हैं.

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