बीयर के बारे में कहा जाता है कि इसके सेवन से मोटापा बढ़ता है. यह काफ़ी हद तक सही हो सकता है! ड्रिंक को बेहतर स्वाद देने के लिए इसमें इस्तेमाल की जाने वाली चीनी को अगर छोड़ भी दें, तो अल्कोहल में ही खासी कैलोरी होती हैं.
180 कैलोरी वाली बीयर के पाइंट में वाइन के छोटी ग्लास की तुलना में 50 प्रतिशत ज़्यादा ऊर्जा होती है, जो आपका मोटापा बढ़ाती है.
हाल के एक अध्ययन के मुताबिक शॉर्ट टर्म में ना तो वाइन पीना मोटापा बढ़ाता है और ना ही बीयर. जबकि कम वाइन या बीयर पीने वालों के लिए यह अंतर बहुत मायने नहीं रखता है.
इस अध्ययन में मामूली तौर पर वजन बढ़ने को नजरअंदाज़ भी किया गया. अगर इस दौरान एक किलोग्राम वजन को नज़रअंदाज़ किया गया हो तो पांच साल में यह 25 किलोग्राम हो सकता है.
इसके अलावा पेय के स्वाद और सुगंध को बढ़ाने के लिए रसायन भी मिलाए जाते हैं. माना जाता है कि गहरे रंग वाले पेय में ऐसे रसायन ज़्यादा मिलाए जाते हैं.
बोरबन (51 फ़ीसदी माल्ट वाली शराब) गहरे रंग की होती है और इसका हैंगओवर भी ज़्यादा होता है. लेकिन बीयर और वाइन से होने वाला हैंगओवर एकसमान ही होता है.
शराब पीने वालों का तर्क ये भी होता है कि यह स्वास्थ्य के लिए अच्छी है लेकिन इसमें भी बीयर ज्यादा अच्छी है या वाइन?
वाइन के बारे में कहा जाता है कि रोज़ाना एक ग्लास वाइन शरीर को तरोताजा रखने में मददगार होता है. इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि इसका सेवन हृदय रोग के ख़तरे, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारी के ख़तरे से बचा सकता है.
शरीर को फ़ायदा पहुंचाने वाले ये पॉलीफेनॉल्स गुण रेड वाइन में पाए जाते हैं. शरीर में कहीं भी सूजन हो या शरीर में मौजूद हानिकारक रसायनों को रेड वाइन दूर करती हैं.
बीयर में भी पॉलीफेनॉल्स होते हैं. जैसे व्हाइट वाइन में पाया जाता है. लेकिन इस लिहाज़ से रेड वाइन सबसे बेहतर है.
विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी ड्रिंक्स को ज्यादा लेना हानिकारक ही है लेकिन कभी-कभी एक ग्लास रेड वाइन पीने से फायदा हो सकता हैं.