कैसे रहें 50 के बाद फिट
बढ़ती उम्र और थकते शरीर के साथ अक्सर लोग अपने खान-पान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना छोड़ देते हैं जिसके कारण जल्द ही उन्हें बीमारियां घेर लेती हैं. उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर की कार्यप्रणाली मद्धम पड़ जाती है. आधुनिक लाइफस्टाइल को जीने के लिए भी प्रतिदिन कसरत करना आवश्यक हो जाता है. बढ़ती […]
बढ़ती उम्र और थकते शरीर के साथ अक्सर लोग अपने खान-पान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना छोड़ देते हैं जिसके कारण जल्द ही उन्हें बीमारियां घेर लेती हैं. उम्र बढ़ने के साथ ही शरीर की कार्यप्रणाली मद्धम पड़ जाती है.
आधुनिक लाइफस्टाइल को जीने के लिए भी प्रतिदिन कसरत करना आवश्यक हो जाता है. बढ़ती उम्र में शरीर को स्वस्थ और स्मार्ट लुक देने के लिए महिलाएं कम ध्यान दे पाती है जबकि पुरुष इसमें सक्रिय रहते हैं. ऐसे में 50 पार करते ही आपको स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं घेर लेती हैं.
-बढ़ती उम्र के साथ अकसर सुनने की क्षमता कम हो जाती है. कई लोगों को याददाश्त कम होने की भी समस्या हो जाती है. ऐसे में जरूरी है कि समय-समय पर हीयरिंग टेस्ट करवाते रहें.
-बढ़ती उम्र में आप व्यायाम, योगा और मॉर्निग वॉक करके खुद को फिट रखा जा सकता है.
-कई बीमारियों से बचने के लिए संतुलित भोजन करें, इतना ही नहीं मीठा कम खाएं और समय-समय पर ब्लडप्रेशर और डायबिटीज का चेकअप करवाते रहें.
-हर दिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन करना चाहिए ताकि मेटाबॉलिज्म पूरे दिन सक्रिय रहे और ब्लड-शुगर का लेवल संतुलित बना रहे.
-हमेशा सकारात्मक सोचे इससे आप खुद तो खुशहाल और स्वस्थ रहेंगे साथ ही अपने आसपास के माहौल को भी खुशनुमा रखेंगे.
-कुछ खाघ पदार्थ जैसे- तैलीय, मसालेदार और जंक फ़ूड इस उम्र में नुकसान कर सकते हैं, वहीं हल्का-फुल्का भोजन आपको सेहतमंद रखता है. खाने में फल, जूस, तरल पदार्थ, सलाद, हरी पत्तेदार सब्जियां इत्यादि को खासतौर पर शामिल करें.
-बढ़ती उम्र में रात में खाना खाने से बचना चाहिए, साथ ही नियमित संतुलित डाइट रखनी चाहिए.
-बढ़ती उम्र में अधिक थका देने वाले काम करने चाहिए. सबसे अच्छा ये होगा कि काम के घंटे तय कर लिए जाए और आराम के लिए भी वक़्त निकाला जाए.
-हर 6 महीनें में डॉक्टर से चेकअप कराते रहें और साल में एक बार पूरी बॉडी का चेकअप करवाएं.
इन सलाहों को माने और एक्टिव रहें. कुछ लोग को उम्र को बहाना बना कर किसी काम को करने से बचते हैं उन्हें भी इस बात पर अमल करना चाहिए ताकि आगे की किसी के सहारे के बिना अपनी मर्जी से जी जा सके.
शहरों में रहने वाले लोग अपने को स्मार्ट और एक्टिव रख कर लम्बा और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं.