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सीखिए रसोई से प्यार करना

हम सभी जानते हैं कि दिल का रास्ता पेट से होकर जाता है लेकिन इस पेट के लिए रसोई का रास्ता भी तय करना पड़ता है. हम सारा घर चमका कर रखते हैं लेकिन रसोई को छोड़ देते हैं काम वाली के जिम्मे जो खानापूर्ति कर निकल जाती है. ऐसे में रसोई में पैदा होते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2015 11:57 PM

हम सभी जानते हैं कि दिल का रास्ता पेट से होकर जाता है लेकिन इस पेट के लिए रसोई का रास्ता भी तय करना पड़ता है. हम सारा घर चमका कर रखते हैं लेकिन रसोई को छोड़ देते हैं काम वाली के जिम्मे जो खानापूर्ति कर निकल जाती है. ऐसे में रसोई में पैदा होते कॉकरोच, सड़ता कचरा, बद्बुदाते बर्तन खाने को हानिकारक बना सकते हैं.

हर जगह साफ़-सुधरी है और खाने की जगह गन्दी और बदबूदार. ऐसे में कोई यदि आपकी रसोई में दाखिल हो जाए तो? शायद फिर कभी आपके घर ही न आए…

किचन को कीटाणु मुक्त रखना सेहत के लिए बहुत जरूरी है. बेहतर तो ये होगा कि रोजाना की साफ-सफाई में कुछ बातों का ध्यान रख कर ही हम अपनी रसोई को साफ-सुथरा और कीटाणु-मुक्त बना सकते हैं.

कुछ यूं रखें अपनी रसोई का ख्याल

सिंक की करें नियमित सफाई

बर्तनों के गंदे होने पर उन्हें ज्यादा समय के लिए सिंक में न पड़े रहने दें. कोशिश करें की सुबह का शाम और शाम का सुबह वाला रूटीन सुधार लें और कामवाली के भरोसे ही न बैठे बल्कि खुद भी सिंक को बर्तनों से खाली रखे.

सिंक में बर्तन रखने से पहले उनमें बचा खाना कूड़ेदान में डाल दें और उन्हें पानी से धो कर सिंक में रख दें. यदि कामवाली को ही बर्तन साफ़ करने हैं तभी यही तरीका अपनाएं. अपने स्टेनलेस स्टील से बने सिंक को साफ करने के लिए वोशिंग पावडर का इस्तेमाल कर सकती हैं.

घर में पड़े पुराने मौजे इस काम के लिए निकाल ले. इससे सिंक चमक जाएगी.

गर्म पानी भी जरुरी

बर्तन धोने से लेकर सिंक की सफाई तक के लिये यदि आप गर्म पानी का इस्तेमाल करें तो यह कमाल की सफाई करेगा. सबसे अच्छी बात ये कि इससे सिंक की बदबू खत्म हो जाएगी. सिंक धोने के लिए यूज़ करने वाले ब्रश, कपड़े, मौजे, गर्म पानी में सर्फ डाल कर या ब्लीच डाल कर रख दें ताकि उनमें लगी चिकनाई और गन्दगी निकल जाए.

चौपर या कटिंग बोर्ड

सब्जी काटने के बाद इस्तेमाल किये गए चौपर और कटिंग बोर्ड को धो कर ही अलग रखें. कई बार जल्दबाजी या आलस के कारण ऐसे ही बोर्ड को रख दिया जाता है जो बोर्ड में फफूंद, फंगस और कीटाणुओं को पैदा होने का स्थान बन जाता है. बेहतर होगा कि प्लास्टिक या कांच का बोर्ड इस्तेमाल करें, क्योंकि यह कीटाणुरोधी होते हैं. यदि आप लकड़ी का बोर्ड उपयोग करते हैं तो उसे प्रयोग करने के बाद अच्छी तरह से धो लें.

डिश टॉवल पर भी ध्यान दें

किचन में हाथ पोंछने, बर्तन पोंछने वाला तौलिया भी कीटाणुओं को निमंत्रण दे सकता है. खाना बनाते समय आप टॉवल का इस्तेमाल करते हैं और उसी टॉवल से स्लेप और बर्तन पोंछ देते हैं. इससे आपके हाथों से कीटाणु टॉवल में भी चले जाते हैं और स्लेप के बर्तनों में. इसलिये कुछ भी पकाने के दौरान अपने हाथ तौलिया से पोंछने से पहले अच्छी प्रकार से साबुन से धोएं और उसके बाद रसोई के तौलिये का इस्तेमाल करें, इससे बैक्टीरिया नहीं पनपेगा.

ताकि पानी मिले साफ़

पानी का मुख्य स्रोत और उससे जुड़ा अपना वाटर फिल्टर भी कीटाणुओं को बढ़ावा दे सकता है. इसे ठीक से साफ न करने व गंदे हाथों से छूने पर कीटाणुओं की संख्या बढ़ती रहती है इसलिए यह जरुरी हो जाता है कि फिल्टर के नल को सप्ताह में एक बार रात भर सफेद सिरके में भिगो कर रखें और फिर साफ कर दोबारा लगाएं.

डिब्बों को रखें साफ़

जल्दबाजी में हों तो बात अलग है लकिन जब भी समय मिले या अपने सन्डे को आप डिब्बों की सफाई में लगा सकतीं हैं. हर हफ्ते यदि डिब्बे साफ़ किये जाए तो यह 15 से 20 मिनट लेंगे लेकिन यदि इन्हें सालाना सफाई के भरोसे रखा जाए तो यह आपका पूरा दिन ले सकते हैं. इससे आपकी रसोई हमेशा चमकती रहेगी, आपको एक साथ ढेर सारा काम भी नहीं करना पड़ेगा और कीटाणु भी दूर होंगे.

इलेक्ट्रॉनिक समानों का भी करे ख्याल

हर रोज आपकी रसोई में काम आने वाले उपकरण जैसेमिक्सर, ग्राइंडर, माइक्रोवेव और स्विच बोर्ड को साफ करने के लिए 2 छोटे चम्मच लिक्विड ब्लीच मिलाकर साफ-मुलायम कपड़े में भिगोकर साफ करें. वे एकदम साफ और कीटाणु मुक्त हो जाएंगे.

कचरे को भी रखें साफ़

रसोईघर के अलग-अलग कचरे के लिए, अलग-अलग कूड़ेदान बनाएं और कूड़ेदान में हमेशा पॉलीथीन लगा कर रखें. इससे कूड़ा फेंकने में भी सुविधा होती है और कूड़ेदान गंदा भी नहीं रहेगा. रोज़ इसकी सफाई भी करें.

इन सारी बातों के अलावा रसोई में एग्जॉस्ट फैन जरूर लगवाएं. जिससे रसोई में काम करते समय घुटन न हो और धुंआ घर को काला न कर पाए.

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