आहार को पूरा करे सलाद
पौष्टिकता के लिए सिर्फ सब्जी और फल ही जरुरी नहीं बल्कि सलाद का भी महत्व है. कई ऐसी बीमारियां जिन्हें थाली भर भोजन समाप्त नहीं कर पाता उन्हें सलाद की एक प्लेट कम कर देती है. कच्चे फल और सलाद रूपी सब्जियां इसलिए भी खाई जाती हैं कि यह पेट सम्बन्धी बिमारियों को दूर करती […]
पौष्टिकता के लिए सिर्फ सब्जी और फल ही जरुरी नहीं बल्कि सलाद का भी महत्व है. कई ऐसी बीमारियां जिन्हें थाली भर भोजन समाप्त नहीं कर पाता उन्हें सलाद की एक प्लेट कम कर देती है. कच्चे फल और सलाद रूपी सब्जियां इसलिए भी खाई जाती हैं कि यह पेट सम्बन्धी बिमारियों को दूर करती हैं. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
सलाद का नियमित सेवन सेहतमंद बनाता है. सलाद न सिर्फ भोजन को अधिक आकर्षक बल्कि स्वादिष्ठ और पौष्टिक बनाता है. सलाद कई विटामिन्स, प्रोटीन्स, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेटऔर फाइबर से भरा होता है. जिससे शरीर का कई बिमारियों से बचाव होता है.
सलाद का आहार में महत्वपूर्ण स्थान है. यदि आप भोजन न भी करें लेकिन यदि सलाद लें तो यह आपके भोजन से ज्यादा पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक हो सकता है.
जानिए सलाद का आहार में क्यों महत्व है…
-सलाद खाने से रोगो से लड़ने की शक्ति मिलती है.
-सलाद पाचन क्रिया ठीक रखता है.
-फाइबर की अधिकता के कारण कोलेस्ट्रॉल कम करता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है.
– सलाद पेट के कई विकारों को दूर करता है.
-सलाद खाने से आँखों की रोशनी बढ़ती हैं और स्मरणशक्ति दुरुस्त रहती है.
सलाद को खाने से ठीक पहले काटना उचित होता है. रखा हुआ और देर से रखा हुआ सलाद नुकसान भी पहुंचा सकता है. आहार में विभिन्न सब्जियों के अलावा फलों का भी उपयोग कर सकते हैं.
सलाद बनाने के लिए इन आहार पदार्थों को लेना चाहिए…
खीरा
-खीरा कब्ज को दूर करता है.
-शरीर की गर्मी और पेट की जलन को कम करता है.
-चर्म रोग में राहत देता है.
-शरीर में पानी की कमी को दूर करता है.
टमाटर
-टमाटर विटामिन-ए, बी अधिक मात्रा में पाया जाता है.
-यह कैंसर विरोधी होता है.
-यह कब्ज को दूर करता है और पाचन शक्ति को बढ़ाता है.
-टमाटर खाने से हाई ब्लडप्रेशर की समस्या और मोटापे से लड़ा जा सकता है.
मूली
-यह एसिडिटी की परेशानी को दूर करती है.
-मूली में कैंसर विरोधी तत्वों (Phytochemicals, antocynains) का भरपूर समावेश होता है.
-मूली ब्लडप्रेशर को भी नियंत्रण में रखती है साथ ही यह रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है.
पालक
-फाइबर, विटामिन्स और आयरन से भरपूर पालक एनीमिक रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होता है.
-महिलाओं को ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए पालक का सेवन जरुर करना चाहिए.
-पालक विटामिन-के का अच्छा स्रोत है जो हड्डियों को मजबूत करता है. सप्ताह में 3 बार पालक खाना अधिक स्वास्थ्यवर्धक होता है.
पत्तागोभी
-दुर्लभ विटामिन-यू का उत्तम स्रोत है पत्तागोभी.
-पत्तागोभी के नियमित सेवन से पेट का अल्सर ठीक हो जाता है.
-यह भी कैंसर को रोकने में सहायक है. साथ ही यह ह्रदय संबंधी बिमारियों को भी दूर करता है.
गाजर
-गाजर में विटामिन-ए और लोह तत्व अधिक मात्रा में पाया जाता है.
-यह आँखों और मैमोरी बढ़ाने के लिए उपयोगी है.
-गाजर मुंहासे, पेट की समस्या और चर्म रोग से छुटकारा दिलाती है.
-खून की कमी और वीकनेस से बचने के लिए गाजर का जूस और कच्ची गाजर खाना बहुत लाभदायक होता है. यही नहीं यह ओवेरियन और किडनी कैंसर में विशेष लाभकारी है.
प्याज
-यह अधिकतर लोगों की पसंदीदा सलाद है. प्याज खाने से भूख बढ़ती हैं.
-प्याज खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और लू, हैजा और त्वचा रोग ठीक होते हैं.
-यह एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-सी का भरपूर स्रोत है.
शलगम
-यह डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयोगी सलाद है.
-शलगम मसूड़ों और दांतों के रोग से बचाता है.
इन सभी को बदल-बदल कर अपने आहार में शामिल करें.