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आपकी नींद उड़ा सकती है बाथरूम की लाइट

बाथरूम की लाइट भी आपके सोने में खलल डाल सकती है. सोते समय नाइट बल्ब जलाना ठीक माना जाता है लेकिन सोने से पहले ब्रश करने के लिए बाथरूम में जाते समय, बाथरूम की रोशनी भी आपकी नींद खराब कर सकती है. दरअसल, सोने की तैयारी करते-करते शरीर के तंतु भी आराम की मुद्रा में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 12:22 AM

बाथरूम की लाइट भी आपके सोने में खलल डाल सकती है. सोते समय नाइट बल्ब जलाना ठीक माना जाता है लेकिन सोने से पहले ब्रश करने के लिए बाथरूम में जाते समय, बाथरूम की रोशनी भी आपकी नींद खराब कर सकती है.

दरअसल, सोने की तैयारी करते-करते शरीर के तंतु भी आराम की मुद्रा में आ जाते हैं और ब्रश के लिए बाथरूम की तेज लाइट ऑन करते ही वह जाग जाते हैं जिसकी वजह से आप घंटों तक नींद के इंतज़ार में लेटे रहते हैं.

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के स्लीप एंड सरकेडियन न्यूरोसाइसेंस इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर रसेल फॉस्टर के अनुसार, आदमी का शरीर सोने या जागने की तैयारी मूल रूप से प्राकृतिक रोशनी में करता है लेकिन अब हम लगभग हर वक्त बिजली की रोशनी में रहते हैं. जिससे दिमाग में सोने की इच्छा पैदा करने वाला हिस्सा बाधित होता है, जिसकी वजह से सुलाने वाले मेलाटोनीन हार्मोन के पैदा होने में दिक्कत होती है.

डॉ. फॉस्टर का मानना है कि जब थकावट होती है और शरीर नींद की जरूरत के संकेत देता है तब हम लाइट ऑफ कर सोने लगते हैं लेकिन इस दौरान अगर हम ब्रश करने के लिए बाथरूम की लाइट जलाते हैं तो उसमें फिर बाधा पड़ती है. इससे वह तंतु सक्रिय हो जाते हैं जो हमारे शरीर को अलर्ट करते हैं.

डॉ. फॉस्टर कहते हैं कि मिरर लाइट जैसी किसी चीज के आविष्कार की सबसे ज्यादा जरूरत लगती है ताकि हम इस चीज से बच सकें. कृत्रिम रोशनी प्राकृतिक प्रकाश की तुलना में काफी कम होती है. शरीर में प्रकाश के कारण होने वाले बदलावों के लिए भी जरूरी है कि हम मॉर्निग वाक पर निकलें. इससे शरीर को समय चक्र से तालमेल बैठाने में सहूलियत होती है.

विशेषज्ञों का मानना है कि गहरी नींद हर व्यक्ति के लिए जरूरी है और बाथरूम की यह लाइट इसमें विघ्न डालती है.

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