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शुगर फ्री दिवाली, हैप्पी दिवाली

दिवाली का त्यौहार हो और मिठाईयों से परहेज करना हो, ऐसा संभव नहीं! लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए त्यौहारों पर खास ध्यान देना जरुरी हो जाता है. दिवाली पर शुगर फ्री मिठाईयों और ऑइल फ्री पकवानों के साथ डायबिटीज के मरीज अपनी दिवाली एन्जॉय कर सकते हैं. मेहमानों का आना-जाना तो लगा ही रहेगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2015 4:09 PM

दिवाली का त्यौहार हो और मिठाईयों से परहेज करना हो, ऐसा संभव नहीं! लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए त्यौहारों पर खास ध्यान देना जरुरी हो जाता है.

दिवाली पर शुगर फ्री मिठाईयों और ऑइल फ्री पकवानों के साथ डायबिटीज के मरीज अपनी दिवाली एन्जॉय कर सकते हैं. मेहमानों का आना-जाना तो लगा ही रहेगा. ऐसे में समय मिलते ही अपना ब्लडशुगर चेक करें और अगली डाइट में उसके अनुकूल ही खाएं ताकि शुगर लेवल बैलेंस रहे.

कैसे मनाएं शुगर फ्री दिवाली….

-दिवाली का त्यौहार 5 दिन का होता है और हर दिन मेहमानों का तांता लगा ही रहता है ऐसे में हर बार की चाय, कॉफ़ी, बिस्किट, मिठाईयों से परहेज करें.

-दिवाली के मौके पर खासतौर से डायबिटीज मरीजों को स्मॉल फ्रीक्वेंट मील लेना चाहिए जिसमें न तो बहुत ज्यादा चिकनाई हो और न ही बहुत ज्यादा मिठास.

-जौ, बाजरा, रागी का आटा फाइबर युक्त होते हैं. इनमें आप गेहूं के आटे के साथ लेकर कोई भी आटा मिक्स करके चपाती बनाएं और वही खाएं.

-ओट्स का दलिया सब्जियों के साथ बनाकर ले सकते हैं, इससे न केवल आपको प्रोटीन मिलेगा बल्कि आपको फाइबरयुक्त भोजन भी मिलेगा. फाइबर से भरपूर आहार आपके पेट का सिस्टम ठीक रखेगा साथ ही यह आपके शुगर को कंट्रोल भी करेगा.

-खाने से ज्यादा पानी की मात्रा अधिक बढ़ा दें. सलाद अधिक से अधिक खाएं.

-डायबिटीज मरीजों के लिए बाजार में शुगर फ्री मिठाइयां मिलती हैं. इसके अलावा आप कम वसा वाली मिठाइयां चुनें जैसे गुलाब जामुन की बजाय रसगुल्ला खाएं. संदेश और पेड़ा भी खाए जा सकते हैं.

-नमकीन और तीखे में मठरी, शक्करपाली, चकली, कचौरियां आदि बनाएं जिनमें आप आटे के साथ बाजरा, रागी, सोयाबीन का आटा मिला सकते हैं. इन नमकीनों में आप हरी पत्तियों की सब्जियां जैसे मेथी, पालक, धनिया आदि मिला सकते हैं.

-दिवाली के मौके पर बहुत तला हुआ खाया जाता है, ऐसे में आप तलने की बजाय नमकीन को भूनें. भूने हुए पापड खाएं। बिरयानी आदि में तले हुए की बजाय भूने हुए प्याज का इस्तेमाल करें. पूरी, पराठा या बिरयानी की बजाय रोटियां या फुल्के दें.

-ड्राई फ्रूट्स से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों की मेहमान नवाजी करें, इनमें चिकनाई भी नहीं होती और ज्यादा दिनों तक इनका इस्तेमाल भी कर सकते हैं.

-दिवाली और उसके बाद लगभग एक सप्ताह तक मिठाइयों और चिकनाई युक्त खाने का दौर चलता है, इसलिए पहले से तय कर लें कि इस दौरान आपका खानपान किस तरीके का होगा.

-अगर आपको डॉक्टर ने आपको मिठाई खाने से बिल्कुल ही मना कर रखा है तो थोड़ा सा भी खाने से बचें.

त्यौहारों की ख़ुशी में बीमारी को अवॉयड करना सही नहीं बल्कि खतरनाक हो सकता है, इससे बचने के लिए बेहतर होगा कि अपनी डाइट का ख्याल रखें और दिवाली एन्जॉय करें.

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