मीट खाना और सिगरेट पीना एक जैसा…कैसे?
भोजन जीवन के लिए जरूरी है. लेकिन कौन सा भोजन बेहतर है और कौन सा नहीं, इसके लेकर हर साल राय बदलती रहती है. इसी तरह कुछ लोग मीट खाना पसंद करते हैं और कुछ हरी सब्जियां. सब्जियां खाना स्वास्थ्यवर्धक है, लेकिन क्या आप जानते हैं मीट खाना, सिगरेट पीने जैसा है? हाल ही में […]
भोजन जीवन के लिए जरूरी है. लेकिन कौन सा भोजन बेहतर है और कौन सा नहीं, इसके लेकर हर साल राय बदलती रहती है. इसी तरह कुछ लोग मीट खाना पसंद करते हैं और कुछ हरी सब्जियां. सब्जियां खाना स्वास्थ्यवर्धक है, लेकिन क्या आप जानते हैं मीट खाना, सिगरेट पीने जैसा है?
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य ने प्रोसेस्ड मीट के बारे में ये चेतावनी दी है कि इससे स्वास्थ्य को सिगरेट पीने जैसा ही खतरा है.
दरअसल, प्रोसेस्ड मीट वो मांस है जिसे ज़्यादा समय तक ताज़ा रखने के लिए रसायन, प्रीजरवेटिव के साथ मिलाकर रखा जाता है और जिसे अपने इच्छानुसार खाया जा सकता है. लेकिन क्या एक साल खाया जाने वाला मीट अगले साल भी खाने लायक होगा? आइए जाने…
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, सुअर का मांस और दूसरे प्रोसेस्ड मीट के सेवन से कोलोरेक्टल (गुदा) कैंसर होने का ख़तरा होता है.
कोलोरेक्टल कैंसर बहुत कम लोगों को होता है. लेकिन अगर कोई कभी-कभार भी मांस खाते हैं तो उसके जीवन में कोलोरेक्टल कैंसर होने की आशंका 5.6% होती है और अगर कोई सुअर का मांस खाता है तो यह आशंका बढ़कर 6.6% हो जाती है.
कहा जा सकता है कि सुअर का मांस खाना बंद करने से 100 में से केवल एक आदमी कैंसर की आशंका से बच सकता है. लेकिन अगर तंबाकू पीना छोड़ दिया जाए तो प्रति सौ में 10 से 15 लोगों का जीवन बच सकता है. इसीलिए दोनों के बीच सीधी तुलना नहीं हो सकती.
एक आम धारणा के अनुसार, अंडा खाने से हर्ट अटैक हो सकता है जबकि सच ये है कि अंडा धमनियों में कॉलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और इससे हृदय संबंधी बीमारियों का ख़तरा बढ़ता है.
पेट फूलने और कब्ज़ की शिकायत का ख़तरा भले बढ़ता हो लेकिन अंडा खाना प्रोटीन का सुरक्षित और अहम स्रोत है. लेकिन ज्यादा खाना मीट और अंडा दोनों का खतरा मोल लेने जैसा हो सकता है.