यदि शरीर का इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है तो निश्चित ही अन्य बीमारियां भी शरीर को आसानी से घेर लेती हैं. ऐसे ही यदि किस व्यक्ति को डायबिटीज हो जाए तो उसे अन्य बीमारियां भी होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.
डायबिटीज होने से ब्लडप्रेशर, कोलेस्ट्रोल बढ़ने के कारण अन्य रोग जैसे दिल और किडनी से जुड़ी बीमारियां बढ़ने का खतरा रहता है. ऐसे रोगियों के लिए हालिया हुए एक शोध में आहार में परिवर्तन कर, इन जटिल बीमारियों से लड़ने का अचूक उपाय सुझाया गया है.
टाइप-2 डायबिटीज पीड़ितों में किडनी और दिल की बीमारियों तथा सोडियम व पोटेशियम के सेवन के बीच संबंध जानने के लिए यह शोध किया गया.
इस शोध के अनुसार, अपने आहार में पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करने से इस खतरे को कम किया जा सकता है.
जापान की शिगा यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस के शिन इची अराकी और उनके साथियों ने 623 डायबिटीज मरीजों पर अध्ययन किया. मरीजों को 1996 से 2003 तक परीक्षण में रखा गया और 2013 तक उनसे संबंधित आंकड़े लिए गए.
विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे लोग जिनके भोजन में पोटेशियम की मात्रा अधिक देखी गई, उनकी
किडनी की कार्यप्रणाली में समय के साथ गिरावट की दर बहुत कम रही. ऐसे लोगों में दिल की बीमारियों के मामले भी कम पाए गए.
इन बिमारियों से बचने के लिए आहार में केला, दही, हरी सब्जियां और पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए.