Loading election data...

बढ़ती धड़कनों को नज़रंदाज़ न करें…

किसी को देख कर दिल की धड़काने तेज़ हो जाना प्रेम हो सकता है लेकिन यदि सामान्य रूप से एक साधारण व्यक्ति के दिल की धड़कने बढ़ने लगें तो इसे नजरंदाज बिलकुल न करें, यह प्रेम नहीं बल्कि आपकी मौत का कारण भी बन सकता है… कहते हैं कि प्रेम में धड़काने तेज़ हो जाती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2015 12:02 AM

किसी को देख कर दिल की धड़काने तेज़ हो जाना प्रेम हो सकता है लेकिन यदि सामान्य रूप से एक साधारण व्यक्ति के दिल की धड़कने बढ़ने लगें तो इसे नजरंदाज बिलकुल न करें, यह प्रेम नहीं बल्कि आपकी मौत का कारण भी बन सकता है…

कहते हैं कि प्रेम में धड़काने तेज़ हो जाती हैं लेकिन हर बार धड़कनों के तेज़ होने का कारण प्रेम नहीं हो सकता, यह हम नही बल्कि वैज्ञानिक कह रहें हैं. सामान्य से तेज दिल की धड़कन को गंभीर रूप से न लेना खतरनाक हो सकता है. हालिया हुए एक शोध के अनुसार, आराम की स्थिति में भी जिन लोगों का दिल तेजी से धड़कता है, उनमें किसी भी कारण से असमय मौत का खतरा बढ़ जाता है.

चीन के शानदोंग प्रांत स्थित किंगदाओ यूनिवर्सिटी मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रति मिनट 80 से ज्यादा धड़कन वालों में असमय मौत का खतरा 45% तक बढ़ जाता है.

तेज धड़कन का यह असर सामान्य लोगों पर भी उतना ही है जितना दिल की बीमारी से ग्रसित लोगों पर या शायद अधिक.

शोधकर्ता दोंगफेंग झांग ने कहा आराम की स्थिति में तेज धड़कन से जुड़ा खतरा दिल से जुड़ी किसी भी अन्य बीमारी से अलग अपना असर रखता है.

इसके लिए शोधकर्ताओं ने 12,46,203 लोगों पर 46 अध्ययनों से यह निष्कर्ष निकाला. अध्ययन में पाया गया कि प्रति मिनट धड़कन में 10 की बढ़ोतरी से अन्य कारण से होने वाली मौतों में 8% और दिल से जुड़ी बीमारी के कारण मौत में 9% की बढ़ोतरी होती है.

यह रिसर्चे कनाडा के मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित किया गया है.

Next Article

Exit mobile version