जितने तेज़ी से लोगों की लाइफस्टाइल बदल रही है उतनी ही तेज़ी से समस्याएं बढ़ रही हैं. न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में ही लोग तेज़ी से मोटापे, डायबिटीज़ और कैंसर जैसी स्वास्थ्य समस्याओं की ओर बढ़ रहें हैं. शायद यही कारण है कि हेल्थ इंडस्ट्री इन वजहों से प्रगति कर रही है.
दरअसल, चेंज होते लाइफस्टाइल के कारण लोग फिट रहना, स्मार्ट दिखना चाहते हैं जिसके लिए जिम, स्लिमिंग सेंटर जाना उनके रूटीन में शामिल हो गया है. ऐसी परेशानियां लोगों को फिट रहने के लिए प्रेरित करती हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन सेवाओं को शुरू किया गया है.
देशभर में खुलते जिम और फिटनेस सेंटर के होते हुए भी लोग फिटनेस के लिए ऑनलाइन सेवाओं की जरूरत महसूस करते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है समय की कमी और अधिक खर्चों का होना.
सर्दियों के मौसम में फैलते इंफेक्शन को देखते हुए लोग रोज़ सुबह-शाम एक्सरसाइज करने लगे हैं. साथ ही डाइट पर भी पूरी तरह से ध्यान दे रहे हैं. फिर भी अगर आपको कोई फायदा नहीं हो रहा तो फिटनेस एप्स, रिस्ट बैंड्स और ऑनलाइन सेवाओं का खुल कर प्रयोग कर रहे हैं. ऐसी सेवाएं घर बैठे ही लोगों को फिटनेस का लक्ष्य हासिल करने में काफी मदद कर रही हैं.
जानकर बताते हैं कि करीब 25% जिम ऐसे हैं, जिनमें सर्टिफाइड ट्रेनर्स नहीं हैं. इसलिए ऑनलाइन सेवाएं जैसे फिटबिट और जॉबोग के भारत में प्रवेश को देखते हुए, फिटनेस क्षेत्र के अधिकांश वैश्विक खिलाड़ी स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए कतार में खड़े हैं.
स्मार्ट वॉच के लीडिंग ब्रांड टाइमएक्स ने भी भारत में स्वास्थ्य वर्ग में कदम रख दिए हैं, जिसमें उन्होंने आइरनमैन मूवx20 और आइरनमैन रनx20 जीपीएस लॉन्च किए हैं. डिजिटल टैक्नॉलजी के साथ स्वास्थ्य उपकरण जैसे भारतीय फिटनेस एप्स और ऑनलाइन स्टार्ट अप्स शुरू हो रहे हैं.
डिजिटल और हेल्थकेयर के उपकरण को पहनने से आप खुद की दिल की धड़कन और गति जैसे मानकों पर आसानी से नज़र रख सकते हैं. इसके अलावा गति, व्यायाम, दूरी, रक्तचाप, तापमान और अन्य चीजों पर भी नज़र रख सकते हैं.
तो तैयार हो जाईए, फिटनेस बस एक क्लिक की दूरी पर है.