अक्सर महिलाएं अपना ख्याल इसलिए नही रख पातीं क्योंकि उन्हें अपनों का ख्याल रखना होता है. दिन भर में शायद ही उन्हें अपने लिए इतना वक़्त मिलता हो कि वह अपने स्वास्थ्य के बारे में भी सोच सकें. इन अनियमितताओं से गुजरते हुए उन्हें कई गंभीर रोग लग जाते हैं जिनमें से तेज़ी से फैलने वाला रोग है ‘ओवेरियन कैंसर’. कभी 50 से अधिक उम्र की महिलाओं को होने वाली यह बीमारी आज यंग लकड़ियों में देखने को मिलती है.
लेकिन क्या आप जानते हैं? एक सिंपल सा ब्लड-टेस्ट आपको ओवेरियन कैंसर होने से बचा सकता है. जी हाँ, आइए आपको बताते हैं कैसे?
वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक शोध द्वारा इस बीमारी से बचने का हल खोज निकाला है.
सालों के परीक्षण के बाद विज्ञानिकों ने इन निष्कर्षों को सांझा किया गया है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि महिलाएं सालाना 20 बार अपना ब्लड-टेस्ट कराएं तो निश्चित ही ओवेरियन कैंसर से होने वाली मौतों में 20% तक कमी आ सकती है.
ब्रिटिश महिलाओं में ओवेरियन कैंसर पांचवां सबसे आम कैंसर है. यहाँ हर साल 4,300 से ज्यादा महिलाओं की मौत ओवेरियन कैंसर की वजह से होती है. हर साल 7000 से अधिक केस ओवेरियन कैंसर के आते हैं जिनमें से अधिकतर महिलाओं को ये पता ही नहीं होता कि उन्हें कैंसर है.
कैंसर का पता न चल पाना ही इस बीमारी के होने का मुख्य कारण है. इसलिए विज्ञानिकों का कहना है कि यदि हर महिला साल में 20 बार रेगुलर तरीके से अपना ब्लड-टेस्ट कराएं तो इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं की कुछ आदतें जैसे- कंट्रासेप्टिव पिल्स, अस्वस्थ खानपान भी ओवेरियन कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं. यदि वह अपने रोजाना के खान-पान में ग्रीन टी, फल और सब्जियों के साथ-साथ रोज एक्सरसाइज भी करें तो इसकी संभावना को कम किया जा सकता है.
खास कर तब जब आप इन आदतों के साथ जी रही हैं तब आपको जरुर अपना ब्लड-टेस्ट कराना चाहिए ताकि जल्द किसी भी सम्भावना को पकड़ कर उसका इलाज किया जा सके.