Advertisement
मल में खून आने की समस्या
मदन एक पांच साल का बच्चा है, जिसे मल त्यागने में परेशानी होती है. कभी-कभी मल के साथ खून भी आ रहा था. उसकी मां के अनुसार मल के साथ एक या दो खून की बूंदें आती हैं. यह समस्या भी आजकल सामान्य हो गयी है. खून आमतौर पर काला या लाल होता है. ऐसा […]
मदन एक पांच साल का बच्चा है, जिसे मल त्यागने में परेशानी होती है. कभी-कभी मल के साथ खून भी आ रहा था. उसकी मां के अनुसार मल के साथ एक या दो खून की बूंदें आती हैं. यह समस्या भी आजकल सामान्य हो गयी है. खून आमतौर पर काला या लाल होता है. ऐसा इसके आंत के अलग-अलग हिस्सों से आने के कारण होता है.
कारण : यह समस्या कई कारणों से हो सकती है. यह मलद्वार में फिशर, बवासीर, पॉलिप, डिसेंट्री, इन्फेक्शन, बनावट में गड़बड़ी या इन्फ्लेमेट्री बॉवेल सिंड्रोम के कारण हो सकता है. आमतौर पर अधिकतर मामलों में इसका कारण बच्चों में इन्फेक्शन ही होता है.
जांच व उपचार : इस रोग के उपचार के लिए भी सबसे पहले इसके कारणों को जानना जरूरी होता है. इसके लिए सबसे पहले रोगी के रोगों के इतिहास की जानकारी ली जाती है. मल जांच भी करायी जाती है. उसके बाद कुछ अन्य जरूरी जांच जैसे-सीबीसी, लिवर टेस्ट, आंत की इंडोस्कोपी की जा सकती है.
ये सभी जांच किसी शिशु रोग विशेषज्ञ की देख-रेख में ही करानी चाहिए. अगर खून बहुत ज्यादा आ रहा हो, तो खून चढ़ाने की भी नौबत आ सकती है. खून अगर नहीं रुक रहा हो, तो आंत की सर्जरी भी करनी पड़ सकती है. अत: यदि इस प्रकार के कोई लक्षण िदखें, तो इसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement