‘झपकी’ लीजिए काम पे चलिए…

ऑफिस में काम करते-करते निधि अक्सर छुप-छुपाते झपकी मार ही लेती है. उसकी इस आदत पर बॉस पहले नाराज़ होते थे लेकिन अब नहीं होते, शायद वो यह जानते हैं कि ऐसा करना अच्छी सेहत की निशानी है. जी हां, दिन में काम करते समय नींद आना मतलब आलसी होना होता था मगर अब नहीं, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2015 4:02 PM

ऑफिस में काम करते-करते निधि अक्सर छुप-छुपाते झपकी मार ही लेती है. उसकी इस आदत पर बॉस पहले नाराज़ होते थे लेकिन अब नहीं होते, शायद वो यह जानते हैं कि ऐसा करना अच्छी सेहत की निशानी है. जी हां, दिन में काम करते समय नींद आना मतलब आलसी होना होता था मगर अब नहीं, हालिया एक शोध ने यह साबित किया है कि दिन की झपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है.

वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन में छोटी-छोटी झपकियां सावधानी और दिमाग की उत्पादकता (प्रॉडक्टिविटी) में वृद्धि करती हैं. दिन में अगर हम सतर्क रहते हैं, तो काम में गलती होने की संभावना भी कम हो जाती है.

रिपोर्ट के मुताबिक, 1/3 अमेरिकी युवक दिन में छोटी-छोटी झपकियां लेते हैं. इससे उनकी सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है. इसलिए झपकियां केवल आलसी या छोटे बच्चों के लिए ही नहीं है. सामान्य व्यक्ति भी झपकियां लेकर अच्छी सेहत पा सकता है.

विशेषज्ञों के अनुसार, झपकी आधे घंटे से ज्यादा लंबी नहीं होनी चाहिए. काम करने के दौरान नींद लेना पूरी तरह से जायज है, क्योंकि अच्छी तरह आराम करने के बाद व्यक्ति अधिक फुर्ती से काम कर सकता है.

ऐसी कई कंपनियां हैं, जो अपने कर्मचारियों को दोपहर में सोने के लिए ब्रेक देती हैं. इस दौरान सोने के लिए दफ्तर में विशेष कमरे भी होते हैं.

वैसे कहते हैं कि नींद लेने से पहले आपको चाय और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए. कैफीन का सेवन 30 मिनट बाद अधिक प्रभावशाली माना जाता है. इसलिए, अगर काम के बीच में झपकी लेने से पहले आप कॉफी का सेवन कर सकते हैं. ऐसा करने के बाद जब आप जागते हैं, तो ये आपको ताजगी का अनुभव कराता है.

यह शोध हफिंग्टन पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.

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