ब्रेस्ट कैंसर की सेल्फ जाँच के बाद भी यदि इस रोग को आप नहीं पकड़ पाते हैं तो अब परेशान न हो, इस बीमारी को जानने के लिए सबसे आसान तरीका खोज लिया गया है. जानने के लिए पढ़े…
ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए अब तक मैमोग्राफी का सहारा लिया जाता रहा है, लेकिन हालिया हुए एक शोध के अनुसार, अल्ट्रासाउंड के माध्यम से भी इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है. अब किसी खास जटिलता के बिना भी चिकित्सक ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए मैमोग्राफी की तरह अल्ट्रासाउंड का भी सहारा ले सकते हैं.
अमेरिका के पिट्सबर्ग में वुमेन्स हॉस्पिटल में शोधकर्ताओं में से एक वेंडी बर्ग मागी ने कहा, "एमआरआई के प्रति संवेदनशील ब्रेस्ट वाली महिलाएं और एमआरआई को सहन न करने वाली महिलाओं के लिए मैमोग्राफी के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल पूरक के तौर पर किया जा सकता है."
विकसित देशों में ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए मैमोग्राफी एक प्रभावी जांच सुविधा है, जबकि विकासशील और कम विकसित देशों में जहां यह सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में वैकल्पिक तरीकों जैसे अल्ट्रासाउंड का इस्तेमाल करने की जरूरत सामने आती है.
इस नए शोध के दौरान विशेषज्ञों ने पाया कि ब्रेस्ट कैंसर की पहचान करने में अल्ट्रासाउंड उतना ही सक्षम है, जितना मैमोग्राफी. इस शोध के बाद ब्रेस्ट कैंसर का जल्द और अधिक मामलों में पता लगाना आसान हो जायेगा.
यह शोध जर्नल ऑफ नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.