ल्यूपस हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर करने वाली बीमारी है जिसके बाद कई बीमारियाँ शरीर को घेर लेती हैं. लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि यदि खान-पान का ख्याल रखा जाए तो इसे नियंत्रित भी किया जा सकता है. आइए आपको बताते हैं कैसे…
जाने क्या है ल्यूपस?
यह एक ऑटो-इम्यून गंभीर इंफ्लेमेटरी डिसीज है जिसके कारण शरीर का रोग-प्रतिरोधक तंत्र, शरीर के ही ऊतकों और अंगों पर हमला कर देता है. इसके चलते जोड़ों से लेकर त्वचा, किडनी, रक्त कोशिकाओं, दिमाग, हृदय और फेफड़ों तक पर असर पड़ता है.
चूंकि इस तकलीफ से कई सारे अंग जुड़े हो सकते हैं इसलिए इसके लक्षण भी कई अन्य बीमारियों से मिलते-जुलते होते हैं और यही वजह है कि इसका डायग्नोज करना थोड़ा मुश्किल होता है. लेकिन वह लक्षण जो इसके होने की काफी हद तक पुष्टि कर सकता है वह है चेहरे पर पड़ने वाला एक चकत्ता जो तितली के पंखों की तरह दिखाई देता है और दोनों गालों पर फैला हो सकता है.
लेकिन भोजन का तरीका और उससे मिलने वाला पोषण ल्यूपस के मामले में मददगार हो सकता है. इससे इन चीजों में मदद मिल सकती है…
-हड्डियों और मसल्स को ताकत देने में
-सूजन को कम करने में
-दवाइयों के साइड इफेक्ट्स को कम करने में
-वजन को संतुलित बनाये रखने में
-हृदय रोगों से बचाव में
अपने खाने में इन खाद्य पदार्थो को शामिल करें.
-एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर सब्जियों और फलों का सेवन करें.
-अलसी, कैनोला ऑइल, ऑलिव ऑइल, मछली, अलसी, मूंगफली आदि का सेवन जरुरी है.
-हड्डियों और मसल्स को मजबूत बनाने के लिए लो फैट मिल्क, दही या योगर्ट, चीज, पालक और ब्रॉकली जैसी चीजें खाएं.
ध्यान रखें…
-अल्फाल्फा स्प्राऊट्स (एक तरह की फली के बीज), टैबलेट्स और बीजों से बचकर रहें. ये लक्षणों को तीव्र करने का कारण बन सकते हैं.
-बेक्ड और तले हुए भोजन को भूल जाएं. साथ ही क्रीम से भरपूर खाद्य और हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट का भी कम सेवन करें.
-बैंगन, आलू और टमाटर जैसी चीजें इस बीमारी में कुछ लोगों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनका प्रयोग सही सलाह से करें.
-शराब से बचें और नमक का सेवन सीमित करें.
इन सबके साथ रोजाना एक्सरसाइज करना न भूलें.