टैटू भी दे सकता है आपको कैंसर: रिसर्च
क्या आप जानते हैं कि फैशन के लिए बनवाये जाने वाले टैटू में इस्तेमाल होने वाली इंक कैंसर का भी कारण बन सकती है. चौंकिए गए? पर ये सच है. फैशनेबल दिखने के चक्कर में कई युवा इस कैंसर को पाल रहे हैं. आइये आपको बताते हैं… अमेरिका में हुए एक शोध के अनुसार, टैटू […]
क्या आप जानते हैं कि फैशन के लिए बनवाये जाने वाले टैटू में इस्तेमाल होने वाली इंक कैंसर का भी कारण बन सकती है. चौंकिए गए? पर ये सच है. फैशनेबल दिखने के चक्कर में कई युवा इस कैंसर को पाल रहे हैं. आइये आपको बताते हैं…
अमेरिका में हुए एक शोध के अनुसार, टैटू बनवाने में शरीर पर इस्तेमाल हुई इंक का दो तिहाई हिस्सा ही त्वचा में रहता है बाकी शरीर में घुल जाता है.
टैटू बनने के कुछ दिनों बाद से ही यह इंक शरीर में घुलने लगती है. घुल चुका यह रंग ब्लड, लसिका तंत्र और अन्य अंगों तक भी जाता है. जब टैटू सूरज की रोशनी में आता है तो ये रंग त्वचा के लिए जहरीले और कैंसर पैदा करने वाले साबित होता है.
हरे और नीले रंग बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल में अक्सर निकेल और कॉपर तत्व होते हैं. भूरे रंग के लिए आयरन ऑक्साइड का इस्तेमाल होता है, उसमें भी निकल होता है. निकल से त्वचा को भारी नुकसान पहुंच सकता है.
काला रंग बनाने में कार्बन ब्लैक का इस्तेमाल होता है जो कि कच्चा तेल या रबर को जलाकर मिलता है.
ये सब मिल कर त्वचा पर धीरे-धीरे असर करना शुरू करते हैं. इससे त्वचा कैंसर तो होता ही है साथ ही कई अन्य जटिल कैंसर होने का भी खतरा रहता है.