अंडे और नूडल्स मिला कर आप क्या ट्विस्ट कर सकते हैं? सोचिए. चलिए छोड़िये हम ही बता देते हैं. नुडल्स के साथ अंडे तो आपने सुने होंगे ही लेकिन क्या अंडे से नूडल्स बनने के बारे में सुना है? नहीं! तो इस लेख को पढ़े और जाने…
केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान के (सीएआरआइ) के वैज्ञानिकों ने ईमू पक्षी के अंडे से नूडल्स बनाने की विधि तैयार की है. घर में आसानी और झट से तैयार होने वाले ये नूडल्स पूरी तरह स्वास्थ्यवर्धक हैं. इसे बनाने में किसी बड़ी मशीन की भी जरूरत नहीं होती. इस नूडल्स के सफल प्रयोग के बाद संस्थान ने तकनीक को पेटेंट कराने की तैयारी शुरू कर दी है. पेटेंट कराने के बाद तकनीक को बाजार में बेचा जाएगा.
कुछ इस तरह बनेंगे नूडल्स
ईमू पक्षी का पालन करना मुश्किल नहीं है, जैसा की संरक्षण विभाग ने बताया. ईमू पक्षी का एक अंडा करीब छह सौ ग्राम का होता है. इस अंडे से नूडल्स बनाने के लिए सबसे पहले अंडे के द्रव को पूरी तरह मिक्स कर लिया गया फिर इसमें मैदा, नमक और अन्य सिजनिंग्स मिलाई गईं. अंडे के द्रव की मात्र करीब 60 फीसद और मैदा आदि की मात्र 40 फीसद रखी गई. दोनों को मिलाकर डफ (लुगदी) बनी. फिर इसे बेलकर एक साथ कई परतों में पतला कर काट लिया गया. इसके बाद पतली धारी को कूकर की भांप में पकाया. इसके मुलायम होने के बाद ठंडा किया. फिर उसे ओवन में रखकर सुखाया गया. नमी कम होने के बाद नूडल्स इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाते हैं.
इनमें क्या है खास…
रसायनिक संरचना के अनुसार, ईमू के अंडे से बने नूडल्स में नमी, प्रोटीन, वसा, एश और काबरेहाइड्रेट की मात्र क्रमश: 8.3, 18.7, 14.6, 4.26 व 54.08% पाई गई. संवेदी गुणवत्ता के मूल्यांकन करने वाले पैनल के सभी सदस्यों ने इस उत्पाद को स्वास्थ्यवर्धक बताया.
संस्थान में डा. आसिम कुमार विश्वास और डा. एएस यादव ने इस तकनीक को विकसित किया है. इस तकनीक में ईमू के अंडे से बने नूडल्स परिवेशी तापमान पर तीन महीने तक स्टोर किए जा सकते हैं.
सीएआरआइ ने तकनीक विकसित करने के बाद ईमू के अंडे से बने नूडल्स अपने मार्केटिंग सेंटर पर बेचना शुरू कर दिया है. संस्थान 50 रुपये में 50 ग्राम का पैकेट बेच रहा है. जल्दी इस तकनीक को पेटेंट कराने की तैयारी है.
संस्थान के वैज्ञानिकों ने अपने शोध के जरिए ईमू के अंडे से नूडल्स तैयार किए हैं. कम दाम में अधिक प्रोटीन वाले ये नूडल्स स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं. इस तकनीक का प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है.