महिलाओं के जल्दी उम्रदराज होने को लेकर कई शोध हुए हैं लेकिन किसी शोध ने यह साबित नहीं किया कि बच्चों वाली महिलाओं की अपेक्षा बिना बच्चों वालो महिलाओं के जीवन-काल कितना है लेकिन इस सम्बन्ध में हाल ही में एक शोध किया गया है.
ऐसा माना जाता रहा है कि जो महिलाएं ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं वह शारीरिक रूप से कमज़ोर और बीमार होती है जिसकी वजह है उनकी जल्दी मौत भी हो जाती है लेकिन हालिया हुए एक शोध ने इस बात को सिरे से खारिज़ कर दिया है.
शोध के अनुसार, जिन महिलाओं के ज्यादा बच्चे होते हैं उन पर उम्र का असर कम होता है. दूसरे शब्दों में ऐसी महिलाएं जल्दी बूढ़ी नहीं होती हैं.
यह दावा कनाडाई शोधकर्ताओं ने किया है. अपनी तरह के इस पहले अध्ययन में पता चला है कि ऐसी महिलाएं जिनके ज्यादा बच्चे होते हैं, उन पर उम्र का असर तुलनात्मक रूप से कम पड़ता है. यानी अधिक बच्चों वाली मां बुढ़ापे के प्रभाव से ज्यादा समय तक बची रहती हैं.
यह पूर्व के शोध के नतीजों के उलट है. सिमॉन फ्रेजर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के अनुसार जो महिलाएं ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं, उनमें ‘टेलोमेयर’ लंबे समय तक बरकरार रहता है. ‘टेलोमेयर’ नई कोशिकाएं पैदा करता रहता है जिससे उम्र के असर का पता नहीं चलता. यह कोशिकाओं का अनिवार्य हिस्सा होता है.
शोधकर्ताओं ने 75 महिलाओं पर अध्ययन कर उनमें टेलोमेयर की जांच पड़ताल की. शोध में ज्यादा बच्चों की मां में टेलोमेयर के छोटे होने की गति अपेक्षाकृत काफी कम पाई गई.
शोधकर्ता पाब्लो नेपोमंस्की ने बताया कि ऐसा एस्ट्रोजन हार्मोन के चलते भी हो सकता है. यह हार्मोन एंटिऑक्सीडेंट की तरह काम करता है जो टेलोमेयर को छोटा होने से बचाता है.
यह शोध प्लोस वन जनर्ल में प्रकाशित किया गया है.