हमारे समाज में शादी के लिए जैसे लड़के के लिए लड़की कम उम्र की चुनी जाती है उसी तरह से यह भी देखा जाता है कि लड़के का कद और लड़की का कद सामान्य हो या लड़का लम्बा हो और लड़की उससे छोटे कद की हो. इस विचारधारा के पीछे सामाजिक सोच जो भी हो लेकिन इसका एक वैज्ञानिक कारण भी है.
प्रेम-विवाह में ज्यादातर यह देखने को मिलता है कि पति और पत्नी दोनों ही समान कद के है. आखिर इसका क्या कारण है? क्या है जो इस सोच को बनाता है? इस बात का पता लगाने के लिए स्कॉटलैंड के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया. वो क्या है आइये आपको बताते हैं….
हालिया हुए एक शोध में शोधकर्ताओं ने ऐसे जीन खोज लिए हैं, जो कद निर्धारण के लिए जिम्मेदार होते हैं और वे इस मनोभाव को भी प्रभावित करते हैं कि लोग अपने समान कद वाला साथी क्यों चुनते हैं.
इस शोध में कहा गया है कि रोमांटिक साथी की हमारी पसंद, हमारी अपेक्षा से अधिक जीन द्वारा निर्धारित हो सकती है.
स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से संबद्ध मुख्य शोधकर्ता अल्बर्ट टेनेसा ने कहा कि हम अपने साथी का चुनाव जिस तरह करते हैं, उसका मानव आबादी पर महत्वपूर्ण जैविक प्रभाव होता है.
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 13,000 से अधिक विषमलैंगिक जोड़ों के जीन संबंधित जानकारी का विश्लेषण किया. उन्होंने पाया कि 89 % जीन संबंधित विविधता जो किसी व्यक्ति के कद का निर्धारण करती है, वह किसी साथी के चयन में उसके कद को महत्व देने की सोच को भी प्रभावित करती है.
यह अध्ययन यौनाकर्षण की जटिल प्रकृति और मानवीय विविधता के लिए जिम्मेदार तंत्र को समझने में हमें करीब लाता है.