महंगी दवाओं से तंग आ चुके मरीजों के लिए यह अच्छी खबर हो सकती है. जी हाँ, हालिया हुए एक शोध ने इस बात को साबित किया है कि दिल की बीमारियों में इस्तेमाल की जानेवाली दवाएं कैंसर के इलाज में उपयोगी पाई गई हैं यानी अब दिल और कैंसर के इलाज के लिए एक ही दवा का सेवन किया जा सकेगा.
इस नए अध्ययन ने इसे उन मरीजों के लिए बेहतर बताया है जो महेंगी दवाएं होने के कारण इलाज से वंचित रह जाते हैं.
कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ मॉन्ट्रियल में प्रोफेसर और अध्ययन के पहले लेखक नोअल रायनाल ने कहा, "हमने दर्जनों ऐसी दवाओं की खोज की है, जो ट्यूमर को बढ़ावा देनेवाले जींस के प्रभाव को एक एपीजेनेटिक प्रक्रिया द्वारा कम करता है. ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया."
उन्होंने कहा, "एपीजेनेटिक प्रक्रिया एक ऐसी प्रक्रीया है, जो जीन के प्रभाव को नियंत्रित करती है और कैंसर कोशिकाओं में यही प्रक्रिया पूरी तरह से अनियंत्रित हो जाती है. जिस प्रक्रिया की हमने खोज की है, वह कोशिका के अंदर कैल्शियम के लेवल को निशाना बनाकर जीन के प्रभाव को नियंत्रित करने में सक्षम है."
जीन के प्रभाव को नियंत्रित करने वाली दवाओं को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) द्वारा मान्यता मिल चुकी है.
रायनाल ने कहा, "मानवों में चूंकि इन दवाओं की सुरक्षा और क्षमता पहले से ही ज्ञात है, इसलिए चिकित्सा मान्यता की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सकती है, ताकि मरीजों को यह जल्द से जल्द प्रदान की जा सके."
यह अध्ययन पत्रिका ‘कैंसर रिसर्च‘ में प्रकाशित किया गया है.