कोकीन की लत से बचाएगी ‘डायबिटीज़ की दवा’: रिसर्च
कोकीन के लती लोगों को बचाना मुश्किल होता है लेकिन हालिया हुए एक शोध ने इस ओर कामयाबी भरा कदम बढ़ाया है. यह क्या है ? आइये आपको बताते हैं. मधुमेह के इलाज में इस्तेमाल में आनेवाली दवा कोकीन के लती लोगों का इलाज करने में कारगर साबित हुई है. जी हाँ, यह दोहरा उपाय […]
कोकीन के लती लोगों को बचाना मुश्किल होता है लेकिन हालिया हुए एक शोध ने इस ओर कामयाबी भरा कदम बढ़ाया है. यह क्या है ? आइये आपको बताते हैं.
मधुमेह के इलाज में इस्तेमाल में आनेवाली दवा कोकीन के लती लोगों का इलाज करने में कारगर साबित हुई है. जी हाँ, यह दोहरा उपाय बताया है अमेरिकी शोधकर्ताओं ने.
शोधकर्ताओं ने पाया है कि अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने हाल में मोटापा और टाइप-2 डाइबीटिज के इलाज के लिए जिस दवा को मंजूरी दी है, वह कोकीन की लत छुड़ाने में कारगर साबित हुई है.
यह दवा प्राकृतिक हॉर्मोन ग्लुकागोन-लाइक पेप्टाइड-1 या जीएलपी-1 से प्राप्त किया गया है, जिसे बियेत्ता नाम दिया गया है.
चूहों पर ढाई वर्षों तक किए गये एक अध्ययन के दौरान, शोधकर्ताओं ने दर्शाया कि जब मस्तिष्क के जीएलपी-1 रिसेप्टर के क्षेत्र (वेंट्रल टेगमेंटल एरिया) को सक्रिय किया गया, तो व्यक्ति को कोकीन की कम से कम तलब महसूस होती है.
शोध के अनुसार, मस्तिष्क में हॉर्मोन की इस तरह की भूमिका सामने आई है. अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वानिया में अध्ययन के मुख्य लेखक हीथ स्क्मिीड्ट ने कहा, "हॉर्मोन के इस्तेमाल से कोकीन की लत वाले व्यक्ति में कम तलब की बात सामने आई."
यह शोध पत्रिका ‘न्यूरोसाइकोफार्मेकोलॉजी‘ में प्रकाशित किया गया है.