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अखबार पर न रखें फ्राइड फूड
अनामिका कुमारी न्यूट्रिशन फैकल्टी एम्स, पटना अकसर देखा जाता है कि बाजार में बिकनेवाली तली हुई चीजों को अखबार पर रखा जाता है. ऐसा करने से उससे निकलनेवाले तेल को अखबार सोख लेता है. यदि ग्राहक उन तली हुई चीजों को घर ले जाना चाहता है, तो उसे भी अखबार में रख कर पैक करके […]
अनामिका कुमारी
न्यूट्रिशन फैकल्टी
एम्स, पटना
अकसर देखा जाता है कि बाजार में बिकनेवाली तली हुई चीजों को अखबार पर रखा जाता है. ऐसा करने से उससे निकलनेवाले तेल को अखबार सोख लेता है. यदि ग्राहक उन तली हुई चीजों को घर ले जाना चाहता है, तो उसे भी अखबार में रख कर पैक करके दिया जाता है.
सूखी चीजों को अखबार में रखने से ज्यादा खतरा नहीं होता है, लेकिन तैलीय चीजों को अखबार पर रखने से यह सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकता है. इस काम के लिए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करना चाहिए, लेकिन सस्ता होने के कारण लोग अखबार का प्रयोग करते हैं.
कई बार यही तरीका लोग घरों में भी अपनाते हैं. यदि आप भी ऐसा ही करते हैं, तो ऐसा करना बंद कर दें. इस तरह से न्यूज पेपर में रखा तैलीय भोजन कैंसर का कारण बन सकता है. वैसे भी डीप फ्राइड फूड को सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. ऊपर से इसे न्यूजपेपर का इस्तेमाल करके रखने से इसके हानिकारक गुण और भी बढ़ जाते हैं.
कैसे होता है नुकसान
कई बार आपने देखा होगा कि तली हुई चीजों को अखबार या पत्रिका के पेज पर रखने से स्याही भी आपके भोजन पर आ जाती है, जबकि सूखी हुई चीजों पर यह नहीं लगती है. न्यूजपेपर पर इंक को पिघलाने के लिये रासायनिक विलायकों को इस्तेमाल किया जाता है. यह स्याही और सॉल्वेंट्स जैसे-ग्रेफाइट बड़ी आसानी से भोजन में पहुंच सकते हैं और आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं. इनकी वजह से कैंसर जैसी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
आहार विशेषज्ञों के मुताबिक जहां एक ओर अन्य अपशिष्ट मल के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाते हैं, ग्रेफाइट वहां जमा रहता है और फेफड़े और किडनी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. अखबार पर उपस्थित सॉल्वेंट्स भी पाचन समस्याओं को जन्म दे सकते हैं और हॉर्मोन को बाधित करने के अलावा कैंसर का कारण बन सकते हैं. ये बातें छोटी जरूर लगती हैं, मगर ध्यान न रखें तो सेहत पर गलत प्रभाव डालती हैं.
मैगजीन से भी खतरा
पेट्रोलियम आधारित खनिज तेलों को पेपर पर स्याही को ज्यादा गाढ़ा दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है तथा कोबाल्ट आधारित एजेंट्स को इसे सुखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. अगर इन दोनों का सेवन किया जाये, तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं.
अगर आपको लगता है कि मैगजीन का कागज न्यूज पेपर की तुलना में फ्राइड फूड रखने के लिए बेहतर होता है, तो आप गलत हैं, क्योंकि भले ही इनकी स्याही आसानी से खाने में नहीं जाती है, लेकिन इस पेपर को चिकना बनाने व स्याही को ज्यादा टिकाऊ बनाने में इस्तेमाल किये गये केमिकल ज्यादा खतरनाक होते हैं. इसलिए तले हुए भोजन से तेल सोखने के लिए अखबार का इस्तेमाल करने से अच्छा है कि आप किचिन रोल्स और टिश्यू आदि का प्रयोग करते हैं. और यदि आप इन्हें थोक मे लेंगे, तो ये आपको सस्ती कीमतों में मिल सकते हैं.
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