हम सभी जानते हैं कि भांग नशे के लिए इस्तेमाल की जाती है लेकिन आयुर्वेद में इसका प्रयोग दर्द निवारक के रूप में भी किया जाता है. हालिया हुए एक अध्ययन के बाद भांग का इस्तेमाल कैंसर रोग से लड़ने के लिए भी किया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया के कैंसर रोगी, दर्द निवारक के रूप में जल्द ही औषधीय भांग (कैनबिस) का सेवन कर पाएंगे. इसके लिए अधिकारियों ने इन दवाओं की अनुमति को कानूनी रूप से लागू करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है. इसके तहत ऑस्ट्रेलिया की संघीय संसद ने हाल ही में एक कानून पारित कर चिकित्सा और वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए भांग की खेती को मंजूरी दे दी है.
भांग से बने कैप्सूल न्यू साउथ वेल्स के 300 कैंसर रोगियों के लिए बनाए गए हैं, जिन्हें कीमोथैरेपी के दौरान उल्टी और उबकाई के पारंपरिक उपचारों से लाभ नहीं मिल रहा है.
न्यू साउथ वेल्स के मुख्य माइक बेयर्ड ने एक बयान के दौरान कहा कि, "औषधीय भांग में गंभीर स्थिति से जूझ रहे लोगों को अविश्वसनीय लाभ पहुंचाने का गुण है."
न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्लू) द्वारा किए गए परीक्षण के तहत कनाडा की ‘टिलरे‘ कंपनी की टैबलेट का परीक्षण किया गया था.
ऑस्ट्रेलिया के स्वास्थ्य मंत्री सुसान ले का कहना था, "यह उपचार का अहम हिस्सा था, लेकिन इसका उपयोग नहीं किया जा सकता था. लेकिन अब हम स्थानीय स्तर पर उत्पादित भांग प्रॉडक्ट्स को खेतों से चिकित्सालयों तक पहुंचता देख सकेंगे."
इस योजना के तहत एक मान्य अनुमति वाली वैज्ञानिक और चिकित्सा उद्देश्य वाली भांग की खेती से निर्मित उत्पाद का उपयोग रोग को दूर करने के लिए किया जा सकेगा.