डिप्रेशन को मानसिक रोगों की श्रेणी में रखा जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि डिप्रेशन सिर्फ मानसिक रोग ही नही देता बल्कि पूरे शरीर को नुकसान पहुंचता है? जी हां, हालिया किए गये एक शोध ने इस बारे में कई तथ्य उजागर किए हैं.
हालिया हुए एक नए शोध में वैज्ञानिकों ने साबित किया है कि डिप्रेशन से होने वाले बदलाव पूरे शरीर को प्रभावित करते हैं.
स्पेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रेनेडा के वैज्ञानिकों ने बताया कि डिप्रेशन को एक प्रणालीगत रोग माना जाना चाहिए क्योंकि यह शरीर के कई अंगों और ऊतकों को प्रभावित करता है.
शोध में डिप्रेशन के हृदय रोग और कैंसर के साथ महत्वपूर्ण संबंध मिले हैं. साथ ही शोध ने डिप्रेशन से ग्रस्त लोगों की जल्दी मृत्यु के कारणों की भी जानकारी दी है.
इस शोध के विश्लेषण ने विभिन्न ऑक्सीडेटिव तनाव मापदंडों की वृद्धि और एंटीऑक्सीडेंट पदार्थों की कमी के बीच के असंतुलन का खुलासा किया है.
शोध में पूर्व के 29 अध्ययनों का आकलन किया गया था जिसमें तीन हजार 961 लोग शामिल थे. यह पहला ऐसा शोध है जिसमें शरीर पर अवसाद से पड़ने वाले प्रभावों की जानकारी दी गई है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस शोध से अवसाद की रोकथाम और इसके उपचार के लिए नई चिकित्सकीय खोज में मदद मिल सकती है.
यह शोध ‘क्लीनिकल साइकियाट्री‘ जर्नल में प्रकाशित हुआ है.