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अल्जाइमर को दूर कर याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है ”कंप्यूटर फ्रेंडली होना’

आपके बुजुर्ग यदि समाजिक और मानसिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हुए भी, भूलने की आदत से परेशान हैं तो उन्हें कंप्यूटर फ्रेंडली बनाएं क्योंकि यह उनकी याददाश्त और अल्जाइमर की समस्या को दूर करेगा. हालिया हुए एक शोध के अनुसार, सप्ताह में एक या उससे अधिक बार कंप्यूटर, किताबों और विभिन्न मानसिक गतिविधियों में शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2016 8:36 AM

आपके बुजुर्ग यदि समाजिक और मानसिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हुए भी, भूलने की आदत से परेशान हैं तो उन्हें कंप्यूटर फ्रेंडली बनाएं क्योंकि यह उनकी याददाश्त और अल्जाइमर की समस्या को दूर करेगा.

हालिया हुए एक शोध के अनुसार, सप्ताह में एक या उससे अधिक बार कंप्यूटर, किताबों और विभिन्न मानसिक गतिविधियों में शामिल होने वाले बुजुर्गों में अन्य बुजुर्गों की तुलना में स्मृति खोने का खतरा 42% कम होता है.

कंप्यूटर, किताबें, वीडियो गेम्स, बागवानी और शिल्पकारी जैसे कार्य मानसिक रूप से सक्रिय रहने के लिए बहुत लाभकारी होते हैं.

अमेरिका की अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी से इस अध्ययन की लेखक जैनिना क्रेल-रोश ने बताया, कि उम्र के अनुसार मस्तिष्क को सक्रिय रखना बेहद जरूरी है और इसके लिए कंप्यूटर बेहतर विकल्प है.

इस शोध में 70 और उससे अधिक आयु के एक हजार 929 लोगों पर हुए अध्ययन का आकलन किया गया था. यह लोग मायो क्लीनिक स्टडी ऑफ एजिंगनामक अध्ययन के प्रतिभागी रहे थे.

शोधार्थियों ने बताया, जो लोग मानसिक गतिविधियों में शामिल नहीं रहते थे, उनकी तुलना में सप्ताह में एक बार मानसिक गतिविधियों में शामिल रहने वाले व्यक्तियों में मानसिक विकारों के विकसित होने का बहुत कम खतरा पाया गया.

यह शोध कनाडा के वंकूवर में अप्रैल माह में आयोजित होने वाली अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी की 68वीं वार्षिक बैठक में पेश किया जाएगा.

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