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इन उपायों से रोकें प्रीमेच्योर मेनोपॉज

डॉ मीना सामंत प्रसूति व स्त्री रोग विशेषज्ञ कुर्जी होली फेमिली हॉस्पिटल, पटना मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति 45 वर्ष के आस-पास होता है. मेनोपॉज यदि समय से पहले हो, तो इसे प्रीमेच्योर मेनोपॉज कहते हैं. यह समस्या कई कारणों से हो सकती है. इससे समय से पहले ही कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कुछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2016 8:41 AM
डॉ मीना सामंत
प्रसूति व स्त्री रोग विशेषज्ञ कुर्जी होली फेमिली
हॉस्पिटल, पटना
मेनोपॉज या रजोनिवृत्ति 45 वर्ष के आस-पास होता है. मेनोपॉज यदि समय से पहले हो, तो इसे प्रीमेच्योर मेनोपॉज कहते हैं. यह समस्या कई कारणों से हो सकती है. इससे समय से पहले ही कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कुछ उपायों को अपना कर इस समस्या को रोका जा सकता है.
आमतौर पर मेनोपॉज 45 से 50 की उम्र में होता है. यदि यह 40 वर्ष से पहले हो, तो इसे प्रीमैच्योर मेनोपॉज कहते हैं. देर से शादी, प्रेग्नेंसी और कैरियर सेंट्रिक होने के कारण यह समस्या हो सकती है. साथ ही प्रदूषण, बीमारी, तनाव, खराब लाइफ स्टाइल और अनहेल्दी खान-पान जैसे कारणों से भी यह समस्या हो सकती है. इन सब के अलावा कुछ अन्य कारणों से भी प्रीमेच्योर मेनोपॉज हो सकता है.
प्रीमेच्योर मेनोपॉज से बचाव
संतुलित कार्बोहाइड्रेट का सेवन : आपके शरीर को 40- 50 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है. आप तुरंत एनर्जी देनेवाले खाद्य पदार्थ का सेवन न करें. सिंपल कार्बोहाइड्रेट की बजाय अपने आहार में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स को शामिल करें. लो ग्लाइसेमिक इंडेक्सवाले आहार को भोजन में शामिल करें.
फॉलिक एसिड लें : फॉलिक एसिड को अपने आहार में शामिल करने से भी जल्द मेनोपॉज को रोका जा सकता है. साथ ही पौष्टिक आहार का सेवन करें, क्योंकि प्रजनन काल में भ्रूण के मस्तिष्क और स्पाइन के विकास के लिए इसका सेवन जरूरी होता है. इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां प्रचुर मात्रा में खाएं.
नियमित एक्सरसाइज करें : अगर आपको ज्यादातर बैठ कर काम करना पड़ता है, तो नियमित रूप से एक्सरसाइज करें. युवावस्था में एक घंटे तक एक्सरसाइज जरूर करें और मध्य वयस्क महिला कम-से-कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें. इसमें आप योग, जॉगिंग, जिमिंग किसी भी एक्सरसाइज को शामिल कर सकती हैं.
आहार में प्रोटीन अधिक लें : डायट में प्रोटीन और ट्रांस फैट को शामिल करने से मांसपेशियों की ग्रोथ होती है. आहार में इनको शामिल करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि यह पॉलीअनसेचुरेटेड एसिड होने चाहिए जो शरीर के कार्यों को सही तरह से करने में मदद करें. साथ ही जितना हो सके अपने डायट में ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें, जिससे आपको विटामिन और पौष्टिकताएं भरपूर मात्रा में मिल सकें. इन उपायों को अपना कर आप समय से पहले होनेवाले मेनोपॉज की समस्या से आसानी से बच सकती हैं.
क्या हैं कारण
-जल्द मेनोपॉज का इतिहास रहा हो, अर्थात यदि यह मां को हुआ हो, तो बेटी में भी होने की आशंका होती है.
– थायरॉयड रोग के कारण यदि हार्मोनल बदलाव हो, तो इससे भी प्रीमेच्योर मेनोपॉज की आशंका हो सकती है.
– अधिक वजन भी इस समस्या का कारण बन सकता है.
– कैंसर ट्रीटमेंट के दौरन कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी हुआ हो.
– एक स्टडी के अनुसार परफ्यूम, लिपस्टिक, फेस क्रीम, नेल वार्निश आदि के अधिक प्रयोग से मेनोपॉज चार साल पहले हो सकता है.

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