सिरदर्द बढ़ा सकते हैं ये आहार

सिरदर्द कई कारणों से हो सकता है. माइग्रेन भी इसका एक प्रमुख कारण है. हमारे द्वारा लिये गये आहार के कारण भी माइग्रेन में होनेवाला सिरदर्द बढ़ सकता है. अत: माइग्रेन के रोगियों को ऐसे आहारों का सेवन कम करना चाहिए. अनामिका कुमारी डायटीशियन, गेस्ट न्यूट्रिशन फैकल्टी, टेलीमेडिसिन, एम्स, पटना माइग्रेन रोग में सिर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 8:29 AM

सिरदर्द कई कारणों से हो सकता है. माइग्रेन भी इसका एक प्रमुख कारण है. हमारे द्वारा लिये गये आहार के कारण भी माइग्रेन में होनेवाला सिरदर्द बढ़ सकता है. अत: माइग्रेन के रोगियों को ऐसे आहारों का सेवन कम करना चाहिए.

अनामिका कुमारी

डायटीशियन, गेस्ट न्यूट्रिशन फैकल्टी, टेलीमेडिसिन, एम्स, पटना

माइग्रेन रोग में सिर के किसी एक हिस्से में तेज दर्द होता है. कई ऐसे कारण हैं, जिनसे सिरदर्द बढ़ता है. तनाव, चिंता और साइनस में यह रोग बढ़ता है. मगर कई बार आपके द्वारा लिया गया आहार भी इसे बढ़ाने में मददगार साबित होता है. आमतौर पर 30% मामलों में तनाव, आनुवंशिकता और खान-पान माइग्रेन के दर्द को बढ़ाता है. आहार के कारण बढ़नेवाले माइग्रेन के कारण होनेवाले सिरदर्द का प्रमुख कारण अचानक से लो कैलोरी डायट का लेना है. अगर आहार में से पूरी तरह कार्बोहाइड्रेट को हटा दिया जाये, तब भी सिर दर्द की समस्या हो सकती है. असल में हमारा दिमाग ऊर्जा के लिए पूर्ण रूप से कार्बोहाइड्रेट पर निर्भर करता है इसलिए ऐसा होता है. लो ब्लड शूगर लेवल के कारण भी सिर में दर्द की शिकायत हो सकती है. दिन में किसी टाइम भोजन छोड़ देना या लंबे अंतराल पर भोजन करने अथवा पानी कम पीने से भी सिरदर्द हो सकता है.

इनसे बढ़ता है सिरदर्द

भोजन में इन पदार्थों के सेवन से सिरदर्द बढ़ सकता है-

टाइरामाइन : टाइरामाइन एक प्रकार का एमिनो एसिड होता है, जो सिरोटोनिन लेवल को कम करता है, जिससे नसें प्रभावित होती हैं और सिरदर्द होता है. टाइरामाइन माइग्रेन को बढ़ाने का प्रमुख कारक है इसलिए रेड वाइन, चीज, चॉकलेट, अल्कोहल और प्रोसेस्ड मीट को माइग्रेन का ट्रिगर माना जाता है.

शराब : शराब या अल्कोहलिक चीजों में टाइरामाइन और फाइटोकेमिकल्स जैसे-फिनॉल पाये जाते हैं. इस कारण शराब या अन्य अल्कोहलिक पदार्थ इसके प्रमुख ट्रिगर होते हैं. बीयर, व्हिस्की आदि से सिरोटोनिन लेवल कम होता है, जिससे माइग्रेन का अटैक होता है.

चॉकलेट : चॉकलेट में भी टाइरामाइन होता है. अकसर देखा जाता है कि महिलाएं जब तनाव में होती हैं, तो चॉकलेट खाती हैं. तनाव और चॉकलेट इन दोनों परिस्थितियों के कारण सिर दर्द और बढ़ सकता है. हालांकि यह चॉकलेट की सेवन की गयी मात्रा पर भी निर्भर करता है. यदि चॉकलेट के साथ-साथ फैट का सेवन अधिक किया जाये, तो माइग्रेन का खतरा और अधिक बढ़ जाता है. अत: जिन लोगों को माइग्रन की शिकायत हो उन्हें चॉकलेट कम खाना चाहिए.

कॉफी भी बढ़ा सकता है दर्द

कॉफी के कारण भी सिरदर्द हो सकता है, लेकिन इसका कारण कुछ और ही होता है. असल में लोगों को इसकी आदत लग जाती है. इसे पीने के दिमाग कुछ देर के लिए तरो-ताजा महसूस करने लगता है. इसे अचानक छोड़ने पर सिरदर्द, चिड़चिड़ापन आदि समस्याएं हो सकती हैं. कुछ लोगों को इसके कारण गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं. असल में कुछ लोग कैफीन के प्रति अधिक सेंसिटिव होते हैं. इस कारण से उन लोगों में तेज सिरदर्द भी हो सकता है. अत: कॉफी छोड़ना हो, तो धीरे-धीरे छोड़ें.

शूगर : इसके कारण भी कुछ लोगों में माइग्रेन का अटैक होता है, लेकिन ऐसे लोगों की संख्या काफी कम है. हालांकि प्राकृतिक चीनी से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है. अत: मीठे फल आदि खाने से कोई परेशानी नहीं होती है. हां अलग से चीनी का सेवन करने से परेशानी हो सकती है.

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