Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE Updates: आज है अहोई अष्टमी का व्रत, जानिए महत्व,पूजाविधि,मंत्र और कथा

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE Updates: आज अहोई अष्टमी का व्रत है कि इस व्रत को रखने से संतान पर आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं. स्त्रियां ये व्रत संतान सुख और उनके उज्जवल भविष्य के लिए भी रखती हैं. इस दिन माता पार्वती के रूप अहोई माता की पूजा की जाती है.

By Shaurya Punj | November 5, 2023 5:03 PM
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मुख्य बातें

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE Updates: आज अहोई अष्टमी का व्रत है कि इस व्रत को रखने से संतान पर आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं. स्त्रियां ये व्रत संतान सुख और उनके उज्जवल भविष्य के लिए भी रखती हैं. इस दिन माता पार्वती के रूप अहोई माता की पूजा की जाती है.

लाइव अपडेट

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE अहोई अष्टमी के दिन स्याहु माला

अहोई अष्टमी के दिन स्याहु माला को संतान की लंबी आयु की कामना के साथ पहना जाता है. दिवाली तक इसे पहनना आवश्यक माना जाता है. मान्यता है कि इससे पुत्र की आयु लंबी होती है.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE अहोई अष्टमी की पूजा के लिए चांदी की अहोई

अहोई अष्टमी की पूजा के लिए चांदी की अहोई बनाई जाती है, जिसे स्याहु भी कहते हैं. पूजा के समय इस माला कि रोली, अक्षत से इसकी पूजा की जाती है, इसके बाद एक कलावा लेकर उसमे स्याहु का लॉकेट और चांदी के दाने डालकर माला बनाई जाती है. व्रत करने वाली माताएं इस माला को अपने गले में अहोई से लेकर दिवाली तक धारण करती हैं.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी पर इस कुंड में करें स्नान

मान्यता है कि अहोई अष्टमी के दिन यदि ऐसे दंपति राधा कुंड में स्नान करें, तो उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. राधा कुंड मथुरा नगरी से लगभग 26 किलोमीटर दूर गोवर्धन परिक्रमा के दौरान पड़ता है. हर साल अहोई अष्टमी के दिन यहां पर शाही स्नान का आयोजन किया जाता है. राधा कुंड मथुरा नगरी से करीब 26 किलोमीटर दूर गोवर्धन परिक्रमा के दौरान पड़ता हैं. मान्यता है कि इस रात्रि में अगर पति और पत्नी संतान प्राप्ति की कामना के साथ इस राधा कुंड में डुबकी लगाएं और अहोई अष्टमी का निर्जल व्रत रखें, तो उनके घर में जल्द ही किलकारियां गूंजती हैं इसके अलावा जिन दंपति को यहां स्नान के बाद संतान प्राप्ति हो जाती हैं वे भी इस दिन अपनी संतान के साथ यहां राधा रानी की शरण में हाजरी लगाने आते हैं और इस कुंड में स्नान करते हैं माना जाता हैं कि राधा कुंड में अहोई अष्टमी के दिन स्नान की ये परंपरा द्वापरयुग से चली आ रही हैं.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी पर बरतें सावधानियां

इस पूजा में खास कर महिलाएं ज्यादा ध्यान दें. आज के दिन बिना स्नान किए पूजा-अर्चना ना करें. इस दिन महिलाओं को मिट्टी से जुड़े किसी तरह का कार्य करने से बचना चाहिए. इस दिन काले, नीले या गहरे रंग के वस्त्र का धारण न करें.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी में गणेश जी की पूजा का है विशेष महत्व 

  • अहोई अष्टमी के दिन तारों को अर्घ्य देते हैं. तारों के निकलने के बाद ही अपने उपवास को तोड़ें.

  • अहोई अष्टमी के दिन व्रत कथा सुनते समय 7 तरह के अनाज अपने हाथ में रखें. पूजा के बाद इस अनाज को किसी गाय को खिला दें.

  • अहोई अष्टमी के दिन पूजा करते समय बच्चों को अपने पास बिठाएं और अहोई माता को भोग लगाने के बाद वो प्रसाद अपने बच्चों को जरूर खिलाएं.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी  शुभ मुहूर्त

पूरा दिन व्रत करने के बाद शाम के समय तारों को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है. कुछ लोग अपनी मान्यताओं के अनुसार चंद्रमा को अर्घ्य देकर भी व्रत खोलते हैं. तो उनके लिए बता दें कि 5 नवंबर को रात चंद्रोदय का समय रात 11 बजकर 45 मिनट पर है.
अहोई अष्टमी में इस मंत्र का करें जाप

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : काले रंग के कपड़े

हिंदू शास्त्रों में कभी भी काले रंग के कपड़ें पहम कर पूजा करने की मनाही है. ऐसे में एहोई अष्टमी पर ध्यान रखें की व्रत रखने वाली महिलाएं या नीले रंग के वस्त्र न पहनें. साथ ही पूजा के शुरू करने से पहले भगवान गणेश का नाम जरूर लें. अहोई पर तारों की छांव में अर्घ्य देने के लिए कांसे के लोटे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : खुदाई करने से बचें

इस दिन खास तौर पर मिट्टी की खुदाई नहीं करनी चाहिए. साथ ही महिलाओं को इस दिन मिट्टी का कोई भी काम करने से बचना चाहिए. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मिट्टी की खुदाई के समय एक साहूकारनी से सेई के बच्चे की मौत हो गई थी और इसके बाद उसका पूरा परिवार उजड़ गया था. जिसके बाद अहोई माता और सेई की पूजा करने के बाद ही उसे संतान की प्राप्ति हुई थी. तभी से ये व्रत रखा जा रहा है.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्‍टमी की पूजा विधि

इस दिन अहोई माता (Ahoi Mata) की पूजा की जाती है. इसके लिए दीवार पर या कागज पर गेरू से अहोई माता का चित्र बनाएं और साथ ही सेई और उसके 7 पुत्रों का भी चित्र बनाएं. फिर अपने बच्‍चों के कल्‍याण और उनकी सुख-समृद्धि की कामना करते हुए पूजा शुरू करें. इसके लिए अहोई माता के चित्र के सामने एक चौकी रखकर उस पर जल से भरा कलश रखें. कलश पर स्वास्तिक बनाएं. फिर रोली-चावल से माता की पूजा करें. उन्‍हें मीठे पुए या आटे के हलवे का भोग लगाएं. इसके बाद हाथ में गेंहू के 7 दाने लेकर अहोई माता की कथा सुनें. आखिर में चंद्रमा और तारों को अर्घ्य दें.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE :अहोई अष्टमी में इस मंत्र का करें जाप

अहोई अष्टमी से 45 दिनों तक ‘ॐ पार्वतीप्रियनंदनाय नमः’ का 11 माला जाप करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. ऐसा करने के पीछे मान्यता है कि संतान कामना की इच्छा रखने वाले लोगों की भी इच्छा पूरी हो जाती है.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी में गणेश जी की पूजा का है विशेष महत्व

  • अहोई अष्टमी के दिन तारों को अर्घ्य देते हैं. तारों के निकलने के बाद ही अपने उपवास को तोड़ें.

  • अहोई अष्टमी के दिन व्रत कथा सुनते समय 7 तरह के अनाज अपने हाथ में रखें. पूजा के बाद इस अनाज को किसी गाय को खिला दें.

  • अहोई अष्टमी के दिन पूजा करते समय बच्चों को अपने पास बिठाएं और अहोई माता को भोग लगाने के बाद वो प्रसाद अपने बच्चों को जरूर खिलाएं.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी पर बरतें सावधानियां

इस पूजा में खास कर महिलाएं ज्यादा ध्यान दें. आज के दिन बिना स्नान किए पूजा-अर्चना ना करें. इस दिन महिलाओं को मिट्टी से जुड़े किसी तरह का कार्य करने से बचना चाहिए. इस दिन काले, नीले या गहरे रंग के वस्त्र का धारण न करें.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी के दिन राधाकुंड की हुई थी स्थापना

माना जाता है कि राधाकुंड की स्थापना द्वापरयुग में अहोई अष्टमी के दिन ही हुई थी. भगवान श्रीकृष्ण ने इस कुंड में रात करीब 12 बजे स्नान किया था इसलिए आज भी यहां अहोई अष्टमी की मध्य रात्रि में ही विशेष स्नान होता हैं हर साल देश विदेश से आए लाखों भक्त यहां कुंड के तट पर स्थित अहोई माता के मंदिर में पूजा करते हैं और आरती कर कुंड में दीपदान करते हैं.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी पूजा विधि

अहोई अष्टमी के दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके व्रत का संकल्प करती हैं. पूजा के लिए गेरू पर दीवार से अहोई माता का चित्र बनाएं, साथ ही सेही और उनके सात पुत्रों का चित्र भी बनाती हैं. चित्र बनाने की जगह मार्केट से खरीदे गए कैलेंडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सामग्री के लिए अहोई माता मूर्ति, माला, दीपक, करवा, अक्षत, पानी का कलश, पूजा रोली, दूब, कलावा, श्रृंगार का सामान, श्रीफल, सात्विक भोजन, बयाना, चावल की कोटरी, सिंघाड़े, मूली, फल, खीर, दूध व भात, वस्त्र, चौदह पूरी और आठ पुए जरूरी होते हैं.

Ahoi Ashtami Vrat 2023 LIVE : अहोई अष्टमी के दिन अहोई माता से पहले गणेश जी की पूजा करें

  • अहोई अष्टमी के दिन तारों को अर्घ्य देते हैं. तारों के निकलने के बाद ही अपने उपवास को तोड़ें.

  • अहोई अष्टमी के दिन व्रत कथा सुनते समय 7 तरह के अनाज अपने हाथ में रखें. पूजा के बाद इस अनाज को किसी गाय को खिला दें.

  • अहोई अष्टमी के दिन पूजा करते समय बच्चों को अपने पास बिठाएं और अहोई माता को भोग लगाने के बाद वो प्रसाद अपने बच्चों को जरूर खिलाएं.

अहोई अष्टमी 2023 मुहूर्त (Ahoi Ashtami 2023 Muhurat)

अहोई अष्टमी डेट - 5 नवंबर 2023

अहोई अष्टमी पूजा मुहूर्त - शाम 05.33 - शाम 06:52 (5 नवंबर 2023)

तारों को देखने का समय - शाम 05:58 (5 नवंबर 2023)

चंद्रोदय समय - प्रात: 12.02, 6 नवंबर (अहोई अष्टमी का चंद्रमा देर से उदित होता है)

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