लाइव अपडेट
पुडुचेरी में दुकानें बंद, सरकारी कार्यालयों में कामकाज जारी
भारत बंद के दूसरे दिन 29 मार्च को पुडुचेरी में दुकानें बंद रहीं. सरकारी कार्यालयों में सामान्य रूप से कामकाज जारी रहा. सरकारी बसें चलती रहीं. पूरे पुडुचेरी में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे हैं.
Tweet
सरकारी नीतियों के खिलाफ चेन्नई में हड़ताली कर्मचारियों का विरोध-प्रदर्शन
तमिलनाडु में ट्रेड यूनियनों द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल और बंद के आह्वान के मद्देनज़र प्रदर्शनकारियों ने चेन्नई में सरकारी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
कलबुर्गी में विरोध प्रदर्शन
कर्नाटक के कलबुर्गी में ट्रेड यूनियनों द्वारा दो दिवसीय भारत बंद के आह्वान के दौरान सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) और अन्य वामपंथी संगठनों ने सरकारी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आज बंद का दूसरा दिन है.
Tweet
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने कहा
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने कहा कि सरकार की कथित गलत नीतियों के विरोध में देशव्यापी हड़ताल के कारण कम से कम आठ राज्यों में बंद जैसी स्थिति बनी हुई है. संयुक्त मंच ने कहा कि तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, असम, हरियाणा और झारखंड में बंद जैसी स्थिति है. मंच के अनुसार गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों के कई औद्योगिक क्षेत्रों में विरोध-प्रदर्शन हुआ.
देशव्यापी हड़ताल के मद्देनजर वाम दलों, ट्रेड यूनियनों ने तेलंगाना में विरोध प्रदर्शन किया
केंद्र सरकार की कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल के मद्देनजर वाम दलों, कांग्रेस और विभिन्न जन संगठनों ने सोमवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद समेत अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस के पूर्व सांसद मल्लू रवि और इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (आईएनटीयूसी) के नेताओं ने यहां एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
राजस्थान : हड़ताल से बैंकों के कामकाज पर आंशिक असर
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ हजारों श्रमिकों की दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का सोमवार को राजस्थान में बैंकिंग सेवाओं पर आंशिक असर रहा. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ और भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के आह्वान पर बैंक कर्मचारियों ने यहां खासा कोठी सर्किल पर प्रदर्शन किया और नारे भी लगाए.
असम में राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन, परिवहन व बैंकिंग सेवाएं रहीं प्रभावित
केंद्र सरकार की ‘गलत नीतियों' के खिलाफ ट्रेड यूनियन की ओर से आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन सोमवार को असम में सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद रहा, जबकि बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थानों में सेवाएं प्रभावित हुईं. पुलिस ने बताया कि कई ट्रेड यूनियन से संबंधित प्रदर्शनकारियों ने जब गुवाहाटी क्लब से दो दिन की हड़ताल के समर्थन में मार्च निकालने की कोशिश की, तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
झारखंड में 15 हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित
मजदूर संगठन केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय संपदा बेचने, मजदूर विरोधी चार लेबर कोड लाने और निजीकरण के खिलाफ दो दिनों की हड़ताल कर रहे हैं. यूनियन के अनुसार, पहले दिन के हड़ताल के कारण झारखंड में बैंक, डाकघर व इंश्योरेंस सेक्टर में लगभग 15 हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित रहा.
सोमवार को मिलाजुला असर
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और श्रमिक फेडरेशनों के आह्वान पर बुलायी गयी हड़ताल का सोमवार को मिलाजुला असर रहा. बैंक, डाकघर, इंश्योरेंस, कोयला आदि सेक्टर में हड़ताल का कहीं-कहीं असर दिखा. कई बैंक बंद रहे.
भारत बंद का आज दूसरा दिन
भारत बंद का आज दूसरा दिन है. इसका असर कई राज्यों में देखने को मिल रहा है.
खनन-इस्पात उद्योग प्रभावित, बैंक-बीमा पर भी असर
केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में केंद्रीय मजदूर संगठनों की दो दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल का झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कोयला व लौह अयस्क खनन क्षेत्रों में खासा असर सोमवार को देखने को मिला. असम, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, पंजाब, राजस्थान, गोवा और ओड़िशा के औद्योगिक क्षेत्रों में कामकाज बाधित हुआ. बैंक एवं बीमा सेवाएं भी हड़ताल की वजह से प्रभावित हुई हैं.
बैंक हड़ताल के कारण 10 करोड़ रुपये का टर्न ओवर प्रभावित
सेंट्रल ट्रेड यूनियन के निजीकरण की नीति के विरोध में दो दिवसीय बैंक हड़ताल के कारण सोमवार को जिले की 16 बैंक शाखाओं में ताला लटके रहे. 16 बैंकों में हड़ताल की वजह से करीब 10 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ. हड़ताल के पहले दिन बैंकों के लेनदेन पर ज्यादा असर नहीं हुआ, क्योंकि जिले के 41 बैंकों में आम दिनों की तरह काम होते रहे.
सरकारी कर्मचारियों का हड़ताल में शामिल होना गैरकानूनी
केरल हाईकोर्ट ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल/भारत बंद पर बड़ा फैसला दिया है. हाईकोर्ट ने कहा है कि सरकारी कर्मचारी किसी भी हड़ताल में शामिल नहीं हो सकते. सरकारी कर्मचारियों का भारत बंद में शामिल होना गैरकानूनी है.
सामान्य जनजीवन प्रभावित
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा सोमवार से आहूत दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा. कुछ जिलों में परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा और सियालदह खंडों के कुछ रेलवे स्टेशनों पर सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और ट्रेन की आवाजाही रोक दी. हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अब तक किसी बड़े व्यवधान की कोई खबर नहीं है.
आवश्यक सेवाएं जारी
सरकार द्वारा संचालित केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) की बसें सड़कों से नदारत रहीं, जबकि टैक्सी, ऑटो-रिक्शा और निजी बसें भी राज्यभर में नजर नहीं आईं. ट्रक और लॉरी सहित वाणिज्यिक वाहनों के संचालकों ने भी हड़ताल के प्रति एकजुटता व्यक्त की है. हड़ताल के दौरान हालांकि दूध, समाचार पत्र, अस्पताल, एम्बुलेंस सहित आवश्यक सेवाएं जारी रहीं.
चेन्नई में बंद का असर
चेन्नई में ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया है. इसके मद्देनज़र विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. तस्वीरें माउंट रोड से सामने आई है.
मुख्य चैराहा आग लगाकर अवरोध
बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले के कालना शहर में वामपंथियों ने हड़ताल के मद्देनजर शहर के मुख्य चैराहे पर आग लगाकर अवरोध किया.
केरल में हड़ताल से जनजीवन प्रभावित
केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के एक संयुक्त मंच द्वारा आहूत दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत सोमवार को केरल में लगभग सभी संस्थान बंद नजर आ रहे हैं. सरकार की जन-विरोधी आर्थिक नीतियों तथा श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के संयुक्त मंच और विभिन्न क्षेत्रों के स्वतंत्र श्रमिक संगठनों ने दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है.
ओडिशा में भारत बंद का असर
ओडिशा में ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया जिसका असर राजधानी भुवनेश्वर में नजर आ रहा है.
केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा दिए गए बयानों की निंदा
श्रमिकों ने इस्पात संयंत्र के मुद्दे पर संसद में केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा दिए गए बयानों की निंदा की और कहा कि वे पूरी तरह से भ्रामक थे. उन्होंने केन्द्र की योजनाओं को लागू ना होने देने का संकल्प किया और कहा कि उनकी लड़ाई अंत तक जारी रहेगी. अखिल भारतीय मजदूर संघ कांग्रेस (एआईटीयूसी), केन्द्रीय ट्रेड यूनियन (सीटीयू) और अन्य श्रमिक संगठनों ने विशाखापट्टनम में मद्दिलापालेम जंक्शन पर रास्ता जाम किया, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर यातायात प्रभावित हुआ. इसके बाद पुलिस ने कुछ प्रदर्शनिकारियों को हिरासत में लिया और यातायात बहाल किया.
दो दिवसीय हड़ताल का विशाखापट्टनम में दिखा असर
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण संबंधी केन्द्र के कदम के खिलाफ श्रमिक संगठनों द्वारा आहूत दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में विशाखापट्टनम में सोमवार को सैकड़ों श्रमिकों ने हिस्सा लिया. इस दौरान विशाखापट्टनम स्टील संयंत्र (वीएसपी) आंदोलन का केन्द्र रहा. संयुक्त कार्रवाई समिति के तत्वावधान में श्रमिकों ने वीएसपी के मुख्य द्वार के बाहर धरना प्रदर्शन किया और इस्पात संयंत्र के रणनीतिक विनिवेश के केन्द्र के प्रयास के खिलाफ नारेबाजी की.
पुलिस के साथ झड़प
12 सूत्री मांग को लेकर आम हड़ताल के मद्देनजर पश्चिम बर्दवान जिले के पानागढ़ में सोमवार सुबह सीपीएम द्वारा चल रहे यात्री बसों को रोकने की कोशिश की गई. बस के समक्ष ही सीपीएम कार्यकताओं ने सड़क पर लेटकर अवरोध उत्पन्न किया जिसके बाद पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई.
केरल में दिखने लगा असर
केरल में ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया है. कुछ तस्वीरें तिरुवनंतपुरम से सामने आईं हैं जिसमें बंद का असर नजर आ रहा है. एक शख्स ने बताया कि हड़ताल और बंद के आह्वान से मुझे अपने ऑफिस जाने में दिक्कत हो रही है.
पश्चिम बंगाल में रेलवे ट्रैक ब्लॉक
पश्चिम बंगाल में ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया है. इसके मद्देनज़र प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता में जादवपुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को ब्लॉक किया.
हरियाणा में दिखा रहा है असर
हरियाणा की बात करें तो यहां हड़ताल के चलते 3000 बसों की रफ्तार थम गई हैं. हरियाणा में कई मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी लंबे वक्त से संघर्ष करते नजर आ रहे हैं. पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना और निजीकरण के खिलाफ बंद आज का बंद बुलाया गया है. हरियाणा में कर्मचारियों ने बंद का पूरा समर्थन किया है.