Bihar Flood Live: बिहार में बाढ़ ने दी दस्तक, बिगड़े कई जिलों के हालात, कटाव से घर नदी में हो रहे विलीन

Bihar Flood 2022 Live: बिहार में बाढ़ के हालात अब गंभीर होने लगे हैं. नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. लेकिन कोसी सीमांचल के कई जिले अब बाढ़ की तबाही झेलने को मजबूर है. जानिये प्रदेश में बाढ़ का अपडेट...

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2022 5:51 PM
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मुख्य बातें

Bihar Flood 2022 Live: बिहार में बाढ़ के हालात अब गंभीर होने लगे हैं. नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. लेकिन कोसी सीमांचल के कई जिले अब बाढ़ की तबाही झेलने को मजबूर है. जानिये प्रदेश में बाढ़ का अपडेट…

लाइव अपडेट

सीमांचल में बाढ़

बिहार में बाढ़ की तबाही मची है. किशनगंज में 6 से अधिक सड़क व दो पुल का एप्रोच ध्वस्त हो गया है. अररिया व किशनगंज में 4 दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं.

मुंगेर में कटाव की संभावना बढ़ी

मुंगेर में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के साथ ही सदर प्रखंड के कुतलुपुर, टीकारामपुर, तारापुर दियारा, रहिया, मनियारचक एवं करारी क्षेत्र में कटाव की संभावना बढ़ती जा रही है. जबकि बरियारपुर क्षेत्र के एकाशी, कल्याणपुर सहित अन्य क्षेत्रों में भी कटाव की समस्या उत्पन्न हो गयी है.

जलस्तर बढ़ने की संभावना

इलाहाबाद में पिछले दो दिनों से प्रतिदिन 181 एमएम बारिश हो रही है. 72 घंटे में वह पानी पटना आ जायेगी और पटना से 24 घंटे में पानी मुंगेर गंगा के जलस्तर को बढ़ा देगी. जबकि नेपाल और कोशी क्षेत्र में हो रही बारिश का पानी कोशी नदी से होते हुए गंगा में तेजी से आ रहा है. जिसके कारण जलस्तर में बढ़ोतरी जारी रहने की संभावना है.

मुंगेर में गंगा में ऊफान

मुंगेर में गंगा एक बार पुन: ऊफनाई पर है. जिसके कारण बाढ़ की संभावना बढ़ती जा रही है. हालांकि अभी गंगा के जलस्तर बढ़ने से किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. लेकिन कुछ क्षेत्रों में कटाव की समस्या मंडराने लगी है. जिसके कारण दियारा क्षेत्र की बड़ी आबादी संभावित बाढ़ और कटाव से डरे-सहमे हैं.

बाढ़ की चपेट में आये कटिहार के दर्जनों विद्यालय, पढ़ाई प्रभावित

बलिया बेलौन. महानंदा में बाढ़ आने से सड़क, खेत, खलिहान, जल मग्न होने के साथ लोगों के घर, आंगन में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बघवा में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से छात्रों को विद्यालय आने में परेशानी हो रही है. वहीं पंचायत के अधिकांश वार्ड बाढ़ की चपेट में है.

कटिहार में नदियों के जलस्तर में उफान

कटिहार जिले के सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में उफान पर है. महानंदा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से कदवा प्रखंड के करीब आधा दर्जन से अधिक पंचायतों के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.

अररिया के पलासी प्रखंड का हाल

अररिया: बाढ़ के कारण पलासी प्रखंड मुख्यालय से धर्मगंज जाने वाली मार्ग स्थित बकनिया घाट, बकरा नदी पर बना आरसीसी पुल का एप्रोच रोड लगभग कट गया है. धर्मगंज से पीपरा कोठी मेहरो चौंक जाने वाली मार्ग स्थित चतरा धार के समीप बकरा नदी के पानी के तेज बहाव के कारण सड़क कट गया है. पलासी प्रखंड मुख्यालय से जिला मुख्यालय जाने वाली मार्ग स्थित बकरा नदी डेहटी घाट पर बना आरसीसी पुल का एप्रोच रोड कट जाने से आवागमन बंद हो गया है.

अररिया के नरपतगंज प्रखंड में बाढ़

नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र में लगातार कई दिनों से हो रहे बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पानी प्रवेश कर गया जबकि पानी के बढ़ते दबाव के कारण एनएच 57 पंचगछिया से चंदा जाने वाली मुख्य सड़क मार्ग टूटने की कगार पर है तो वही कई जगह पर नाहर का बांध टूट गया है.

अररिया में कटाव से सड़क बहा

अररिया में बारिश रुकते ही नदियों के जलस्तर में कमी आने लगी. जिसके बाद कटाव से बॉलदाती लोधिया सड़क पानी में बह गया.

अररिया में बाढ़

अररिया के पलासी प्रखंड के अंर्तगत बहने वाली बकरा व रतवा नदी के जलस्तर में कमी होने से बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों ने राहत का सांस ली है. वहीं बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच पारिवारिक भरन पोषण की भी समस्या उत्पन्न हो गयी है.

खगड़िया में बागमती व कोसी नदी

खगड़िया में बागमती नदी के बाद कोसी नदी भी लाल निशान को पार कर गया. शुक्रवार को कोसी नदी का जलस्तर 33.93 मीटर मापा गया,जो कि खतरे के निशान से आठ सेमी अधिक है. बताया जाता है कि कोसी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. बीते 24 घंटे में कोसी का जलस्तर जहां 38 सेमी बढ़ा है. वहीं 48 घंटे में 56 सेमी की बढ़ोतरी हुई है

कहलगांव में गंगा का जलस्तर

भागलपुर के कहलगांव में गंगा के जलस्तर में बढोतरी का सिलसिला जारी है. केंद्रीय जल आयोग के सूत्रों के अनुसार, कहलगांव में गंगा का जलस्तर शुक्रवार को 26.74 मीटर दर्ज किया गया है. बीते 30 जून को जलस्तर 26.26 मीटर दर्ज हुआ था. इधर साहेबगंज ,भागलपुर, मुंगेर, बक्सर, फरक्का में गंगा के जलस्तर में बढोतरी का सिलसिला जारी है.

चंपारण में बाढ़

पूचं. नेपाल में लगातार हो ही बारिश के बाद क्षेत्र से होकर गुजरनेवाली सिकरहना, दुधौरा, बंगरी, तिलावे नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो गयी है. सिकरहना नदी के सुंदरपुर घाट पर बना चचरी पुल शुक्रवार को सुबह पानी की तेज धार में बह गया. किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.

गंडक नदी के जलस्तर में भी वृद्धि

अखाड़ा घाट में पानी के साथ जंगली घास बह कर आ रही है. झील नगर की तरफ पानी बढ़ रहा है. जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, नेपाल में अधिक बारिश होने से शुक्रवार की दोपहर तक वाल्मीकिनगर बराज से 1.42 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया.

बागमती नदी खतरे के निशान के ऊपर

मुजफ्फरपुर. नेपाल समेत उत्तर बिहार के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही बारिश से बागमती नदी खतरे के निशान के ऊपर चली गयी है. गंडक व बूढ़ी गंडक के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है. जिले के पूर्वी इलाके औराई, कटरा व गायघाट में लोग दहशत में हैं.

दरभंगा के धौंस नदी पर बना चचरी का पुल बहा

दरभंगा के धौंस नदी पर बना चचरी का पुल बह गया. यह चचरी पुल करीब एक दर्जन गांवों को टेकटार बाजार से जोड़ता है. जिले के कमतौल में टेकटार-वाजिदपुर घाट पर बना पुल बहा है.

पूर्णिया में कटाव के रोकथाम का अपडेट

पूर्णिया में कटाव के रोकथाम के लिए बाढ़ नियंत्रण एवं जल नि:स्सरण प्रमंडल पूर्णिया द्वारा फर्ल्ड फाइटिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच खाद्यान्न व अन्य राहत सामग्री अभी वितरण प्रारंभ नहीं किया गया है.

पूर्णिया के बायसी प्रखंड में बाढ़ का कहर

पूर्णिया के बायसी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सुगवा महानंदपुर पंचायत में महानंदा नदी की बाढ़ से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. सुगवा महानंदपुर पंचायत का संपर्क मुख्य सड़क से टूट चुका है. कई जगह पर सड़क पर काफी पानी चल रहा है. सुगवा पंचायत से पहले जलकरिया पुल पर 3 से 4 फीट पानी बह रहा है. पानी में करंट भी काफी है. लोगों को नाव से आवागमन करना पड़ता है. सबसे ज्यादा प्रभावित सुगवा महानंदपुर पंचायत का बद्दूटोला है. बद्दू टोला में लगभग सभी के घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. बद्दू टोला महानंदा नदी के किनारे पर है .

पूर्णिया में बाढ़ की तबाही, रमणी गांव में 16 परिवारों के घर नदी में विलीन

पूर्णिया में बाढ़ की तबाही शुरू हो गयी है. अमौर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बंगरा मेहदीपुर पंचायत के रमणी गांव में 16 परिवारों के घर नदी में विलीन हो चुके हैं. 30-40 घर नदी के कटाव की जद में, आ चुके हैं. गांव के लोग दहशत में हैं.

सुपौल में बाढ़ से तबाही

सुपौल में बाढ़ ने दस्तक दे दी है. नेपाल के तराई क्षेत्र में हुई बारिश के बाद कोसी नदी उफान पर है. जिससे तटबंध के अंदर बसे लोगों के घर आंगन में दो फीट पानी लगा हुआ है. जिससे आमजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासकर तटबंध के अंदर बसे लोगों को एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे पर जाने के लिए नाव का ही सहारा लेना पड़ता है.

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