Jharkhand Foundation Day : ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनायेंगे, लोग राशन कार्ड फेंक देंगे- हेमंत
Jharkhand Foundation Day : झारखंड राज्य स्थापना दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सीएम ने 22.85 लाख लोगों के बीच 2,006 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया. राज्य के सभी जिलों में एलइडी स्क्रीन पर मुख्य समारोह का लाइव प्रसारण किया जा रहा है. कार्यक्रम पल-पल की जानकारी के लिए बने रहें हमारे साथ.
मुख्य बातें
Jharkhand Foundation Day : झारखंड राज्य स्थापना दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सीएम ने 22.85 लाख लोगों के बीच 2,006 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया. राज्य के सभी जिलों में एलइडी स्क्रीन पर मुख्य समारोह का लाइव प्रसारण किया जा रहा है. कार्यक्रम पल-पल की जानकारी के लिए बने रहें हमारे साथ.
लाइव अपडेट
मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना के लिए पोर्टल लांच किया गया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना के लिए एक पोर्टल लांच किया. लोग इस वेबसाइट पर आवेदन करेंगे और 226 योग्य लाभुकों को 3500 रुपये अग्रिम दिये जायेंगे.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को इतना मजबूत करेंगे कि लोग राशन कार्ड को फाड़कर फेंक देंगे- हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हम 10 साल में ऐसी ग्रामीण अर्थव्यवस्था बनायेंगे कि गांव का हर व्यक्ति अपना राशन कार्ड फाड़कर फेंक देगा. उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ी हुई है. इस पर हमारी नजर है. कोरोना जैसी चुनौती को हमने पार किया है. सुखाड़ राहत के लिए ढाई सौ प्रखंडों को चिह्नित किया है. स्थापना दिवस समारोह समाप्त होने के बाद फिर से शिविर लगायेंगे और किसानों को चिह्नत करके उन्हें अग्रिम राशि उपलब्ध करवायेंगे.
20 साल तक खेतों में पानी नहीं पहुंच पाया, 5 साल में हर खेत तक पहुंचा देंगे पानी
हेमंत सोरेन ने कहा कि 20 सालों तक झारखंड के किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाया. हमने बड़े पैमाने योजना बनायी है. काम भी शुरू कर दिया है. अगले 5 साल में इस राज्य की हर खेत में पानी पहुंचा देगी सरकार.
आने वाले समय में भगवान भरोसे नहीं, अपने बूते चलेगी झारखंड सरकार- हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन ने कहा कि आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार योजना के तहत 45 लाख लोगों ने 54 लाख आवेदन दिये थे. इनमें से 37 लाख आवेदन का शिविर में ही निस्तारन कर दिया गया. उन्होंने कहा कि भगवान भरोसे 20-21 साल तक राज्य को छोड़ दिया था. आपका आशीर्वाद रहा, तो आने वाले समय में राज्य भगवान के भरोसे नहीं, अपने भरोसे और ताकत पर खड़ा होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कई ऐसी चीजें हैं, जहां हमें काम करने की जरूरत है. बहुत गति से काम करने की आवश्यकता है. हमने गरीबी और अशिक्षा को दूर करने का संकल्प लिया. कहा कि गरीबों के बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूल से भी बढ़िया स्कूल बनायेंगे. वहां बेहतरीन शिक्षा मिलेगी.
पूरा स्कॉलरशिप देकर बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश भेजेंगे- हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था मजबूत नहीं होने की वजह से राज्य के लोगों को छला जाता है. ठगा जाता है. इसलिए सरकार बच्चियों के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना लायी है. 9 लाख बच्चियों को इससे जोड़ना है. इनमें से 4-5 लाख बच्चियों को जोड़ा जा चुका है. बच्चियां जब 18 साल की होंगी, तो उन्हें एकमुश्त 40 हजार रुपये मिलेंगे. हम उनसे कहेंगे कि पढ़ाई मत छोड़ना. डॉक्टर बनना चाहते हो, इंजीनियर बनना चाहते हो, वकील बनना चाहते हो, तो राज्य सरकार उसका पूरा खर्चा देगी. एडमिशन के बाद तो सरकार देगी ही, उसकी तैयारी करने के लिए भी सरकार प्रोत्साहन राशि देने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि बेटियां अगर विदेश में पढ़ने जायेंगी, तो उन्हें पूरा स्कॉलरशिप देकर सरकार आपको वहां भेजेगी.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी, तभी राज्य का विकास होगा- हेमंत सोरेन
उन्होंने कहा कि गांव किसी भी देश या राज्य का जड़ होता है. जड़ मजबूत न हो, तो हल्के से हवा के झोंके से पेड़ गिर जाता है. हमारी सरकार ने राज्य से गरीबी को धक्का मारकर बाहर निकालने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर बल दिया है. आज अधिकारी पंचायतों में, गांवों में जाकर लोगों की समस्या को हल कर रहे हैं. 20 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ. पदाधिकारियों का प्रमोशन हो रहा है. लगातार नियुक्तियां हो रही हैं. 20 सालों में जेपीएससी में क्या-क्या खेल हुए सबने देखा है. आज हमने 1000 बच्चों को नियुक्ति पत्र दिया है जेपीएससी के माध्यम से. इसके पहले 250 बच्चों को नियुक्ति पत्र दिया था. आपको आश्चर्य होगा कि 250 में से 30-32 बच्चे बीपीएल परिवार से थे.
गरीबों को कोई गले नहीं लगाता- हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ऐसी कार्ययोजना बनायी कि अगर फिर कभी ऐसी चुनौती सामने आये, तो राज्य के लोग हतोत्साहित न हों. आज इस राज्य में जो गरीबी है, पिछड़ापन है, ये गरीबों के लिए सबसे बड़ा अभिशाप होता है. कोई गरीब को गले नहीं लगा सकता. उसे अपने से दूर रखने की कोशिश करता है. गरीबी, अशिक्षा इतनी बुरी चीज है. बैंक से लोगों को लोन नहीं मिलता, क्योंकि राज्य में सीएनटी-एसपीटी की जमीन है. यहां के आदिवासियों को कोई लोन नहीं देता. इसलिए सरकार आपके लिए बैंक भी बन रहा है और गारंटर भी. आपके दरवाजे पर आकर आपको अनुदान के साथ ऋण मुहैया करा रहा है.
कोरोना के बाद सूखा की भयावह स्थिति आ गयी, मोरहाबादी में हेमंत सोरेन
सरकार बनते ही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से हम घिर गये. दो साल हमारा वक्त बर्बाद हो गया. सब कुछ बंद. हाट, बाजार, गाड़ी, मोटर सब बंद. बड़ी-बड़ी कंपनियां बंद हो गयीं. लोग बेरोजगार हो गये. सड़कों पर आ गये. भीख मांगने की स्थिति थी. कई लोगों ने भुखमरी से, रोजगार छिनने से आत्महत्या कर ली. ऐसी स्थिति में भी देश का सबसे पिछड़े राज्य झारखंड ने यहां के लोगों की सहनशीलता और संघर्ष की बदौलत हमने कोरोना महामारी को बड़ी सरलता से पार किया. देश-दुनिया में कोरोना से हाहाकार मचा था. कई राज्यों में लोगों को जलाने के लिए लकड़ी कम पड़ गयी. शवों को दफनाने के लिए मिट्टी कम पड़ने लगी. परिजनों के शवों को लोग नदी में फेंक रहे थे. चील-कौवों को खाने के लिए शव को मैदान में छोड़ देते थे. अब जब जीवन सामान्य होने लगा है. हम लगातार इस राज्य की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं, सुखाड़ जैसी एक और भयावह स्थिति खड़ी हो गयी है. राज्य के लगभग 156 प्रखंड सूखाग्रस्त हो चुके हैं. ये भी हमारे सामने एक बड़ी चुनौती आकर खड़ी हो गयी.
उम्मीद थी कि आदिवासियों का विकास होगा
झारखंड में सबसे ज्यादा आदिवासी, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक समाज रहता है. यह वर्ग सदियों से शोषित होता रहा है. अलग-अलग कालखंड में हमारे पूर्वजों ने सघर्ष किया. कुर्बानियां दीं. अंतत: दिशोम गुरु के नेतृत्व में हमने अलग राज्य हासिल किया. ऐसा लगा कि आदिवासियों का विकास होगा. लेकिन, आज भी उनकी गरीबी, अशिक्षा पूरी तरह से विद्यमान है. समझ नहीं आता था कि कितने दिन और इस राज्य के गरीबों को संघर्ष करना पड़ेगा. राज्य के गठन को 22 साल हो गये. इस काल में कई सरकारें आयीं और गयीं. लेकिन, इस राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यकों की समस्या जैसी की तैसी बनी रही. यूपीए की सरकार बनी, तो तमाम समस्याओं के समाधान की पहल शुरू की.
हमारे पूर्वजों ने सदियों तक अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी- हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के जन्मोत्सव पर प्रदेश के कोने-कोने से आये लोगों का स्वागत किया. उन्हें शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर 2000 को इस राज्य का जन्म हुआ था. इस राज्य का जन्म कितने लंबे संघर्ष के बाद हुआ है, झारखंड का बच्चा-बच्चा इस बात को जानता है. उन्होंने कहा कि खनिज संपदा के लिए देश-दुनिया में झारखंड की अलग पहचान है. साथ ही हमें यह मालूम होना चाहिए कि खनिज संपदा के साथ-साथ यह धरती वीरों की भी धरती रही है. भगवान बिरसा मुंडा हों या सिदो-कान्हू हों. अनेकों वीर सपूतों के बारे में आप किताबों-कहानियों, उपन्यासों में पढ़ा होगा. आज सिर्फ झारखंड स्थापना दिवस नहीं, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी है. हमारे पूर्वजों ने सदियों ने अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी. अनवरत लड़ते रहे. कभी रुके नहीं.
स्थापना दिवस समारोह में लगे हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करने के लिए खड़े हुए, तो झामुमो ने लगाया हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे.
सरना कोड लागू करने में केंद्र झारखंड सरकार की मदद करे, बोले अविनाश पांडेय
कांग्रेस नेता अविनाश पांडेय ने कहा कि खतियान की पहचान को विधानसभा से पारित कराना हेमंत सोरेन की बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने की स्वीकृति को इतिहास का नया अध्याय करार दिया. श्री पांडेय ने कहा कि सरना कोड झारखंड का भावनात्मक प्रश्न था. विधानसभा में इस प्रस्ताव को पास करके केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजा है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को जल्द से जल्द पास करेगी.
झारखंड की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की गयी- अविनाश पांडेय
अविनाश पांडेय ने कहा कि झारखंड की एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की बार-बार कोशिश हुई. झारखंड के युवा नेतृत्व के सामने कई तरह की चुनौतियां पेश की गयीं. प्रदेश के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि हर समाज का युवा आगे बढ़े. यूपीए सरकार के वादों को पूरा करने का संकल्प लेकर हेमंत सोरेन आगे बढ़ रहे हैं. शिक्षा व्यवस्था में सुधार कर रहे हैं, राज्य का औद्योगीकरण कर रहे हैं.
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जनता के साथ खड़ी रही हेमंत सोरेन सरकार
समारोह के विशिष्ट अतिथि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय ने इस अवसर पर कहा कि झारखंड स्थापना दिवस एक विशेष अवसर है. 22 वर्षों से हम झारखंड स्थापना दिवस मना रहे हैं. इसके पीछे एक संघर्ष रहा है. उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने गरीबों, शोषितों, वंचितों के लिए क्रांति की अलख जगायी थी. उनके जन्मदिन पर झारखंड की स्थापना हुई थी. उन्होंने कहा कि झारखंड खनिज संपदा से परिपूर्ण है. प्रकृति ने इसे सौंदर्य से नवाजा है. वहीं, इसकी संस्कृति भी काफी समृद्ध है. उन्होंने कहा कि यूपीए गठबंधन सरकार का एक युवा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में तीसरा स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद से विपरीत परिस्थितियों के बावजूद झारखंड सरकार ने जनता को दिलाशा देने का काम, प्रदेश की जनता के दुख दर्द में खड़े रहने का काम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यूपीए सरकार ने किया.
मुख्यमंत्री सारथी योजना
मुख्यमंत्री सारथी योजना का सीएम हेमंत सोरेन ने किया शुभारंभ. झारखंड के प्रतिभाशाली युवाओं को हुनरबंद बनाकर उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए यह योजना शुरू की जा रही है. प्रखंड स्तर तक पहुंचकर सरकार योजना को लागू करेगी. 18 से 35 वर्ष के युवाओं को इसका लाभ मिलेगा. सफल युवाओं को रोजगार नहीं मिलने पर 1,000 रुपये प्रति माह दिया जायेगा. यह राशि अधिकतम एक साल के लिए दी जायेगी.
मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुभारंभ किया. हायर एजुकेशन की पढ़ाई करने के इच्छुक 10वीं छात्र-छात्राओं को फ्री कोचिंग दी जायेगी. ऐसे छात्रों को प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान में पढ़ने का मौका दिया जायेगा. योजना के तहत प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए पूरा फीस सरकार वहन करेगी. सरकार बच्चों को हर महीने 2500 रुपये देगी. ये रुपये उनके खाते में ट्रांसफर किये जायेंगे.
हेमंत सोरेन ने 609 सहायक अभियंताओं को नियुक्ति पत्र सौंपा
हेमंत सोरेन ने 609 सहायक अभियंताओं को नियुक्ति पत्र सौंपा. 309 नर्सों को भी नियुक्ति पत्र दिया गया. मुख्यमंत्री ने कुछ चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया.
झारखंड एकलव्य प्रशिक्षण योजना
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड एकलव्य प्रशिक्षण योजना का शुभारंभ किया. कौशल विकास के माध्यम से कुशल झारखंड बनाने के उद्देश्य से इस योजना लायी गयी है. नि:शुल्क कोचिंग सुविधा से लाखों विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा.
मोरहाबादी मैदान में सौगातों की बारिश कर रहे हैं हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना 2022 का शुभारंभ कर रहे हैं. अब हर गरीब व मध्यम वर्ग परिवार से आने वाला बच्चा इस कार्ड के जरिये अपना भविष्य संवार सकेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिमोट कंट्रोल का बटन दबाकर इस योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत 4 फीसदी ब्याज दर पर 15 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण मिलेगा. सरकार बनेगी गारंटर. लोन वापसी की प्रक्रिया शिक्षा पूरी होने के एक साल बाद शुरू होगी.
जो वादा किया था, उसे पूरा करके फिर आपके पास आयेंगे, बोले आलमगीर आलम
आलमगीर आलम ने अपने भाषण का समापन करने से पहले कहा कि चुनाव के दौरान जो वादे किये थे, उसे पूरा करेंगे और उसके बाद फिर जनता के बीच जायेंगे.
खिलाड़ियों के लिए खेल योजना बनायी
आलमगीर आलम ने कहा कि झारखंड को बेहतरीन खिलाड़ियों के लिए जाना जाता है. क्रिकेट, हॉकी और फुटबॉल के लिए जाना जाता है. हमारी सरकार ने हर पंचायत में एक स्टेडियम बनाने का निर्णय लिया है. खेल के लिए आधारभूत संरचनाओं का विकास किया है, ताकि हमारे राज्य के खिलाड़ी देश-विदेश में अपना और अपने राज्य का नाम रोशन करें.
हेमंत सोरेन की सरकार ने हर समस्या से निबटा
आलमगीर आलम ने कहा कि हम ये बात दावे के साथ कह रहे हैं कि हम आपकी आकांक्षाओं को पूरा कर पायेंगे, क्योंकि हमें आप पर विश्वास है. झारखंड के हर तबके के लोगों ने वर्ष 2019 में महागठबंधन की सरकार बनायी थी. हमारी सरकार बनने के बाद ही वैश्विक महामारी फैल गयी. हर गांव, हर कोने में सिर्फ महामारी थी. लोगों के रोजगार जाने लगे. लोग बाहर से आ रहे थे. खाने-पीने की समस्या. इलाज की समस्या. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हमारी सरकार ने हर समस्या का समाधान किया.
3 साल के छोटे कार्यकाल में हेमंत सोरेन ने लोगों के चेहरे पर लायी मुस्कान
तीन साल की सरकार के कार्यकाल में डेढ़ दो साल कोरोना में गुजर गये. बहुत छोटे कार्यकाल में हमारी सरकार ने लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए काम किया है. नयी-नयी नीतियों और योजनाओं की शुरुआत की है. हमने बहुत सी योजनाएं बनायी, ताकि लोगों को रोजगार मिले. गांव में परिसंपत्ति भी तैयार हो.
झारखंड के लोगों की हर आकांक्षा को पूरा करेंगे, बोले आलमगीर आलम
झारखंड स्थापना दिवस के विशिष्ट अतिथि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि 15 नवंबर झारखंड प्रदेश के लिए एक अहम दिन है. वर्ष 2000 में नये राज्य का गठन हुआ था. आज 22 साल हो गये. गुरुजी की पहल पर हमने अलग राज्य हासिल किया. यहां के लोगों की जो इच्छा-आकांक्षा थी, हमने उसे पूरा किया. लोगों को उम्मीद थी कि हर हाथ को काम मिलेगा, हर खेत को पानी मिलेगा. उनके मन में भावना थी कि झारखंड हमारा है, हम इसका विकास करेंगे. लेकिन 22 सालों के बाद मुझसे अगर कोई कहे कि क्या हमारे पूर्वजों और नेताओं के सपने पूरे हुए. हम उस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाये. मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में झारखंड राज्य के तमाम लोगों की जो अपेक्षाएं, आकांक्षाएं हैं, उसे हम पूरा करने में सफल होंगे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया 2,006 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 22.85 लाख लोगों के बीच 2,006 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया. कुछ लाभुकों को मुख्यमंत्री ने स्टेज पर परिसंपत्ति का वितरण किया. इस अवसर पर दिशोम गुरु शिबू सोरेन, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं.
झारखंड स्थापना दिवस लाइव वीडियो
हेमंत सोरेन ही झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों का उद्धार कर सकते हैं
स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति हुई. राज्य में मॉडल स्कूल बने. रोजगार नीति में 75 फीसदी स्थानीय लोगों को रोजगार देने की व्यवस्था की. झारखंड के युवाओं को रोजगार देने के लिए हमारी सरकार ने नीति बनायी. सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि हमारी सरकार ने तीन साल में वो काम किया है, जो पिछले 20 साल में नहीं हुए. किसी को उम्मीद नहींथी कि कभी 1932 का खतियान लागू होगा. ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण मिलेगा. हेमंत सोरेन ही झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों का उद्धार कर सकते हैं.
सत्यानंद भोक्ता ने हेमंत सोरेन के कार्यों की तारीफ की, गिनायी उपलब्धियां
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने झारखंड स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यों की जमकर तारीफ की. कहा कि युवा मुख्यमंत्री ने जो कुछ भी कहा था, उसे पूरा करके दिखाया. पारा शिक्षकों को उनका अधिकार मिला. बुजुर्गों को पेंशन मिला. सहिया दीदी की समस्या का भी उन्होंने समाधान किया. जेपीएससी की रिक्त पदों को भरने का काम भी हमारी सरकार ने ही की है.
पलामू में मनाया गया स्थापना दिवस समारोह
पलामू के प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति नगर भवन में राज्य का 22वां स्थापना दिवस सह भगवान बिरसा मुंडा जयंती मनायी गयी. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला के उपायुक्त ए दोड्डे, पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा, उप विकास आयुक्त मेघा भारद्वाज, प्रशिक्षु आईएएस श्रीकांत विस्पुते, सदर एसडीओ राजेश कुमार साह, जिला परिषद अध्यक्ष प्रमिला देवी, उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया.
-पलामू से सैकत चटर्जी
मोरहाबादी पहुंचने लगे हैं लोग
मोरहाबादी मैदान में थोड़ी देर में झारखंड स्थापना दिवस समारोह शुरू होगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रदेश के लोगों को सैकड़ों करोड़ की सौगात देंगे. समारोह में शामिल होने के लिए राज्य के अलग-अलग हिस्से से लोग पहुंचने लगे हैं.
अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारी संघ ने मनायी बिरसा जयंती
पलामू जिला अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारी संघ के बैनर तले धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी. संघ के पदाधिकारियों ने बिरसा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और नारे लगाये. मौके पर सचिव विनय मांझी, कोषाध्यक्ष विनय कुमार, पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार पासवान, अशोक पासवान, विनोद राम, आयुष कुमार राम, श्रवण राम योगेश्वर राम, महेश कुमार, प्रभु राम, बिरजा राम, नागेश राम, बिनेश्वर राम व अन्य मौजूद थे.
पलामू ने भगवान बिरसा मुंडा को याद किया
पलामू में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर लोगों ने धरती आबा को याद किया. मंगलवार को सुबह से ही लोग रेलवे स्टेशन के पास बिरसा चौक पहुंचने लगे थे. पलामू जिला प्रशासन ने भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा स्थल की साज-सज्जा करवायी थी. पलामू के सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों की मौजूदगी में कार्यक्रम की शुरुआत हुई. पलामू के प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी, आरक्षी उप महानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा, जिले के उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे, पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा, प्रशिक्षु आईएएस श्रीकांत विस्पुते, सदर एसडीओ राजेश कुमार साह, प्रमंडलीय जनसंपर्क उप निदेशक आनंद , एसडीपीओ सुरजीत सिंह, अपर समाहर्ता सुरजीत सिंह, जिला नजारत उप समाहर्ता शैलेश कुमार सिंह सहित जिला प्रसाशन व पुलिस के कई अधिकारी मौजूद थे.
पलामू से सैकत चटर्जी की रिपोर्ट
अर्जुन मुंडा ने झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, जो अब केंद्र में आदिवासी मामलों के मंत्री हैं, ने झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट किया है, ‘जोहार! झारखंड राज्य के स्थापना दिवस की प्रदेश वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. मैं झारखंड के सर्वांगीण विकास की मंगल कामना करता हूं.’
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सीएमओ ने ट्वीट किया
सीएमओ ने ट्वीट किया-धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर बिरसा चौक स्थित भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर मुख्यमंत्री ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर धरती आबा को नमन किया.
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हेमंत सोरेन ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर धरती आबा को नमन किया
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर रांची के कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर धरती आबा को नमन किया.
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अतिथियों की सूची
अतिथियों की सूची में मंत्री आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, सांसद दीपक प्रकाश, महुआ माजी, आदित्य साहू, संजय सेठ व सीपी सिंह के भी नाम शामिल हैं. वहीं लोहरदगा में मंत्री रामेश्वर उरांव, सरायकेला में चंपई सोरेन, बोकारो में जगरनाथ महतो, प सिंहभूम में जोबा मांझी, पूसिंहभूम में बन्ना गुप्ता, रामगढ़ में बादल, गढ़वा में मिथिलेश ठाकुर, देवघर में हफीजुल हसन समारोह में शामिल होंगे.
सीएम सारथी योजना व गुरुजी क्रेडिट कार्ड भी
सीएम सारथी योजना, गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना, एकलव्य स्किल स्कीम का शुभारंभ किया जायेगा. इंडस्ट्रियल पार्क एंड लॉजिस्टिक पॉलिसी, इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी-, झारखंड इथेनॉल प्रोडक्शन प्रमोशन पॉलिसी की लांचिंग होगी. मुख्यमंत्री राहत योजना का पोर्टल भी लांच होगा.
सात सड़कों का शिलान्यास
मुख्यमंत्री राज्य की सात बड़ी सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इसमें नामकुम आरओबी (रांची) से अनगड़ा सेक्शन की 18 किमी लंबी सड़क भी शामिल है. सिसई से घाघरा तक की 28 किमी लंबी सड़क, चाईबासा के मंझगांव की सड़क, हजारीबाग में तीन सड़कों, देवघर में खागा से डुमरिया पथ (29 किमी) शामिल है. सभी सड़कें महत्वपूर्ण और 100 करोड़ से अधिक लागतवाली है.
इन परियोजनाओं की होगी शुरुआत: योजना लागत
-देवघर में आइएसबीटी का निर्माण 40.14 करोड़
-गिरिडीह सेप्टेज प्रबंधन योजना 25.05 करोड़
-गिरिडीह ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना 14.95 करोड़
-जमशेदपुर में डीएमएम पुस्तकालय में बहुउद्देशीय हॉल निर्माण 13.47 करोड़
-जमशेदपुर में बहुउद्देशीय सम्मेलन केंद्र का निर्माण 12.05 करोड़
-रांची में डिस्टिलरी पुल के पास वेजिटेबल मार्केट व पार्किंग 5.57 करोड़
-धुर्वा में नेहरू पार्क 3.38 करोड़
-बुंडू में फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट 2.25 करोड़
-सरायकेला में बस अड्डा का निर्माण 2.25 करोड़
-रामगढ़ शहरी जलापूर्ति योजना 562.81 करोड़
-हजारीबाग में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण सुविधा 408.77 करोड़
-मेदिनीनगर शहरी जलापूर्ति योजना 161.77 करोड़
-झुमरी तिलैया शहरी जलापूर्ति योजना 150.92 करोड़
-झिरी में कचरा प्रसंस्करण करते हुए जमीन समतलीकरण 136.17 करोड़
-सिमडेगा शहरी जलापूर्ति योजना 112.30 करोड़
-रांची शहरी जलापूर्ति योजना फेज-2 88.57 करोड़
-हजारीबाग में नये बस पड़ाव का निर्माण 17.54 करोड़
-धनबाद में सीएंडडी अपशिष्ट प्रबंधन संयत्र का निर्माण 7.86 करोड़
-हजारीबाग में मार्केट कंपलेक्स 4.68 करोड़
राज्यपाल होंगे मुख्य अतिथि
-राष्ट्रपति की जगह राज्यपाल होंगे मुख्य अतिथि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे अध्यक्षता
-दिशोम गुरु शिबू सोरेन होंगे विशिष्ट अतिथि, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी होंगे शामिल
-कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय समेत मंत्री और सांसद भी बनेंगे इस समारोह का हिस्सा