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Shravani Mela 2023 LIVE: बासुकीनाथ में 32 हजार कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का किया जलाभिषेक

झारखंड के देवघर स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक है बाबाधाम. इसे मनोकामना लिंग भी कहते हैं. कहते हैं कि यहां आकर भक्त जो मांगता है, भगवान भोलेनाथ उसे जरूर पूरी करते हैं. देवघर में हर साल श्रावणी मेला लगता है, जो एक माह तक चलता है. देश भर से लाखों श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक करने आते हैं. इस साल मलमास की वजह से श्रावण मेला दो माह का है. बाबाधाम की तरह दुमका स्थित बासुकीनाथ मंदिर भी प्रसिद्ध है. देवघर आने वाले श्रद्धालु बासुकीनाथ जरूर जाते हैं. बासुकीनाथ को फौजदारी बाबा भी कहा जाता है. श्रावणी मेला 2023 से जुड़ी हर खबर के लिए बने रहें हमारे (prabhatkhabar.com) के LIVE सेक्शन में..

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2023 7:44 PM

मुख्य बातें

झारखंड के देवघर स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक है बाबाधाम. इसे मनोकामना लिंग भी कहते हैं. कहते हैं कि यहां आकर भक्त जो मांगता है, भगवान भोलेनाथ उसे जरूर पूरी करते हैं. देवघर में हर साल श्रावणी मेला लगता है, जो एक माह तक चलता है. देश भर से लाखों श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक करने आते हैं. इस साल मलमास की वजह से श्रावण मेला दो माह का है. बाबाधाम की तरह दुमका स्थित बासुकीनाथ मंदिर भी प्रसिद्ध है. देवघर आने वाले श्रद्धालु बासुकीनाथ जरूर जाते हैं. बासुकीनाथ को फौजदारी बाबा भी कहा जाता है. श्रावणी मेला 2023 से जुड़ी हर खबर के लिए बने रहें हमारे (prabhatkhabar.com) के LIVE सेक्शन में..

लाइव अपडेट

30 हजार से अधिक कांवरिया बाबाधाम रवाना

सावन के तीसरे दिन गुरुवार को सुलतानगंज से 30 हजार से अधिक कांवरिया बाबाधाम के लिए रवाना हुए. उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर सुबह से दोपहर तक बोल बम के जयकारे लगाते हुए अजगैबीनगरी से बाबा धाम की ओर बाबा के भक्त रवाना हुए. मौसम सुहाना था. इसलिए कांवरिया आनंद के साथ बाबा नगरी रवाना हुए. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, शाम चार बजे तक एक महिला समेत 222 डाक बम और 17486 सामान्य कांवरिया ने गंगाजल भरा.

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नि:शुल्क आध्यात्मिक भवन

राजकीय श्रावणी मेला 2023 कई मायनों खास है. प्रसाद योजना के तहत कांवरिया पथ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आध्यात्मिक भवन में जिला प्रशासन ने नि:शुल्क आवासन की व्यवस्था की है. यहां श्रद्धालुओं के लिए आवासन के साथ पेयजल, शौचालय, मोबाईल चार्जिंग, स्नानागार आदि की भी नि:शुल्क व्यवस्था की गयी है.

बासुकीनाथ में 32 हजार कांवरियों ने किया जलाभिषेक

राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2023 के तीसरे दिन गुरुवार को बासुकीनाथ में बाबा फौजदारीनाथ दरबार में कांवरियों की भीड़ उमड़ी. पूर्वाह्न 2:37 को बाबा का पट खोल गया. पूजा के उपरांत पूर्वाह्न 3:40 से कांवरियों व श्रद्धालुओं ने बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण कर मंगलकामना की.

कटोरिया स्टेशन पर जमालपुर-देवघर पैसेंजर ट्रेन का इंजन फेल

जमालपुर-देवघर पैसेंजर ट्रेन का इंजन कटोरिया स्टेशन पर गुरुवार की सुबह 10 बजकर 47 मिनट पर फेल हो गया. यहां करीब 53 मिनट तक सुल्तानगंज से बाबाधाम जा रहे कांवरिये और यात्री फंसे रहे. इस दौरान कांवरियों और यात्रियों ने हंगामा किया. इसके बाद मेला स्पेशल गोरखपुर एक्स्प्रेस को यहां रोककर सभी कांवरियों और यात्रियों को चांदन और देवघर भेजा गया.

17 जुलाई से शुरू होगी बिल्व पत्र प्रदर्शनी

बाबा मंदिर में चली आ रही पौराणिक परंपरा के अनुसार, बेलपत्र प्रदर्शनी और बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा है. यह परंपरा 150 से अधिक वर्षों से चली आ रही है. बांग्ला श्रावण 17 जुलाई सोमवार कर्क संक्रांति से सभी दलों द्वारा बाबा भोलेनाथ पर बिल्वपत्र अर्पित किया जायेगा, जो 17, 24 व 31 जुलाई, सात और 14 अगस्त को सोमवार को बिल्व पत्र चढ़ा कर प्रदर्शित की जायेगी. 17 जुलाई सोमवार व 17 अगस्त गुरुवार को संक्रांति को विभिन्न समाज की ओर से आकर्षक प्रदर्शनी लगायी जायेगी. इसमें काली मंदिर में जनरेल समाज व देवकृपा वन सम्राट बेलपत्र समाज, तारा मंदिर में बरनेल समाज, लक्ष्मी नारायण मंदिर में मसानी दल एक व मसानी दल दो एवं शांति अखाड़ा समाज, राम मंदिर में राजाराम बेलपत्र समाज, आनंद भैरव मंदिर में पंडित मनोकामना राधे श्याम बेलपत्र समाज के दो दलों द्वारा आकर्षक एवं बाबा की त्रिनेत्र के समान अनोखे पहाड़ी बिल पत्र की प्रदर्शनी लगायी जाती है. सभी दलों के सदस्यों द्वारा शाम लगभग पांच बजे अपने बिल्व पत्र को चांदी के बर्तनों में सजाकर शहर भ्रमण को निकलते हैं. इसके बाद वह अपने बिल्व पत्र के साथ अपनी गद्दी पर जाकर प्रदर्शित करते हैं.

लेजर शो से दिखेगा बाबा मंदिर का इतिहास

झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा गुरुवार से शिवगंगा में लेजर लाइट शो के माध्यम से बाबा मंदिर का इतिहास और आसपास के पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जायेगी. इसके लिए शिवगंगा की सफाई व विद्युत व्यवस्था के साथ प्रोजेक्टर लगाने का काम चल रहा है. इस वाटर प्रोजेक्टर को शिवगंगा में लगाने के लिए दिल्ली से टीम आयी है. टीम के एक सदस्य ने बताया कि इस वाटर प्रोजेक्टर को शिवगंगा के बीच में लगाया जायेगा और उसमें शिवगंगा, बाबा मंदिर सहित 22 मंदिरों, शिवलिंग की स्थापना व आसपास के पर्यटन क्षेत्रों के इतिहास को लेजर लाइट के माध्यम से दिखाया जायेगा.

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