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साहिबगंज और सिमडेगा में झूमकर बरसे बदरा
साहिबगंज और सिमडेगा पर मानसून मेहरबान है. झारखंड के सिर्फ यही दो जिले हैं, जहां जमकर बारिश हुई है. इन दोनों जिलों में मानसून के दौरान सामान्य से क्रमश: 1 और 3 फीसदी अधिक बारिश हुई है. झारखंड के शेष 22 जिलों में सामान्य से कम नहीं, बहुत कम बारिश हुई है. साहिबगंज में अब तक 242.4 मिमी वर्षा हो चुकी है, जबकि सिमडेगा में 252.3 मिलीमीटर वर्षा हुई है.
रांची में छाये रहेंगे आंशिक बादल
मौसम विभाग के पूर्वानुमान पदाधिकारी ने कहा है कि राजधानी रांची में बादल छाये रहेंगे. हल्के दर्जे की वर्षा की भी बात कही गयी है. आज का रांची का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया गया है. वहीं, न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
3 जुलाई को झारखंड के उत्तर-पूर्वी भागों में भारी वर्षा की संभावना
झारखंड के उत्तर-पूर्वी भागों में 3 जुलाई को भारी वर्षा की संभावना है. रांची स्थित मौसम केंद्र ने यह जानकारी दी है. केंद्र की ओर से जो मौसम की चेतावनी जारी की गयी है, उसमें कहा गया है कि 3 जुलाई को राज्य में कहीं-कहीं वज्रपात भी हो सकता है.
झारखंड के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्ज की बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग ने झारखंड के आज के मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया है. आज झारखंड के कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्ज की बारिश होने की संभावना है. वहीं, राज्य में अगले पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है.
झारखंड में आज कितना है तापमान
झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश से सड़कों पर हुआ जलजमाव, लोग परेशान
मंडरो प्रखंड के आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार से हो रही भारी बारिश के कारण आसपास की सड़के एवं खेत पूरी तरह से जलमग्न हो गये है. इससे लोगों को आवाजाही में काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. साथ ही प्रखंड क्षेत्र के किसानों के चेहरे भी अब पूरी तरह से खिल उठे हैं. किसानों का कहना है कि अब खेतों में पानी का जमाव हो रहा है. इस वजह से हम सभी किसान अपने-अपने खेतों में बिचड़ा डालकर बेहतर पैदावार कर सकते हैं. क्षेत्र में धान के बीजों से हरियाली ही हरियाली दिखायी पड़ेगी. बारिश के बाद पिंडरा पंचायत के किसान छक्कू मुर्मू द्वारा हल-बैल निकालकर खेतों में जुताई दिखे.
बारिश व हवा में वंदना पथ पर गिरा पेड़
पीरटांड़. सम्मेद शिखर पारसनाथ टोंक जाने वाले वंदना पथ पर गुरुवार की रात हुई बारिश व हवा के बीच एक पेड़ गिर गया. इससे वंदना करने जाने वाले तीर्थ यात्रियों व डोली मजदूरों को परेशानी हुई. शुक्रवार की सुबह मधुबन व आसपास के युवाओं ने रास्ता से पेड़ हटा दिया. इसके बाद आवागमन सामान्य हुआ.
सिल्ली में बारिश से जल जमाव, लोगों की बढ़ी परेशानी
सिल्ली में पिछले दो दिनों की बारिश से सिल्ली-मुरी समेत आसपास के इलाकों में जल जमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. स्थानीय लोगों के पानी की समुचित निकासी नहीं होने के कारण यह परेशानी उत्पन्न हो गयी है. सिल्ली स्थित मेन रोड, मुरी स्टेशन रोड, मुरी बाजार, सिल्ली डेली मार्केट, बड़ा मुरी बस स्टैंड समेत मुरी-सिल्ली के कई इलाकों में पानी भरने से लोगों की समस्याएं बढ़ गयी है. सिल्ली मेन रोड में बारिश होते ही नालियां ओवरफ्लो करने लगी है. कई घरों में पानी भी घुसने की सूचना है. सिल्ली डेली मार्केट में समुचित निकासी नहीं होने से जल जमाव के कारण ग्राहकों एवं दुकानदारों को लगातार परेशानी हो रही है. बड़ा मुरी बस स्टैंड पर काफी समय से जल जमाव होकर तालाब का रूप ले चुका है. लोगों ने प्रशासन से जगह-जगह जल जमाव की समस्या का समाधान निकालने की मांग की है.
सड़क के गड्ढे में भरा बारिश का पानी, पैदल चलना भी मुश्किल
चौपारण प्रखंड में बारिश से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. लेकिन, चतरा रोड के बारामोड़ से गुजरती सड़क मॉनसून की पहली बारिश में यह सड़क कीचड़मय हो गयी है. तीन पंचायत को प्रखंड मुख्यालय से जोड़नेवाली सड़क पर बने दर्जनों गड्ढे में पानी भर गया है. इससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है. इस सड़क में बने गड्ढे को लेकर प्रभात खबर ने कुछ दिनों पहले खबर प्रकाशित की थी. उसमें कहा गया था कि बरसात के पहले सड़क नहीं बनी, तो दर्जनों गांवों के लोगों को आवागमन में परेशानी होगी. इस सड़क से रोजाना झापा, केंदुआ, बेंदुआरा, अमरौल, नीमा, गुरीकला, दानगुरी, हथिन्दर, भदान, कैरी पिपराही, सोहरा, दुरागड़ा, कोल्हुआ, बिगहा, ब्रजदास, केंदुआ सहित कई गांव के लोगों का आना-जाना होता है. पहली बरसात में ही सड़क का हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि गाड़ी तो दूर की बात है, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.
बारिश से सुंदर नदी का जलस्तर बढ़ा
पथरगामा में पिछले चार-पांच दिनों से हो रही झमाझम बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ गया है. प्रखंड की बहुचर्चित सुंदर नदी में जलस्तर इन दिनों बढ़ रहा है. बताते चलें कि नदी के पूरब दिशा में पानी भर चुका है. वहीं पश्चिम दिशा जो विगत दस दिन पूर्व चिलचिलाती धूप में लगभग सूखने की कगार पर पहुंच चला था. अब वहां पानी का बहाव नजर आने लगा है. हालांकि जितना पानी नदी में होना चाहिए, अभी आने में कम से कम दस दिनों तक लगातार बारिश की जरूरत है. नदी में जलस्तर के बढ़ने से रमड़ो, कसियातरी, मांछीटांड़, टेंगर, दाढ़ीघाट, सुंदरमोर, सारवां आदि गांवों से लोग दैनिक कार्य के लिए सुंदर नदी पहुंचने लगे हैं. इसके अलावा सापिन नदी, खरियानी नदी, भेड़िया नदी में पानी की स्थिति संतोषजनक नहीं है. इन नदियों में पानी भरने में अभी समय लग सकता है. फिलहाल जिस प्रकार मानसून ने दस्तक दिया है लगातार बारिश होती रहे तो क्षेत्र के सूखे तालाब, पोखर, कुंआ में भी पानी का स्तर ऊंचा होने की उम्मीद जताई जा रही है. इधर हो रहे बारिश से किसानों के चेहरे में खुशी देखी जा रही है.
मानसून की पहली बारिश में धान के बीज खेतों में डालने जुटे किसान
जामताड़ा में मॉनसून की पहली बारिश से किसानों के चेहरा खिल उठे हैं. लगातार बारिश होने से किसानों को खेत में धान बीज डालने के लिए अधिक परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी. बारिश होने से किसानों ने खरीफ फसल के बीज की बुआई का कार्य आरंभ कर दिया है. पिछले सप्ताह जहां तापमान 40 डिग्री के पार था. वहीं मौसम के बदलते मिजाज से अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है. इससे लोगों को भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप से काफी राहत मिली है. आषाढ़ माह अंतिम पायदान पर है, जबकि बारिश के अभाव में किसान महज सात फिसदी धान बिचड़ा खेतों में डाल पाए थे. तीन-चारों दिनों तक हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे और खेतों की ओर चल पड़े हैं. मालूम हो कि जिले में खरीफ धान की खेती के लिए उपयुक्त भूमि 52000 हेक्टेयर है. बारिश के बाद 90 फिसदी किसान अपने खेतों में धान के बीच डालने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया है.
जमशेदपुर में बारिश थमने के बाद शुरू हुआ सफाई का काम
जमशेदपुर : मॉनसून की पहली जोरदार बारिश ने शहर की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी. शुक्रवार को बारिश थमने के बाद चौतरफा साफ-सफाई का काम शुरू हुआ.जमशेदपुर अक्षेस, मानगो नगर निगम, जुगसलाई नगर परिषद और टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पुराना नाम जुस्को ) की ओर से अभियान चलाया गया. अलग-अलग इलाकों में नालों की सफाई की गयी. इस दौरान कुछ जगहों पर जाम की स्थिति पैदा हो गयी. साकची कालीमाटी रोड में सुबह 10:30 बजे जाम लगने से कैदी वाहन तक फंस गया. हावड़ा ब्रिज के पास नालियों की सफाई हो रही थी. बारिश के साथ आये कचरे का उठाव कराया जा रहा था. इस कारण आधी सड़क जाम हो गयी थी. वाहनों की लंबी कतार के कारण कैदी वाहन का निकला भी मुश्किल हो गया था.
झारखंड में इस दिन होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने किया अलर्ट जारी
झारखंड में भारी वर्षा का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है. इस दौरान कई जगहों पर वज्रपात होने की भी आशंका जतायी गयी है. मौसम केंद्र ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि 3 जुलाई को झारखंड के उत्तर-पूर्वी भागों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है.