पंचायत स्तर पर चलेगा जागरूकता अभियान, चार प्रखंडों के 50 गांवों में चलेगा विशेष अभियान सहरसा . बाल विवाह मुक्त भारत के आह्वान पर कोसी लोक मंच ने जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर जागरूकता रैली, कैंडल मार्च, शपथ पत्र, सामुदायिक बैठक का आयोजन कर रही है. इसको लेकर लोकमंच कार्यालय बटराहा में मंच सचिव घूरन महतो ने मीडिया प्रतिनिधियों को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोसी लोक मंच द्वारा इस अभियान के तहत 27 नवंबर से 10 दिसंबर तक जिले के चार प्रखंड सिमरी बख्तियारपुर, सौरबाजार, महिषी एवं सत्तरकटैया के 50 गांव में जागरूकता बैठक, कैंडल मार्च, शपथ पत्र के माध्यम से अपने कार्यकर्ता, पंचायत प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी सेविका व सरकारी विभाग से समन्वय कर सघन जागरूकता अभियान चला रहा है. जिले में पिछले डेढ़ साल में दो बाल विवाह कानूनी प्रक्रिया के तहत व लगभग दो सौ बाल विवाह समझा बूझाकर रोका गया है. उन्होंने कहा कि कोसी लोक मंच बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैर सरकारी संगठनों के गठबंधन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन का सहयोगी संगठन है. बाल विवाह पीड़िता, महिलाओं, पुरोहितों, मौलवियों, हलवाइयों, रसोईया, सजावट, बैंड बाजा वाले व शादी के कार्ड छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों जैसे विवाह से जुड़े सभी हितधारकों ने शपथ ली है कि वे बाल विवाह संपन्न कराने में किसी भी तरह से भागीदारी नहीं करेंगे. इसकी सूचना तत्काल संबंधित अधिकारी को देंगे. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी द्वारा शुरू किए गए बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का समर्थन करते कोसी लोक मंच सचिव घूरन महतो ने कहा कि यह अभियान हमारे विकसित भारत के सपनों को पूरा करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है. इस जिले में उन्होंने जो अभियान शुरू किया था वह अब राष्ट्रीय अभियान बन गया है. उन्होंने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ यह सामूहिक लामबंदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के बाल विवाह मुक्त भारत के समर्थन में की गयी है. जिसकी शुरुआत 27 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी में हुई. उन्होंने उम्मीद जताया कि जल्द ही शपथ लेने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा होगा.
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