जमुई. सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में करीब पंद्रह दिन पहले एक घर की छोटी बेटी को चार लोगों ने मिलकर अगवा कर लिया, फिर उसके सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. आरपीएफ ने उक्त नाबालिग को पटना रेलवे स्टेशन से बरामद किया था तथा उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया था. घटना के करीब 15 दिन बाद उसकी बड़ी बहन को भी अपराधियों ने अगवा कर लिया है. पिछले 24 घंटे से उसका कोई भी आता-पता नहीं चल सका है. मिली जानकारी के अनुसार सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में अपराधियों ने तीन मई को एक नाबालिग लड़की को अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था. परिजनों ने बताया कि तीन मई को नाबालिग अपने घर से सामान लाने के लिए दुकान गयी थी. काफी देर बाद जब वह लौटकर नहीं आयी तब हमें उसकी चिंता सताने लगी तथा हमने उसकी काफी खोज-बीन की, पर कुछ भी पता नहीं चल सका. दो दिन बाद पटना रेलवे स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट से फोन आया कि हमारी बेटी वहां बेसुध अवस्था में उन्हें मिली है. इसके बाद हम लोग गये तथा उसे पटना से लेकर आये. पीड़ित नाबालिग ने बताया कि दुकान जाने के दौरान एक ई-रिक्शा पर सवार होकर चार युवक आये तथा जबरन उसे उठा लिया. पीड़िता ने उनमें से एक की पहचान गिद्धौर थाना क्षेत्र के जमुखरैया निवासी सचिन कुमार पिता त्रिपुरारी सिंह के रूप में की थी. उसने बताया कि सचिन ने अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ उसे अगवा किया था.
गिद्धौर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को दिया था अंजाम:
पीड़िता ने बताया था कि इस दौरान अपराधी उसे लेकर गिद्धौर चले गये थे. वहां एक जंगली क्षेत्र में ले जाकर उसके साथ बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपित युवक उसे लेकर जमुई रेलवे स्टेशन आये तथा उसे छोड़कर वहां से चले गये. इसी दौरान वह गलती से किसी ट्रेन में बैठी तथा पटना रेलवे स्टेशन पहुंच गयी, जहां आरपीएफ ने उसे बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया था. इसे लेकर परिजनों ने पांच मई को महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.15 दिन बाद बड़ी बेटी को भी कर लिया अगवा:
मामले में प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के बाद महिला थाना के द्वारा सही तरीके से कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए नाबालिग की मां ने बताया कि घटना के 15 दिन के बाद अब उनकी बड़ी बेटी शांभवी (काल्पनिक नाम) का भी अपहरण कर लिया गया है. शनिवार दोपहर से ही वह अपने घर से लापता है और उसका कुछ भी पता नहीं चल सका है. उन्होंने अपनी बड़ी बेटी के साथ भी कुछ अनहोनी की आशंका जताते हुए कहा कि अगर मामले में महिला थाना ने सही समय पर कार्रवाई की होती है और अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया होता अब उनकी बड़ी बेटी लापता नहीं होती. परिजनों ने बताया कि आरोपित युवक सचिन कुमार रिश्ते में लड़की के मामा का रिश्तेदार है और वह उनके घर आता जाता रहता था. इसी दौरान उसकी नजर उनके दोनों बेटियों पर पड़ी और उसने इस पूरे घटना को अंजाम दिया है. परिजनों ने कहा कि बड़ी बेटी के अगवा होने की शिकायत भी हमने महिला थाने में की है, लेकिन उनके द्वारा अब तक इस मामले में कुछ भी नहीं किया जा रहा. लड़की की मां ने मामले में कार्रवाई करने की गुहार लगायी है.कोट
पांच मई को महिला ने छोटी बेटी के अपहरण व दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हमने पीड़िता का 164 के तहत बयान कराया है तथा मेडिकल जांच करवाया है. घटना से जुड़े स्थानों के सीसीटीवी के फुटेज का भी विश्लेषण किया जा रहा है, साथ ही तकनीकी डाटा और टावर लोकेशन के आधार पर कांड में कार्रवाई की जा रही है. पुलिस की विशेष टीम लगातार छानबीन कर रही ही. जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया जायेगा.
सतीश सुमन, एसडीपीओ जमुईडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है