बीएसएफ जवानों का मुंहतोड़ जवाब, वापस बांग्लादेश की ओर खदेड़ा कोलकाता. राज्य के भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाकों में बांग्लादेशी तस्करों, घुसपैठियों व अपराधियों द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. रोजाना ही हमले की घटनाएं हो रही हैं. गत मंगलवार को भी बीएसएफ के साउथ बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत नदिया और मुर्शिदाबाद स्थित भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे चार स्थानों पर बल के जवानों पर हमले हुए. हालांकि, इसका माकूल जवाब देते हुए बीएसएफ ने बांग्लादेशियों को वापस उनके देश खदेड़ दिया. बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि गत मंगलवार की रात को नदिया स्थित सीमा चौकी रनघाट इलाके में बीएसएफ की 68वीं बटालियन के सीसीटीवी कंट्रोल रूम में प्रथम शिफ्ट ड्यूटी के दौरान तैनात महिला कांस्टेबल ने करीब 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों को हाथों में तेजधार वाले दाह व तलवारों के साथ चोरी-छिपे सीमा बाड़ की ओर बढ़ते देखा. वे बांग्लादेश से भारत की तरफ अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) पार करने की मंशा से आ रहे थे. ड्यूटी पर तैनात महिला कांस्टेबल उनकी तरफ दौड़ी और मौखिक चेतावनी दी. लेकिन घुसपैठिए भारतीय सीमा में घुस आये और धारदार हथियार से हमला बोल दिया. तब तक महिला कांस्टेबल के साथी जवान भी घटनास्थल के करीब पहुंच गये और घुसपैठियों पर एक स्टन ग्रेनेड फेंका. लेकिन वे रुके नहीं. इसके बाद घुसपैठियों पर महिला कांस्टेबल ने फायरिंग की, जिसके बाद वे वापस बांग्लादेश की ओर भाग निकले. आत्मरक्षा में की गयी फायरिंग में किसी भी घुसपैठिए के घायल होने की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता. इसी दिन, नदिया स्थित सीमा चौकी सुंदर व मुर्शिदाबाद स्थित सीमा चौकियों बामनाबाद और राजानगर इलाकों में भी हमले हुए, जिसे बल ने विफल किया. घटनस्थलों से धारदार हथियार, ड्रग्स, दो मवेशी और अन्य प्रतिबंधित सामान भी जब्त किये गये.
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