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आधार कार्ड देने में देरी पर चार घंटे विलंब से शुरू हुआ इलाज, युवक की गयी जान

भवानीपुर सीएचसी का मामला भवानीपुर (पूर्णिया). आधार कार्ड लेकर नहीं आने की कीमत बीमार युवक को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. सांस की तकलीफ से जूझ रहे युवक का आधार

By Prabhat Khabar News Desk | July 20, 2024 7:14 PM

भवानीपुर सीएचसी का मामला भवानीपुर (पूर्णिया). आधार कार्ड लेकर नहीं आने की कीमत बीमार युवक को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. सांस की तकलीफ से जूझ रहे युवक का आधार कार्ड नहीं रहने के कारण सीएचसी भवानीपुर में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया. जबतक परिजन अस्पताल से 12 किमी दूर घर से आधार कार्ड लेकर आते तब तक में उसकी हालत काफी बिगड़ गयी. डॉक्टर ने उसे रेफर कर दिया मगर अस्पताल में ही उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद परिजन हंगामे पर उतर आये. मृतक युवक इतवारी मंडल (29) प्रखंड के बलिया थानाक्षेत्र के गढ़िया गांव निवासी शिव मंडल का पुत्र था. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ नवीन कुमार उपरोझिया ने बताया कि मृत युवक के परिजनों को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही गयी है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि युवक की मौत की वजह चिकित्सक की लापरवाही या कोई अन्य कारण है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होंगे उसके ऊपर कार्रवाई की जायेगी. इधर, मृतक इतवारी मंडल के परिजनों ने बताया कि शनिवार की सुबह 7 बजे उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवानीपुर लाया गया था. लेकिन आधार कार्ड के अभाव में रोगी का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया. फिर घर जाकर उसका आधार कार्ड लाया गया तब उसका रजिस्ट्रेशन हो पाया. फिर उसका इलाज दिन के 10:45 बजे शुरू किया गया लेकिन तब तक उसकी स्थिति काफी नाजुक हो गयी थी. स्थिति बिगड़ती देख डॉक्टर ने 12:45 बजे उसे इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया. उस वक्त एम्बुलेंस अन्य रोगी को पहुंचाने के लिए उसके घर गया हुआ था. जब तक गाड़ी की व्यवस्था होती उसकी मौत हो चुकी थी .- ———– …कहते रहे ऑक्सीजन लगा दीजिये सर मगर किसी ने नहीं सुनी भवानीपुर. महज आधार कार्ड देने में देरी के कारण जान गंवाने वाले युवक इतवारी मंडल के परिजन के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. वह एक ही बात कहते हैं कि डॉक्टर को बहुत कहे, सांस की तकलीफ हो रही है, ऑक्सीजन लगा दीजिये. मगर किसी ने एक नहीं सुनी. सभी यही कहते रहे कि आधार कार्ड पर रजिस्ट्रेशन होने के बाद ही ओपीडी में इलाज होता है. इतवारी की मौत के बाद परिजनों ने भवानीपुर सीएचसी में इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा किया. मृतक के परिजन अस्पताल प्रबंधन से उचित मुआवजे की मांग कर रहे थे. हंगामा की खबर पाकर भवानीपुर थाना में कार्यरत अवर निरीक्षक मनोज कुमार साह, सअनि विनोद कुमार सदलबल के साथ अस्पताल पहुंच हंगामा कर रहे लोगों को शांत किया. इस दौरान अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ नवीन कुमार उपरोझिया ने भी लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया . इतवारी की स्थिति थी गंभीर : चिकित्सक भवानीपुर सीएचसी की चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ स्नेहा कुमारी ने बताया कि काफी गंभीर स्थिति में एतवारी मंडल को अस्पताल लाया गया था. उन्होंने दावा किया कि अस्पताल लाने के तुरंत बाद उसका प्राथमिक उपचार किया गया और उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे हाइयर सेंटर रेफर कर दिया गया था लेकिन मृतक युवक के परिजन उसे हाइयर सेंटर नहीं ले गये. इधर, मृतक के परिजनों ने बताया कि आधार कार्ड के चक्कर में चार घंटे यूं ही चले गये. पौने 11 बजे भर्ती लिया गया था. एक घंटे में ही रेफर भी कर दिया गया. फोटो. 20 पूर्णिया 5- विलाप करते परिजन 6-अस्पताल में मरीज के परिजन एवं अन्य

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