आदिवासी सरना समाज को मजबूत करने का निर्णय
खूंटी. आदिवासी सरना समाज की बैठक रविवार को स्थानीय करम अखाड़ा में पांडेया मुंडा की अध्यक्षता में हुई. इसमें परंपरागत आदिवासी सरना समाज को मजबूत करने पर बल दिया गया.
खूंटी. आदिवासी सरना समाज की बैठक रविवार को स्थानीय करम अखाड़ा में पांडेया मुंडा की अध्यक्षता में हुई. इसमें परंपरागत आदिवासी सरना समाज को मजबूत करने पर बल दिया गया. वहीं 2025 की जनगणना में ठीक से गणना के लिए समाज को जागरूक करने का निर्णय लिया गया. इस अवसर पर जनगणना में अपने समाज के लोगों को निश्चित तौर से सरना कोड लिखने के लिए जागरूक करने का निश्चय किया गया. वहीं मुंडा भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने की मांग रखी गयी. इस अवसर पर कुड़मी/कुरमी को आदिवासी बनाये जाने की मांग का भी विरोध किया गया. इसके अलावा बिरसा कॉलेज में बीएड की पढ़ाई शुरू करने, तीन जनवरी को मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती तमाड़ मोड़ में मनाने का निर्णय लिया गया. मौके पर पड़हा राजा सोमा मुंडा, दुर्गावती ओड़ेया, सेलाय चंद्र मुंडा, जमुना पूर्ति, बिरसा पहान, जाबोर मुंडा, अनुपम हस्सा, हरि मुंडा, मथुरा कंडीर, दामू मुंडा, बगराय मुंडा, बिरेंद्र कुमार सोय, अमृता मुंडा, मंगरा मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है