आज महावीर मंदिर में हनुमान जी पहनेंगे 12.23 लाख के स्वर्ण मुकुट-हार

संवाददाता, पटनासनातन नववर्ष विक्रम संवत 2081 के शुभारंभ यानी वर्ष प्रतिपदा पर नौ अप्रैल को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में हनुमानजी के दोनों विग्रह स्वर्ण जड़ित मुकुट और हार

By Prabhat Khabar News Desk | April 9, 2024 12:41 AM

संवाददाता, पटना

सनातन नववर्ष विक्रम संवत 2081 के शुभारंभ यानी वर्ष प्रतिपदा पर नौ अप्रैल को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में हनुमानजी के दोनों विग्रह स्वर्ण जड़ित मुकुट और हार से सुशोभित होंगे. महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने सोमवार को बताया कि केंद्र सरकार की संस्था मेटल्स एंड मिनरल्स ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से शुद्ध सोना खरीद कर चेन्नई की एजेंसी से स्वर्ण जड़ित मुकुट और हार बनवाये गये हैं. इसमें 24 कैरेट की शुद्धता का 160 ग्राम सोना लगा है. सोने की कीमत 10.99 लाख रुपये है. मुकुट और हार बनवाने पर 1.24 लाख रुपये खर्च हुए हैं. शुद्ध सोने से बने स्वर्ण जड़ित मुकुट और हार के इस जोड़े की कीमत 12.23 लाख रुपये है. उन्होंने ने बताया कि नौ अप्रैल को नव संवत्सर वर्ष प्रतिपदा और मंगलवार के अति शुभ संयोग पर हनुमानजी इसे धारण करेंगे.

रामनवमी को फूलों की बारिश के बीच रामलला का होगा प्राकट्य

महावीर मंदिर में रामनवमी की तैयारियां भी शुरू हो गयी हैं. भक्तों के लिए रास्ते में पंडाल आदि का निर्माण भी जारी है. रामनवमी के दिन भक्तों के लिए महावीर मंदिर का पट तड़के दो बजे ही खुल जायेगा. नौ अप्रैल को और वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर 10 हजार किलो नैवेद्यम बनाया जा रहा है. रामनवमी के दिन 20 हजार किलो नैवेद्यम तैयार करने की योजना है. रामनवमी को रामलला के प्राकट्य अवसर पर महावीर मंदिर के ऊपर फूलों की बारिश करायी जायेगी.

आज से दोनों पहर दरिद्रनारायण भोज

वर्ष प्रतिपदा के दिन मंगलवार से महावीर मंदिर में दोनों पहर दरिद्रनारायण को भोज कराया जायेगा. महावीर मंदिर में वर्षों से दोपहर को निःशुल्क दरिद्रनारायण भोज कराया जाता रहा है. किशोर कुणाल ने बताया कि राम रसोई और सीता रसोई के तर्ज पर जरूरतमंदों के लिए दरिद्रनारायण भोज भी अब दोनों पहर चलेगा. नौ अप्रैल से दोपहर 12 बजे और शाम 7 बजे निःशुल्क दरिद्रनारायण भोज कराया जायेगा. दोनों पहर निःशुल्क साधु सेवा भी पूर्ववत चलेगी. पूर्वी चंपारण के कैथवलिया में निर्माणाधीन विराट रामायण मंदिर के भूगर्भ निर्माण यानी पाइलिंग का कार्य संपन्न हो गया है. अब ऊपर का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ हुआ है.

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