आत्मिक शुद्धि व एकाग्रता के लिए गायत्री मंत्र प्रभावशाली
प्रतिनिधि, हवेली खड़गपुर. नगर के गायत्री शक्तिपीठ सह श्री राम जानकी मंदिर में रविवार को गुरु पर्व के उपलक्ष्य पर पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ व गुरु महापर्व का आयोजन किया गया.
प्रतिनिधि, हवेली खड़गपुर. नगर के गायत्री शक्तिपीठ सह श्री राम जानकी मंदिर में रविवार को गुरु पर्व के उपलक्ष्य पर पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ व गुरु महापर्व का आयोजन किया गया. परिव्राजक अशोक कुमार सिंह व विद्या चरण सिंह ने संयुक्त रूप से वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ कर्मकांड संपन्न कराया. मुख्य जजमान प्रतिमा भारती द्वारा देव पूजन किया गया. गुरु के महत्व पर प्रकाश डालते हुए परिव्राजक ने कहा कि गायत्री परिवार के संस्थापक गुरुदेव पंडित तपोनिस्ट श्री राम आचार्य शर्मा समाज के लिए प्रेरणा स्रोत है. उनका जन्म 20 सितंबर 1911 को उत्तर प्रदेश के आगरा जिला के आवल खेड़ा गांव में हुआ था. उनके जीवन में गायत्री महामंत्र को भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान प्राप्त है. यह मंत्र आत्मिक शुद्धि और एकाग्रता के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है. वहीं प्रखंड प्रतिनिधि संजीव कुमार ने कहा कि गुरुदेव का निर्देशन समयदान और अंशदान दिया गया है. मौके पर गणेश चौरसिया, अमरेश चौरसिया, सुनील कुमार साह, ललन कुमार, अनुपम कुमार, आशुतोष शर्मा, विदेशी सिंह, सुधीर चंद्र साहा, अंकित कुमार ठाकुर, माला देवी, शांति देवी, स्मिता देवी सहित दर्जनों गायत्री परिवार के सदस्य उपस्थित थे. गुरु शिष्य परंपरा व क्विज प्रतियोगिता हवेली खड़गपुर. गुरु पूर्णिमा गुरु व शिष्य की परंपरा के लिए विशेष उत्सव होता है. गुरु अपने ज्ञान से शिष्य को सही मार्ग पर ले जाते हैं. इसलिए गुरुओं के सम्मान में गुरु पूर्णिमा मनाया जाता है. आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन महाभारत के रचयिता महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था. उनकी जन्मतिथि के उपलक्ष्य में पूजा की जाती है. रविवार को नगर के हरि सिंह महाविद्यालय में विश्वविद्यालय स्तर पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने हिस्सा लिया. वहीं प्रतियोगिता में प्रथम स्थान लाने वाले दो छात्र पीयूष कुमार और शिवम केशरी को पुरस्कृत किया गया. मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक डॉ विनोद कुमार, नॉन टीचिंग स्टॉफ अमरदीप मिश्रा, आकाशदीप उपस्थित थे. स्वयंसेवकों ने भगवा ध्वज को गुरु मान किया गुरु पूजन तारापुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तारापुर द्वारा रविवार को गुरु पूर्णिमा पर गुरु पूजनोत्सव धौनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर व बाबा तारेश्वर नाथ महादेव उल्टा स्थान मंदिर परिसर में मनाया गया. महादेव मंदिर परिसर में स्वयंसेवकों ने पवित्र भगवा ध्वज को गुरु मानकर गुरु पूजन किया. कार्यक्रम में बौद्धिककर्ता के रूप में उपस्थित जिला सेवा प्रमुख पद्मनाभन वत्स ने कहा कि भगवा ध्वज प्राचीन संस्कृति की पहचान रही है और त्याग समर्पण का प्रतीक है. उन्होंने गुरु की महत्व को भी विस्तारपूर्वक बताया. मौके पर खंड कार्यवाह आनंदी, मुकेश, सह खंड कार्यवाह विष्णु, खंड व्यवस्था प्रमुख रवि, ओमप्रकाश केशरी, रामप्रकाश केशरी, शंभू शरण चौधरी, चंदर सिंह राकेश, सदानंद चौधरी, मनमोहन चौधरी सहित अन्य मौजूद थे.
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