महिषी क्षेत्र के झारा पंचायत के लोगों के द्वारा लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार की बात ने प्रशासनिक महकमे में हलचल पैदा कर दी है. बता दें कि वर्षों से बहोरवा से बेलडाबर मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के लंबित रहने से पंचायत के लोगों को आवागमन में परेशानी बनी रहती है. कई बार विभागीय अभियंताओं व पूर्व जिलाधिकारी आनंद शर्मा के द्वारा ग्रामीणों को मिले आश्वासन के बाद भी सड़क निर्माण का कार्य नहीं कराया गया. लोगों ने आखिरकार वोट बहिष्कार का निर्णय लिया. शुक्रवार को डीडीसी संजय कुमार निराला, बीडीओ सुशील कुमार, सीओ अनिल कुमार, सिमरी अनुमंडल के ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता संग्राम हेमब्रम, एसडीओ अंजनी कुमारी झारा पहुंच पंचायत भवन में ग्रामीणों के साथ बैठक कर मतदान की महत्ता से रूबरू कराते वोटिंग की अपील की. अधिकारियों ने कहा कि अगर आप असंतुष्ट हैं तो नोटा दबा अपना संदेश दे सकते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि सरकार हर गांव सड़क का ढिंढोरा पीट रही है. लेकिन हम सभी आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. इसके लिए जनप्रतिनिधि व प्रशासन के लोग बराबर के जिम्मेवार हैं. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि तकनीकी कारणों के कारण निर्माण संभव नहीं हो पाया. ग्रामीणों से देर शाम तक सहमति नहीं बनी व बहिष्कार पर सभी अटल दिखे. मौके पर पूर्व मुखिया अरुण कुमार, सैनी पासवान, बिपिन पासवान सहित अन्य मौजूद थे. फोटो – सहरसा 25 – ग्रामीणों के साथ बैठक करते अधिकारी
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