Ara News : तरारी विस क्षेत्र में पहली बार खिला कमल, भाजपाइयों में जश्न का माहौल

आरा. तरारी विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी विशाल प्रशांत की जीत के बाद यहां पहली बार कमल खिला है. इस बात को लेकर एनडीए और खासकर

By Prabhat Khabar News Desk | November 23, 2024 10:25 PM

आरा. तरारी विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी विशाल प्रशांत की जीत के बाद यहां पहली बार कमल खिला है. इस बात को लेकर एनडीए और खासकर भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. पीरो, हसनबाजार, सिकरहटा, तरारी समेत दर्जनों स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने तरारी विधानसभा क्षेत्र में पहली बार कमल खिलने पर जमकर जश्न मनाया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर अबीर-गुलाल उड़ाये और मिठाइयां बांटीं. पीरो में उत्साही एनडीए कार्यकर्ताओं के जमकर आतिशबाजी भी की. शनिवार को आरा के प्लस टू कन्या उच्च विद्यालय प्रांगण में बने मतगणना केंद्र पर मतों की गिनती की गयी. यहां कुल 12 राउंड की मतगणना के बाद एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी विशाल प्रशांत ने इंडी गठबंधन समर्थित भाकपा माले प्रत्याशी राजू यादव को 10 हजार 612 मतों के अंतर से पराजित कर दिया. इस उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को कुल 78 हजार 755 मत प्राप्त हुए, वहीं भाकपा माले प्रत्याशी को 68 हजार 143 मत आये. बता दें कि वर्ष 1951 पीरो विधानसभा क्षेत्र का गठन होने के बाद से वर्ष 2000 तक इस सीट पर कांग्रेस, सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी, लोकदल के अलावा इंडियन पीपुल्स फ्रंट के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. पीरो विधानसभा सीट पर पहली बार समता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सुनील पांडेय ने वर्ष 2000 में हुए आम चुनाव में जीत दर्ज की और उसके बाद से वर्ष 2010 तक पीरो विधानसभा के प्रतिनिधि रहे. वर्ष 2010 में तरारी विधानसभा के गठन के बाद हुए चुनाव में भी सुनील पांडेय ने जदयू प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की और वर्ष 2015 तक इस क्षेत्र के प्रतिनिधि रहे, लेकिन 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में भाकपा माले प्रत्याशी सुदामा प्रसाद ने सुनील पांडेय की पत्नी गीता देवी को हराकर तीसरी बार सीट पर अपना कब्जा जमा लिया. सुदामा प्रसाद ने वर्ष 2020 के चुनाव में भी अपनी जीत को बरकार रखा. वर्ष 2024 के तरारी उपचुनाव में सुनील पांडेय के पुत्र विशाल प्रशांत भाजपा प्रत्याशी के रूप में उतरे. वहीं स्थानीय विधायक सुदामा प्रसाद के सांसद निर्वाचित होने के बाद तरारी में वाम दल के किले को बचाने की जिम्मेवारी राजू यादव को मिली, लेकिन इस बार के उपचुनाव में भाकपा माले अपने किले को बचाने में असफल रही और विशाल प्रशांत ने तरारी में जीत दर्ज करते हुए यहां पहली बार कमल खिला दिया.

सुदामा प्रसाद के सांसद बनने के बाद खाली थी सीट

एनडीए प्रत्याशी विशाल प्रशांत की जीत के बाद समर्थकों और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है. एनडीए समर्थक शहर सहित बाजारों में एनडीए समर्थक बाजे-गाजे के साथ नाचते-गाते और अबीर-गुलाल उड़ाते नजर आये, तो कई जगह समर्थकों ने मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया. बता दें कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में भाकपा माले प्रत्याशी सुदामा प्रसाद ने एनडीए प्रत्याशी गीता देवी ( सुनील पांडेय की पत्नी) को मामूली अंतर से पराजित कर तरारी विधानसभा सीट पर अपना कब्जा जमाया था. वर्ष 2020 के चुनाव में भी महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में सुदामा प्रसाद ने निर्दलीय मैदान में उतरे सुनील पांडेय को पराजित कर सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा था. पिछले लोकसभा चुनाव में सुदामा प्रसाद द्वारा आरा लोकसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद खाली हुई तरारी सीट पर उपचुनाव कराया गया. इस उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे सुनील पांडेय के पुत्र विशाल पांडेय ने इंडी गठबंधन समर्थित भाकपा माले प्रत्याशी राजू यादव को दस हजार से अधिक मतों से पराजित करते हुए करीब नौ वर्ष बाद एनडीए की तरारी विधानसभा में वापसी करा दी है.

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