लातेहार. जिला मुख्यालय स्थित केंद्रीय विद्यालय में बुधवार को विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस मनाया गया. इसका उद्देश्य मानव तस्करी को रोकना और पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करना है. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और जिला बाल संरक्षण इकाई के समन्वय से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. मौके पर एसडीओ अजय कुमार रजक ने कहा कि आमतौर पर ट्रैफिकिंग के शिकार ज्यादातर बच्चे ही होते हैं, इसीलिए हमें जागरूक रहना होगा है. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष उपेंद्र नाथ दुबे ने कहा कि मानव तस्करी एक वैश्विक समस्या है, जो लगभग हर देश में है. अंतर्वीक्षा पदाधिकारी मनोज सिंह ने कहा कि किसी भी तरह की धमकी, बल प्रयोग या जबरदस्ती, धोखाधड़ी से पैसे के लिए अथवा पैसे का लालच देकर किसी भी व्यक्ति या बच्चों का स्थानांतरण, उत्पीड़न मानव तस्करी की श्रेणी में आता है. हम सबको समझना होगा और सजग नागरिक बनकर मानव व्यापार के खिलाफ आगे आना होगा, तभी इस समस्या से मुक्त पाया जा सकता है. वहीं वैदिक सोसाइटी के सचिव चंद्रशेखर सिंह ने जिले में बाल अधिकारों की रक्षा तथा बाल संरक्षण के क्षेत्र में संस्था द्वारा किये जा रहे कार्य की विस्तार से जानकारी दी. इस अवसर पर सीडब्ल्यूसी सदस्य डॉ आरती ने बाल अधिकारों की चर्चा की. साथ ही टोल फ्री नंबर 1098 के बारे में जानकारी दी. कार्यक्रम में वर्ग आठवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में बचपन बचाओ आंदोलन के जिला समन्वयक रवि शंकर, प्रेम प्रकाश, विद्यालय के प्रभारी शिक्षक प्रभात कुमारआदि मौजूद थे.
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