सुलतानगंज प्रखंड के स्कूलों में कार्यरत सभी शिक्षकों ने संपत्ति का ब्योरा अबतक बीआरसी में जमा नहीं किया है. इस कारण वेतन मिलने में देर हो सकती है. बीआरसी सूत्रों के अनुसार संपत्ति ब्योरा जमा नहीं करने पर जनवरी माह का वेतन नहीं मिलेगा. डीपीओ ने बीईओ को पत्र भेजकर संपत्ति ब्योरा का सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था. 15 जनवरी तक हार्ड और सॉफ्ट कॉपी अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना था, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ. सभी बीपीएससी शिक्षक और नियमित शिक्षक को संपत्ति का ब्योरा जमा किये जाने का निर्देश दिया गया है. अब तक सभी स्कूल से एचएम द्वारा ब्योरा की सूची उपलब्ध नहीं करायी गयी. प्रखंड में 378 बीपीएससी व लगभग 186 नियमित शिक्षक हैं.
विशिष्ठ बनने के बाद नियोजित शिक्षक में आयी कमी
प्रखंड में नियोजित शिक्षक अब बहुत कम बचे गये हैं. विशिष्ठ शिक्षक बनने के बाद नियोजित की संख्या 160 के भीतर है. 423 विशिष्ट शिक्षक बने हैं. वहीं 31 जनवरी तक लगभग एक दर्जन शिक्षक सेवानिवृत्ति होंगे. इसके बाद शिक्षकों का पद रिक्त हो जायेगा. वहीं विभाग द्वारा शिक्षकों के रिक्त पद को अपडेट करने करते हुए अद्यतन करने का निर्देश दिया गया है. तीन दिनों के अंदर अपडेट करने का निर्देश दिया गया है. जिसमें स्वीकृत पद, नियमित, नियोजित, विशिष्ट और बीपीएससी शिक्षक के कार्यरत व रिक्त पद को अपडेट किया जाना है.प्रशासन तटबंध को अतिक्रमण मुक्त करवायेगा
नवगछिया प्रशासन तटबंध को अतिक्रमण मुक्त करवायेगा. जल संसाधन विभाग ने अतिक्रमित तटबंधों की सूची अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपी है. नारायणपुर व बिहपुर में नगरपाड़ा तटबंध, बिहपुर खरीक त्रिमुहानी कुरसेला तटबंध, गोपालपुर व इस्माइलपुर में इस्माइलपुर बिंदटोली तटबंध, गोपालपुर में गंगा प्रसाद जमींदारी बांध, इस्माइलपुर में जाह्नवी चौक से इस्माइलपुर तटबंध, खरीक में काजीकौरेया राघोपुर मार्जिनल बांध को अतिक्रमण मुक्त करवाया जायेगा. बाढ़ के समय गोपालपुर के बिंदटोली तटबंध ध्वस्त हो गया था. इससे पूर्व इस्माइलपुर में भी तटबंध टूटा था. प्रशासन का मानना हैं कि तटबंध के पर घर बना कर रहने या पशु रखने से तटबंध कमजोर हो जाता हैं. इससे तटबंध में मूसा भी लग जाता है. इस कारण तटबंध टूटता है. तटबंध को मजबूत करने के लिए इन सभी तटबंध को अतिक्रमण मुक्त करवाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है