प्रतिनिधि, मुंगेर. बीआरएम कॉलेज में गुरुवार को ” बिहार एवं झारखंड के आदिवासी एवं उनके परंपरागत ज्ञान प्रणाली ” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन वनस्पति विज्ञान विभाग में किया गया. जिसकी अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ अजीत कुमार ठाकुर और संचालन विभागाध्यक्ष डॉ संदीप कुमार टाटा ने किया. मुख्य अतिथि मध्य विद्यालय बंगलवा की शिक्षिका सुनीता सोरेन एवं विशिष्ट अतिथि दिलीप हेंब्रम थे. विभागाध्यक्ष ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कॉलेज की छात्राओं ने अपना-अपना शोध पत्र वाचन किया. राजनीति विभाग की छात्रा तृषा मिश्रा और सुरुचि ने भी अपना शोध पत्र प्रकट किया. जबकि वनस्पति विज्ञान विभाग की छात्रा संध्या गुप्ता एवं मौसम ने आदिवासी समाज द्वारा प्रयोग किए जाने वाले औषधीय पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. जीव विज्ञान की छात्रा सुरुचि ने आदिवासियों के प्रकृति प्रेम और उनमें जीवों के प्रति दया भाव को प्रकट किया. श्रीनिधि और तृषा मिश्रा ने अपने शोध पत्र द्वारा आदिवासी संस्कृति, उनकी सामाजिक, आर्थिक एवं उसके लोकतंत्रात्मक स्वरूप को समस्त छात्रों के समक्ष प्रस्तुत कर उनके जीवन शैली से अवगत कराया. जिसके बाद हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ अभय कुमार, इतिहास विभाग के सहायक प्रध्यापक डॉ. श्याम कुमार, फिजिक्स डिपार्टमेंट की शिक्षिका डॉ नेहा सिंह, डॉ निर्मला कुमारी ने भी अपने विचार प्रकट किये. मौके पर डॉ सौरभ बिरला, डॉ. रामरेखा कुमार, डॉ. कंचन गुप्ता, डॉ वंदना कुमारी, डाॅ प्रभात कुमार, डाॅ जैनुल हक शम्सी, डॉ शोभा राज ,डॉ उज्जवल कुमार, डॉ मनु सिन्हा, सुबोध मंडल, चंदन कुमार, रतन भटनागर, रमेश प्रसाद यादव आदि मौजूद थे.
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