बूंद नदी पुल से भारी वाहनों प्रवेश वर्जित, लगा बेरिकेट
पुल से गुजरना खतरे से खाली नहीं : बीडीओ ठाकुरगंज. ठाकुरगंज प्रखंड के पिपरीथान चौक से खोड़ीबाड़ी बंगाल सीमा तक जाने वाली सड़क पर पथरिया पंचायत के खौसीडांगी
पुल से गुजरना खतरे से खाली नहीं : बीडीओ ठाकुरगंज. ठाकुरगंज प्रखंड के पिपरीथान चौक से खोड़ीबाड़ी बंगाल सीमा तक जाने वाली सड़क पर पथरिया पंचायत के खौसीडांगी गांव के समीप से होकर बहने वाली बूंद नदी बने पुल का पिलर धंस जाने के बाद भारी वाहनों के परिचालन को प्रशासन ने बंद कर दिया है. पुल का पिलर 2 फिट से अधिक धंसने के बाद मामले की जानकारी मिलते ही सोमवार को जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निर्देश पर बीडीओ सुमित कुमार एवं सीओ सुचिता कुमारी ने संयुक्त रूप से स्थल पर पहुंचे और बैरिकेडिंग की व्यवस्था करवाकर वाहनों के आवाजाही को तत्काल बंद करवाया गया . पुल के दोनों ओर तत्काल बांस का बेरियर लगाकर पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाते हुए बेरिकेट लगाया गया है. इस संबंध में बीडीओ सुमित कुमार ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से डीएम तुषार सिंगला के निर्देश पर भारी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. वर्तमान व्यवस्था के बाद पुल होकर केवल दो पहिया व हल्के वाहनों तथा पैदल यात्री को ही पुल पार की अनुमति दी गई है. बीडीओ ने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी को पुल का पिलर धंसने की भौतिक स्थिति से अवगत कराया गया है. बताते चले बूंद नदी पहाड़ी नदी हे ओर इस नदी में काफी धार रहती हे शनिवार देर रात को भारी बारिश के कारण नदी के उफनाने पर बने चार स्पेन के पुल का एक पिलर धंस गया था. राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327 ई पिपरीथान से बंगाल सीमा तक दुसरे राजमार्ग को जोड़ने वाली सड़क पर पथरिया पंचायत के खोसीडांगी गांव के समीप बूंद नदी पर 30 मीटर लंबी और 10 मीटर चौड़ा बना पुल के पश्चिमी हिस्से का एक स्पेन करीब दो फिट तक धंस जाने के साथ – साथ पुल के पूर्वी भाग का रिटर्न वॉल भी टूटकर नदी में धराशायी हो गया. एप्रोच का भी कटाव बदस्तूर जारी है. लोग पुल टूटने के भय से वाहनों पर सवार होकर आवाजाही नहीं कर पा रहे हैं. किसी तरह दो पहिया वाहन अथवा पैदल सफर कर रहे हैं. पुल के धंसने से प्रखंड के तीन पंचायत पथरिया, कुकुरबाघी व बेसरबाटी सहित प्रखंड के कई अन्य गांवों की हजारों की आबादी प्रभावित हुई है. अब किन्हीं को कुकुरबाघी पंचायत होकर बंगाल का खोड़ीबाड़ी, राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 27 या बागडोगरा एयरपोर्ट सहित अन्य स्थानों अथवा कुकुरबाघी व पथरिया पंचायत के लोगों को प्रखंड अथवा जिला मुख्यालय पहुंचना हो तो लोगों को दूसरे वैकल्पिक मार्ग जंगलाभिट्टा होते हुए चेंगा नदी पर बने पुल होते हुए मालाकाटा, डांगीबाड़ी, धापोडांगी पीएमजीएसवाई मार्ग होते हुए जाना पड़ेगा. इससे लोगों को इससे करीब 10 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर बढ़ गया है. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि उक्त पुल का निर्माण करीब 14 वर्ष पूर्व किया गया था. करीब डेढ़ वर्ष तक सड़क व पुल की स्थिति काफी ठीक थी पर उक्त मार्ग होकर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327ई फोरलेन सड़क निर्माण कार्य हेतू जीआर इंफ्रा प्रॉजेक्ट कंपनी प्रतिदिन 100 से अधिक बालू लदे ओवरलोड वाहनों से बालू की ढुलाई होता था जिससे पुल कमजोर पड़ गया. साथ ही पुल के समीप खनन माफिया द्वारा अवैध रूप से बालू का खनन भी किया जाता था, परिणामस्वरूप पुल की यह दयनीय स्थिति बन गई. जबकि इस मार्ग से बालू लदे ओवरलोड वाहनों की आवाजाही को बंद करने को लेकर जिला प्रशासन को लिखित रूप से कई बार अवगत कराया गया लेकिन किन्हीं ने भी सुधि नहीं ली.
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